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बलौदाबाजार, 12 जून। Balodabazar Violence : बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने मंगलवार को 7 अलग-अलग FIR दर्ज की है। इस मामले में अब तक 73 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। जबकि 200 हिरासत में लिए गए हैं। वहीं, पुलिस को 60 से अधिक शिकायती आवेदन मिले है। पकड़े गए सभी आरोपी बलौदाबाजार समेत दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, कवर्धा और महासमुंद के रहने वाले हैं। बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 10 टीमें तलाश में जुटीं है। वहीं, पुलिस ने 40 लोगों के खिलाफ 7 नामजद FIR दर्ज की है। सभी पर बलवा, पुलिस कार्य में बाधा, हत्या का प्रयास, सार्वजनिक संपत्ति क्षति अधिनियम और साजिश की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उपद्रवियों ने 2 दमकलों सहित 77 वाहन फूंके

उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ध्वजारोहण के पोल पर सफेद रंग का ध्वज लगा दिया था।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी CM विजय शर्मा सोमवार देर रात घटनास्थल पहुंचकर मौके का जायजा लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं।कलेक्ट्रेट बिल्डिंग की रेस्टोरेशन और कार्यालयीन कार्य का सुचारु संचालन के लिए 24 घंटे काम जारी रखने के निर्देश हैं। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

संयुक्त कार्यालय भवन में आज से शुरू होगा काम

कलेक्टर केएल चौहान ने बताया की घटना के संबंध में लगातार राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक चल रही है। संयुक्त कार्यालय भवन में मिलने वाली सेवाओं को आज (बुधवार) से बहाल कर दिया जाएगा। आज साफ-सफाई का काम कराया जा रहा है।

पूरी घटना में हुए नुकसान को लेकर कलेक्टर ने कहा की एनडीआरएफ की टीम जांच में जुटी हुई है। अभी आकलन चल रहा है। राज्य के उच्चाधिकारी भी जांच कर रहें है। प्रदर्शनकारियों से लगातार टीम बातचीत कर रही थी। इसके बाद भी उपद्रव हुआ। वहीं घटना से संबंधित मिले वीडियो-फोटो के आधार पर आरोपियों तक पहुंचा जा रहा है।

सरकार बोली- हिंसा में कांग्रेस का हाथ, होगी वसूली

राज्य सरकार ने बलौदाबाजार हिंसा में कांग्रेस का हाथ होने की बात कही है। रायपुर में मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्यामबिहारी जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि, सतनामी समाज के कार्यक्रम में कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरे और पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार थे।

इनके अलावा पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया, राज्यसभा की पूर्व सासंद छाया वर्मा, विधायक संदीप साहू, भोजराम अजगले, विधायक इंद्रा साव, पूर्व विधायक भुवनेश्वर बघेल, शिक्षक मोहन बंजारे जैसे नेताओं ने ही लोगों को भड़काने का काम किया, जिसकी वजह से ये हालात बने। सरकार ने कहा है कि हिंसा करने वालों से नुकसान की वसूली की जाएगी।

जानिए सरकार की ओर से क्या कहा

बाबा गुरु घासीदास के अनुयायी शान्ति और सौहार्द को मानने वाले होते है। कभी हिंसा के मार्ग पर नहीं जा सकते।

मुख्यमंत्री पहले ही 15-16 मई की दरमियानी रात पवित्र अमर गुफा में जैतखाम को क्षति पहुंचाने वाली घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दे चुके थे।

समाज जांच की मांग पूर्ण होने पर संतुष्ट था और मुख्यमंत्री जी का आभार ज्ञापित करने के लिए एकत्रित हुआ था।

कार्यक्रम में कुछ लोगों ने सतनामी समाज को बदनाम करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से आगजनी, लूट सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, हत्या का प्रयास जैसे गंभीर अपराध किए।

राहुल गांधी कथन कि अगर नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेते हैं तो देश में आग लग जाएगी, इस वाक्य को चरितार्थ करने वाला है।

असामाजिक तत्वों ने लगभग 150 बाइक और चार पहिया गाड़ियां जला दी।

बलौदाबाजार जिले की शान कंपोजिट बिल्डिंग जला दी गई और आग बुझाने आने वाले तीन फायर ब्रिगेड को भी उपद्रवियों ने फूंक दिया।

40 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और मीडिया के साथियों को भी पीटा गया है।

आम जन को भी सड़कों पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। उनकी गाडि़यां जला दी गई।

बलौदाबाजार रजिस्ट्री कार्यालय में भी लाखों की लूट भी रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों से की गई।

इस पूरे घटनाक्रम के पीछे राजनैतिक षड्यंत्र है। जैसा राहुल गांधी ने पहले ही कह दिया था उसी तरह की आगजनी की घटना की गई।
केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार को जो सहन नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस के षड्यंत्र से यह दु:खद घटना हुई है ।

यह घटना कांग्रेस की सोची समझी साजिश का नतीजा है। विष्णु सरकार को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया गया।

भीम आर्मी जैसे बाहरी विचार धारा का भी समर्थन लिया गया जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।

सौहार्द बिगाड़ने वाले और इस घटना शामिल तमाम दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली होगी।

कांग्रेस ने बनाई 7 सदस्यीय जांच समिति

कांग्रेस नेता 14 जून को बलौदबाजार जाएंगे और घटना स्थल का निरीक्षण करेंगे। इन नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत सहित पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सभी विधायक शामिल हैं।

बलौदाबाजार की घटना को लेकर कांग्रेस ने 7 सदस्यीय जांच समिति बनाई है। समिति इसकी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपेगी। इस समिति में पूर्व मंत्री और धर्मगुरु रुद्र कुमार, विधायक संदीप साहू, जनक राम ध्रुव, पद्मा मनहर, शैलेष नितिन त्रिवेदी और जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर शामिल हैं। समिति का संयोजक पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया को बनाया गया है।

जैतखाम तोड़ने से नाराज है समाज

जानकारी के मुताबिक, 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे।

पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।