राजनांदगांव, 26 सितंबर। Bamleshwari Devi Temple : देश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम को लेकर मचे बवाल के बीच छत्तीसगढ़ के शक्तिपीठ मां बम्लेश्वरी मंदिर में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां खाद्य विभाग ने मजहर खान नामक व्यक्ति के पोल्ट्री फार्म पर छापा मारा है। जहां ‘श्री प्रसाद’ नाम से बड़ी मात्रा में इलायची के दाना का उत्पादन किया जा रहा था। यह प्रसाद डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में चढ़ाने के लिए आसपास की दुकानों में पहुंचाया जाता है। पूरा मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम राका का है।
हैरानी की बात तो ये है कि, जिस पैकेट में ये इलायची दाना बेचा जा रहा था। उसमें माता बम्लेश्वरी के भक्तों को गुमराह करने के लिए ये भी लिखा हुआ है कि, इसे ‘साफ एवं पवित्र वातावरण में निर्मित’ किया गया है। जहां खाद्य विभाग ने छापा मारा है, वहां मुर्गी पालन भी होता है और यह मामला डोंगरगढ़ के ग्राम राका में स्थित है।
बता दें कि, यहां से खाद्य विभाग की टीम ने इलायची दाना के सैंपल लिए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में खाद्य विभाग के अधिकारियों को इलायची दाना निर्माण से जुड़ी कोई भी अनुमति के दस्तावेज नहीं मिले है। यहां निर्माण होने वाली प्रसाद की सप्लाई डोंगरगढ़ के माता बम्लेश्वरी मंदिर में प्रसाद बेचने वाले व्यापारियों को होती है।
फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों का दावा है कि, पोल्ट्री फार्म उसी परिसर में है, लेकिन वहां काम करने वाले मजदूर अलग है। हालांकि ये पुलिस और खाद्य विभाग के लिए जांच का विषय है कि, माता को चढ़ाए जाने वाली प्रसाद पोल्ट्री मजहर खान नाम के व्यापारी के यहां नाम बदलकर ‘श्री प्रसाद’ के नाम से कैसे बन रही है। वहीं इस घटना के सामने आने पर स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल है।
अवैध रूप से संचालित हो रही थी फैक्ट्री
खाद्य सुरक्षा विभाग के मुताबिक, संचालित फैक्ट्री का पंजीयन नहीं है। साथ ही पैकेजिंग में बड़ी गड़बड़ी दिखी। मानक, तिथि, बैच नंबर नहीं लिखे गए हैं। हालांकि खाद्य विभाग की टीम ने इलायची दाना के पैकेट को जब्त किया है। इलायची दाना के सैंपल लिए हैं। मामले में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन धुर्वे ने बताया कि, इलायची दाना निर्माण से जुड़ी कोई भी अनुमति के दस्तावेज नहीं मिले हैं। यहां निर्माण होने वाली प्रसाद की सप्लाई डोंगरगढ़ के माता बम्लेश्वरी मंदिर में प्रसाद बेचने वाले व्यापारियों को होती है।
हिंदुओं के आस्था पर कड़ा प्रहार
वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि, आस्था का केंद्र माता बम्लेश्वरी देवी, माता भवानी जैसे प्रतिष्ठित देवी को लगने वाले भोग प्रसाद को इस तरह की जगहों पर बनाना दुर्भाग्यजनक है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हिंदुओं के आस्था के पर कड़ा प्रहार किया गया है। वहीं राजनांदगांव खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र ध्रुव ने बताया कि, बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के साथ बात की जा रही है। प्रसाद का सेंपल टेस्ट के लिए भेजा गया। प्रसाद किस खाद्य सामग्री से बनाया जा रहा है, ये देखा जाएगा।
इन मंदिरों के प्रसाद की भी होगी जांच
खाद्य सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक बम्लेश्वरी मंदिर के अलावा राजनांदगांव (Bamleshwari Devi Temple) के मां पाताल भैरवी मंदिर, श्रृंगारपुर के बालाजी मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों से प्रसाद के सैंपल लिए जाएंगे। इसके लिए सभी मंदिर ट्रस्टों से बातचीत चल रही है। आने वाले समय में प्रसाद की जांच की जाएगी।