140 year old house of a Hindu singer from Bangladesh...! Violents first looted it, then broke it and finally set it on fire... somehow the family escaped saving their lives... watch the video hereBangladesh
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नई दिल्ली, 07 अगस्त। Bangladesh : बांग्लादेश में आई उथल-पुथल ने हर किसी को हैरान कर दिया है। शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है तो पड़ोसी देश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसक भीड़ लगातार हिंदुओं पर हमला कर रही है। कभी मंदिर पर हमले की खबर आती है तो कभी हिंदू के घर पर। इस बीच बांग्लादेश के मशहूर हिंदू सिंगर राहुल आनंद के घर पर भी अटैक किया गया। उपद्रवियों ने उनका पूरा घर तहस-नहस कर दिया।

140 साल पुराना घर

मंगलवार को बांग्लादेश के मशहूर लोक गायक राहुल आनंद के घर पर कुछ हमलवारों ने आंतक मचाया। उनके घर पर लूट की गई तो पूरे घर को आग में झोंक दिया गया। वह बहुत ही मुश्किल से अपने परिवार से निकले।

रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल आनंद के 140 साल पुराने घर को हिंसकों ने पहले लूटा, फिर तोड़ा और अंत में आग के हवाले कर दिया। उनके घर पर करीब 3000 से ज्यादा म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स थे जिसे भी हिंसक भीड़ ने तोड़ दिया।

फ्रांस के राष्ट्रपति भी कर चुके इनके घर का दौरा

एक वक्त था जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी सिंगर के घर गए थे। ये बात है सितंबर 2023 की जब वह ढाका गए थे तो उन्होंने सिंगर के घर उनसे मुलाकात की थी।

कौन हैं राहुल आनंद

7 मार्च 1976 को जन्मे राहुल आनंद म्यूजिक से काफी सालों से जुड़े हैं। उनका जन्म ईस्टर्न बांग्लादेश के सिलेट में हुआ। अब वह ढाका के धनमोंडी में रहते हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ढाका से मास्टर्स ऑफ फाइन आर्ट्स डिग्री ग्राफिक डिजाइन में हासिल की हुई है। वह म्यूजिशियन के साथ साथ विजुअल आर्टिस्ट भी है।

राहुल आनंद का बैंड

राहुल आनंद ने विजुअल आर्टिस्ट, संगीतकार और एक्टर के रूप में यूके, जापान, भारत, मिस्र और ब्राजील में आठ रेजीडेंसी के कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं। वह मौजूदा समय में ढाका के फोक बैंड जोलेर गान से जुड़े हुए हैं जिसे साल 2006 में बनाया गाया था। इस बैंड में राहुल के 8 सदस्य और हैं जो देश से लेकर दुनिया के कोने कोने में परफॉर्म करते हैं।

Bangladesh के अखबार डेली स्टार से बातचीत करते हुए बैंड के संस्थापक सदस्य सैफुल इस्लाम ने बताया कि राहुल आनंद और उनके परिवार सदमे में है। परिवार ने एक गुप्त स्थान पर शरण ले रखी है, जिसके बारे में कुछ खास लोगों को ही मालूम है। सैफुल ने बताया कि हमला सोमवार शाम करीब 4 बजे के आसपास हुआ। इस दौरान परिवार किसी तरह निकलने में सफल रहा।