Basant Panchami: Lesson from Mauni Amavasya incident...! These 5 big changes for Amrit Snan on Basant Panchami...will continue till the last Mahasnan...check here when and what...?Basant Panchami
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नई दिल्ली, 31 जनवरी। Basant Panchami : प्रयागराज के महाकुंभ में संगम नोज पर मंगलवार-बुधवार की रात हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 लोग घायल हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या जिम्मेदार अफसरों ने इस घटना से कोई सबक लिया है, क्या बसंत पंचमी पर होने वाले अगले शाही स्नान पर करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए कोई चूक नहीं होने दी जाएगी?

हादसे की जगह पहुंचे DGP और मुख्य सचिव

बड़ी मौत के बाद प्रयागराज में क्या बदला है? जहां आज डीजीपी, मुख्य सचिव ने पहुंचकर हादसे की जगह का मुआयना किया है तो शुक्रवार को प्रयागराज में उस न्यायिक आयोग को भी आना है, जिसका गठन मुख्यमंत्री ने किया है. न्यायिक आयोग जो इस सच का पता करेगा कि आखिर भगदड़ क्यों और कैसे हुई?

सवाल ये भी है कि क्या कुंभ में 30 लोगों की जान ना जाती, अगर वक्त रहते वीआईपी को मिलने वाली छूट बंद हो जाती? क्या कुंभ के आयोजन पर मौत का काला दाग ना लगता, अगर भगदड़ के बाद उठाए गए कदम पहले ले लिए गए होते? क्या कुंभ स्नान करने आए परिवार अपनों को ना खोते अगर बसंत पंचमी के शाही स्नान के लिए हुए बदलाव मौनी अमावस्या से पहले ही हो जाते? 

18 दिनों में 29 करोड़ से ज्यादा लोग लगा चुके हैं डुबकी

महाकुंभ को 18 दिन बीत चुके हैं। 29 करोड़ से ज्यादा लोग महाकुंभ (Basant Panchami) में डुबकी लगा चुके हैं। मौनी अमावस्या के भगदड़ के अगले दिन यानी गुरुवार को ही पौने दो करोड़ लोग शाम चार बजे तक डुबकी लगा चुके हैं। एक भीड़ मौनी अमावस्य़ा पर थी, अब करोड़ों लोग बसंत पंचमी पर जुट सकते हैं, लेकिन महाकुंभ की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों की नींद तब टूटी है, जब मौनी अमावस्या की रात भगदड़ में 30 मौत हो गईं।
 
महाकुंभ में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी निभाते रहे लोगों की लापरवाही की छाया अगले शाही स्नान पर ना पड़े, इसलिए मुख्यमंत्री के आदेश पर लखनऊ से मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार संगम के किनारे उसी जगह पहुंचे, जहां मंगलवार-बुधवार रात मौत की चीख पुकार मची। भगदड़ वाली जगह पर स्थित पुलिस के वॉच टॉवर पर मुख्य सचिव और डीजीपी दोनों ने चढ़कर मुआयना किया। इसके साथ ही 5 अहम बदलाव किए गए हैं।

महाकुंभ में हुए हैं ये 5 बदलाव

1. मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन – सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध।
2. VVIP पास हुए रद्द – किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
3. रास्ते किए गए वन-वे – श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू।
4. वाहनों की एंट्री पर रोक – प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।
5. चार फरवरी तक सख्त प्रतिबंध – शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।

कुंभ में नहीं चलेगा VIP कल्चर

अगले शाही स्नान से पहले जिस सुधार की बात सबसे जरूरी मानी गई है, वो है कुंभ को वीआईपी कल्चर से मुक्त रखना। वीआईपी कल्चर यानी सभी तरह के सेलिब्रेटी, बड़े अधिकारी या रिटायर्ड अधिकारी, फिर चाहे वर्दीधारी हो या खद्दरधारी।कोई भी अपने अपने घरवाले, नाते रिश्तेदारों के लिए वीवीआईपी वाला हूटर बजाकर आम जनता के बीच से नहीं चलेगा। मतलब अब कुंभ में वीआईपी कल्चर नहीं चलेगा।

संभव है कि कुंभ मेला की अब तक जिम्मेदारी संभालते रहे मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी मेला वैभव कृष्ण को अंदाजा हो गया था कि वीआईपी को मिलती छूट का गुस्सा भगदड़ के बाद इन्हीं पर उतारा जाएगा। इसीलिए भगदड़ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए दोनों बड़े अधिकारी सबसे पहले वीआईपी प्रोटोकॉल पर ही अपनी सफाई देते हैं। बसंत पंचमी के अमृत स्नान से पहले तय हुआ है कि मेला क्षेत्र में वन -वे व्यवस्था लागू कर दी गई है, यानी किसी भी रास्ते पर दो तरफ से लोग नहीं आ जा सकते।

महाकुंभ तीसरे अमृत स्नान की तिथि और शुभ मुहूर्त

बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर रविवार, 3 फरवरी 2025 को तीसरा अमृत स्नान होगा। इस दिन स्नान का ब्रह्म मुहूर्त 5 बजकर 23 मिनट से 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पवित्र संगम में स्नान स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

महाकुंभ का चौथा महास्नान तिथि और शुभ मुहूर्त

महाकुंभ में चौथा महास्नान माघ पूर्णिमा के दिन यानी बुधवार, 12 फरवरी 2025 को किया जाएगा। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 19 मिनट से लेकर 6 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इस दौरान महाकुंभ में स्नान करना शुभ फलदायी माना जाता है।

महाकुंभ का आखिरी महास्नान

महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 के दिन महाकुंभ का आखिरी महास्नान (Basant Panchami) होगा। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 9 मिनट से लेकर 5 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भक्त महाकुंभ में महा स्नान कर सकते हैं।