नई दिल्ली, 01 अप्रैल। Bharat Ratna : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार 31 मार्च को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया। आडवाणी को यह सम्मान उनके दिल्ली स्थित आवास में दिया गया। इस दौरान उनके सबसे प्रिय शिष्य पीएम मोदी भी मौजूद थे लेकिन इस सम्मान कार्यक्रम पर कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने आपत्ति जताई है।
उनका आरोप है की पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा कर यह आरोप लगाया कि जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एलके आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही थीं तब, पीएम मोदी अपनी सीट पर बैठे हुए थे। बीजेपी ने इसपर जवाब दिया है।
आडवाणी को सम्मान, विपक्ष को क्या दिक्कत?
31 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लालकृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू, पीएम मोदी समेत कई लोग मौजूद थे। अवार्ड देते वक्त एक तस्वीर पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह हमारी राष्ट्रपति महोदया का घोर अपमान है। प्रधानमंत्री को अवश्य खड़ा होना चाहिए था। अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने दो तस्वीरें भी लगाईं।
तस्वीरों से बताया गया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Bharat Ratna) जब आडवाणी को सम्मानित कर रही थीं तब पीएम मोदी अपनी कुर्सी पर बैठे थे। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से लिखा कि देश की महामहिम राष्ट्रपति खड़ी हैं और PM मोदी बैठे हैं। एक बार फिर मोदी ने जानबूझकर आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान किया है। यह पहली बार नहीं है- जब नई संसद का उद्घाटन हुआ तब उन्हें बुलाया नहीं गया और राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी राष्ट्रपति जी नहीं दिखीं। यह घटनाएं बताती हैं कि पीएम मोदी और BJP की मानसिकता महिला और दलित विरोधी है।