पटना, 19 मार्च। Bihar ki Politics : बिहार में सियासी हलचल एक बार फिर से तेज हो गई है। दरअसल, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस ने एनडीए सरकार से इस्तीफा दिया है। पशुपति पारस का ये इस्तीफा लोकसभा सीट शेयरिंग के ऐलान के बाद आया है। एनडीए अलायंस ने 18 मार्च को बिहार के 40 लोकसभा सीटों की शेयरिंग का ऐलान कर दिया। दरअसल, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 सीटें मिली तो वहीं चाचा पारस का पत्ता बिल्कुल साफ हो गया। ऐसे में अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थी कि पशुपति पारस का मंत्रीपद से इस्तीफा आ सकता है।
इस्तीफे के बाद प्रेस ब्रीफिंग में पशुपति पारस ने कहा, “5-6 दिन पहले मैंने प्रेस वार्ता में कहा था कि मैं तब तक इंतजार करूंगा जब तक NDA सीटों की घोषणा नहीं करती। मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।”
चाचा पशुपति पारस का पत्ता साफ
बिहार में लोकसभा की 40 सीटों में से 17 भारतीय जनता पार्टी, 16 जनता दल यूनाइटेड और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 सीटों पर सामंजस्य स्थापित किया। बिहार में चाचा-भतीजे की उम्मीदवारी को लेकर सियासी खेल को बेहद दिलचस्प माना जा रहा था। पहले इस बात पर मामला रूका था कि अगर NDA में उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होगी, तो चिराग पासवान और पशुपति पारस में से हाजीपुर की सीट किसे मिलेगी लेकिन अब ये बात साफ होती नजर आ रही है।तो क्या हाजीपुर में दिखेगा चाचा पशुपति बनाम चिराग का मुकाबला?
चूंकि अब पशुपति पारस ने मंत्री पद से इस्तीफा (Bihar ki Politics) दे दिया है, तो ऐसे में लोगों की उम्मीदें और बढ़ गई है। इस बात की अटकलें और भी तेज हो गई है कि हाजीपुर में चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस के बीच चुनावी रण में मुकाबला देखने को मिलेगा। अगर ऐसा होता है तो हाजीपुर सीट पर ये चुनाव अपने आप में ही दिलचस्प हो जाएगा।