Spread the love

बीजापुर, 07 जनवरी। Bijapur Naxal Attack : दंतेवाड़ा में सोमवार को एक भयानक IED विस्फोट में आठ कांस्टेबल और एक ड्राइवर शहीद हो गए। यह विस्फोट अंबेली और करकेली गांवों के पास हुआ। अधिकारियों का कहना है कि IED काफी पुराना था और उस पर घास उग आई थी। माओवादियों ने मैन्युअली इस हमले को अंजाम दिया। यह IED हमला कुटरू इलाके में एक कच्ची सड़क पर हुआ। सूत्रों के मुताबिक, इस रास्ते को पहले ही ‘क्लियर’ कर दिया गया था। थोड़ी देर पहले ही एक सड़क खोलने वाली टीम वहां से गुजरी थी।

20 फीट में उछल गए चिथड़े

विस्फोट इतना ज़बरदस्त था कि SUV कई मीटर ऊपर उछल गई। ज़मीन में 8-10 फीट गहरा गड्ढा बन गया। धमाके के बाद शव और गाड़ी के टुकड़े 20 फीट के दायरे में बिखर गए। कोई भी ज़िंदा नहीं बचा।

अबूझमाड़ के जंगल में मिला एक और शव
इस घटना के अलावा, अबूझमाड़ के जंगलों में सोमवार को एक और माओवादी का शव मिला। इससे शनिवार से शुरू हुए अभियान में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। बलों को घटनास्थल से एक AK-47 राइफल, एक SLR और ढेर सारा विस्फोटक मिला है।

यह अभियान रविवार तक चला। माओवादियों की बढ़ती हताशा (Bijapur Naxal Attack) और उनके द्वारा किए जा रहे हमलों से क्षेत्र में तनाव का माहौल है। सुरक्षा बलों ने इलाके में अपनी चौकसी बढ़ा दी है।

सीएम ने व्यक्त की संवेदना

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बीजापुर जिले के कुटरू में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में 8 जवानों सहित एक वाहन चालक के शहीद होने की दुःखद घटना पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मेरी संवेदनाएं शहीदों के परिजनों के साथ है। ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश हैं और विचलित होकर ऐसी निंदनीय और कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और नक्सलवाद के खात्मे के लिए हमारी यह लड़ाई मजबूती से जारी रहेगी।