बिलासपुर, 16 अप्रैल। Bilaspur Namaz Controversy : छात्रों ने कोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि कोटा ब्लॉक के शिवतराई में बिलासपुर के गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सात दिवसीय एनएसएस शिविर में 155 हिंदू छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद हड़कंप मच गया।
कोऑर्डिनेटर दिलीप झा को हटाया
छात्रों ने प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. बसंत कुमार और कोऑर्डिनेटर दिलीप झा सहित अन्य स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की गई है। हालांकि घटना सामने आने के बाद कोऑर्डिनेटर दिलीप झा को हटाया गया। उनकी जगह अब प्रो राजेंद्र कुमार मेहता को प्रभार सौंपा है।

छात्रों से ले लिया था मोबाइल
बता दें कि, छात्रों के अनुसार, 26 मार्च से 1 अप्रैल तक चले एनएसएस कैंप में रोज़ाना सुबह योग क्लास चलती थी। इसी दौरान नमाज़ पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। 31 मार्च को ईद के मौके पर मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाकर नमाज़ पढ़वाई गई और बाकी छात्रों को इसे दोहराने का निर्देश दिया गया। कैंप में कुल 159 छात्र शामिल थे, जिनमें केवल 4 मुस्लिम छात्र थे।
छात्रों का आरोप है कि विरोध करने पर उन्हें डराया गया और एनएसएस सर्टिफिकेट न देने की चेतावनी दी गई। उन्हें मुस्लिम धर्म में कन्वर्ट करने की मंशा से ब्रेनवॉश किया गया। इस दौरान उनका मोबाइल जमा करवा लिया गया, जिसके (Bilaspur Namaz Controversy) कारण वे घटना का कोई सबूत रिकॉर्ड नहीं कर पाए।