दनकौर, 15 फरवरी। Bilaspur Traders : जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के खिलाफ बुधवार को बिलासपुर के व्यापारियों का जबरदस्त गुस्सा फूटा। उन्होंने अपने घरों के बाहर पर्चे लगा दिए कि जेवर विधायक का उनके यहां आना मना है। व्यापारियों का आरोप था कि अरुज सिंघल के पुत्र वैभव सिंघल की हत्या के विरोध में कस्बे में पांच दिन व्यापारियों ने धरना दिया, लेकिन विधायक एक भी दिन वैभव के स्वजन को सांत्वना देने नहीं पहुंचे थे। उन्हें मदद करने के लिए फोन भी किया गया।
वैभव का शव मिलने के बाद धरना तो समाप्त हो गया, लेकिन व्यापारियों का जेवर विधायक को लेकर गुस्सा कम नहीं हुआ। व्यापारियों ने बुधवार को दिन निकलते ही मुख्य बाजार में घर व दुकानों पर विधायक विरोधी पर्चे चस्पा कर दिए। पर्चे पर लिखा था, बीजेपी के जेवर विधायक का यहां आना मना है।
पर्चे चस्पा होने की सूचना तुरंत ही विधायक तक पहुंच गई। आधा घंटे बाद ही विधायक बिलासपुर पहुंच गए। उन्होंने धरने में शामिल न हो पाने की वजह बताते हुए पीड़ित परिवार को सभी संभव मदद का भरोसा दिया।
13 दिन बाद गंग नहर से मिला था वैभव का शव
ज्ञात हो कि बिलासपुर कस्बे में व्यापारी अरुज सिंघल के इकलौते बेटे 16 वर्षीय वैभव सिंघल की हत्या कस्बे के ही रहने वाले माज पठान व एक नाबालिग ने 30 जनवरी को कर दी गई थी। पुलिस ने 13 दिन बाद गंग नहर से वैभव का शव बरामद किया।
कई दिन तक शव नहीं मिलने से नाराज व्यापारियों ने पांच दिन तक बाजार बंद रखकर धरने दिया। इसमें सिर्फ बिलासपुर ही नहीं अन्य कस्बों के व्यापारियों ने भी बाजार बंद रखकर विरोध जताया और धरने में शामिल हुए। व्यापारियों के धरने में भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण आग्रवाल, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज चौधरी शामिल हुए और पीड़ित परिवार की मदद का आश्वासन दिया।
व्यापारियों में पनप गया विरोध
सांसद डॉ. महेश शर्मा धरने के दौरान पीड़ित परिवार एवं व्यापारियों के लगातार संपर्क में रहे। वैभव का शव मिलने के दिन वह बिलासपुर में पीड़ित परिवार को सांत्वना देने भी पहुंचे। लेकिन जेवर विधायक इस दौरान पूरी तरह से गायब रहे। इससे व्यापारियों ने उनके खिलाफ जबरदस्त विरोध पनप गया।
व्यापारियों ने बुधवार को दुकान व मकानों के दरवाजे पर विधायक विराेधी पर्चे चस्पा कर दिए। आनन फानन में यह बात विधायक तक पहुंची तो विरोध की आग को ठंडा करने के लिए वह बिलासपुर पहुंच गए। लोगों के बीच जाकर कहा कि पिछले कुछ दिन वह काफी व्यस्त थे, जिले से दूर होने के कारण उनके बीच नहीं पहुंच सके थे। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
व्यापार मंडल (Bilaspur Traders) अध्यक्ष प्रदीप गोयल का कहना है कि जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के धरने में न पहुंचे से नाराज होकर पर्चे लगाए गए थे। उन्होंने अपनी बात रखी है। इससे संतुष्ट होकर उनके खिलाफ लगाए गए पर्चे हटा दिए गए हैं। अरुज सिंघल का कहना है कि विधायक ने प्रत्येक संभव मदद का भरोसा दिया गया है।