रायपुर, 16 दिसंबर। Biranpur Case : छत्तीसगढ़ के साजा से नवनिर्वाचित विधायक ईश्वर साहू के छोटे बेटे कृष्णा साहू को पुलिस में अनुकंपा नियुक्ति दी जा रही है। इस बाबत एसपी कार्यालय बेमेतरा से कृष्णा के नाम पत्र जारी कर उनसे जरूरी कागजात मांगे गए हैं।
SP ने मांगे जरूरी कागजात
उल्लेखनीय है कि, बिरनपुर हिंसा में विधायक ईश्वर साहू के बड़े बेटे भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उनके परिवार से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी, लेकिन तब उन्होंने मुआवजा और सरकारी नौकरी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था, लेकिन अब ईश्वर साहू के छोटे बेटे कृष्णा साहू को नौकरी दी जा रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कृष्णा इस नौकरी का प्रस्ताव स्वीकारते हैं या नहीं।
कृष्णा के नाम भेजे गए पत्र में बेमेतरा एसपी ने 8 अप्रैल को हुई हिंसा का जिक्र करते हुए लिखा है कि, पारिवारिक सहमति के आधार पर आरक्षक (जीडी) के पद पर कृष्णा साहू को नियुक्त किया जाना है। जिसके संबंध में उनसे जरूरी कागजात एसपी ऑफिस में पेश करना है। ताकि उन्हें आरक्षक के पद पर नियुक्त कर पीएक्यू को सूचित किया जा सके।
क्या था बिरनपुर कांड
उल्ल्खनीय है कि, करीब 8 महीने पहले 8 अप्रैल, 2023 को दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, एक बच्चे से मारपीट के बाद दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया था। झगड़ा बच्चों की लड़ाई से शुरू हुआ था और बाद में बड़े भी इस मामले में कूद पड़े। बवाल इतना बढ़ गया कि आगजनी जैसी घटनाएं भी देखने को मिलीं थी। इसके चलते गांव में दो हफ्ते तक कर्फ्यू लगा रहा और दोनों समुदाय के दर्जनों लोगों की गिरफ्तारियां हुईं थी। इस घटना के 4 दिन बाद गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के बाप बेटे की हत्या कर दी गई। इस मामले को लेकर बीजेपी छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर लगातार हमलावर (Biranpur Case) रही थी।