नारायणपुर, 17 अप्रैल। Bjp Leader Murder : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों ने बीजेपी नेता की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। बीजेपी नेता गांव का उपसरपंच भी था और उनका नाम पंचमदास था। घटना फरसगांव थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, फरसगांव के दंडवन गांव निवासी पंचमदास मंगलवार 16 अप्रैल की रात अपने घर पर ही थे। इस दौरान कुछ नक्सली उसके घर आये। दरवाजा खटखटाए नहीं खोलने पर नक्सलियों ने दरवाजा तोड़ दिया। नक्सलियों ने घर के अंदर घुसकर ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हत्या के बाद पर्ची छोड़ नक्सली मौके से फरार हो गए। नक्सलियों ने शहर के अंदर लगाए बैनर पोस्टर।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शव के पास से एक नक्सली पर्चा मिला है, जिसमें नक्सलियों न पंचमदास को पुलिस का गोपनीय सैनिक बताया। इसलिए उसकी हत्या कर दी। नक्सल संगठन की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने इसे हत्या की जिम्मेदारी ली है।
लोकसभा चुनाव बहिष्कार की लिखी बात
नक्सलियों ने पर्ची छोड़ कर लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने की बात लिखी है। बैनर में कांग्रेस नेता अमित भद्र और सरपंच बिसेल नाग को मौत की सजा देने की लिखी बात। बैनर में भाजपा नेता सागर साहू और रतन दुबे का भी जिक्र। बता दें कि, इन दोनों नेताओं का विधान सभा चुनावों से पहले नक्सली ने हत्या की थी। इसका अलावा ट्रक परिवहन संघ और ट्रक वाहन चालकों को दी जान से मारने की धमकी का जिक्र। शहर के अंदर अमित भद्र के घर के नजदीक बैनर पोस्टर मिलने से सुरक्षा व्यवस्था पर उठा प्रश्न चिन्ह। हालांकि, बैनर पोस्टर कब्जे में लेकर जिला पुलिस जांच में जुटी।
मालूम हो कि इसके पहले भी पंचमदास को नक्सलियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। वर्तमान में मृतक बीजेपी नेता उप सरपंच होने के साथ साथ भाजपा ने उन्हें शक्ति केंद्र सह प्रभारी का दायित्व भी सौंपा था। लगातार पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकता थे। फिलहाल इस हत्या की नाराणपुर पुलिस जांच कर रही है।
इसके पहले भी बीजेपी नेताओं की हुई है हत्या
इसके पहले भी नक्सलियों ने बीजेपी नेता कैलाश नाग की हत्या की थी। नक्सलियों घटना को तब अंजाम दिया जब बीजेपी नेता कैलाश नाग किसी काम से बाहर निकले थे। माओवादियों ने धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बीजेपी नेता असीम राय की हत्या 7 लाख की सुपारी देकर कार्रवाई गई थी। इसके लिए आरोपियों ने एक लाख में कट्टा खरीदा था। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली और कांग्रेस पार्षद विकास पाल सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर आज इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। शूटर विकास तालुकदार अभी भी एसआईटी की पकड़ से बाहर है, जिसकी तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि, कांकेर जिला के छोटेबैठिया क्षेत्र के बिनागुण्डा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में 30 से 50 नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीआरजी, एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन पर निकली थी। जवानों को आते देख नक्सलियों ने फायरिंग कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए। इसमें 25 लाख इनामी माओवादी सहित कई बड़े नक्सली नेताओं का शव बरामद किए।
19 अप्रैल मतदान
बता दें बस्तर में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। बस्तर सबसे ज्यादा नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्र है। बीते कुछ दिनों से लगातर संभाग में मुठभेड़ चल रही है। फिलहाल पुलिस संभाग में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में जुटी हुई है