BJP Supervisors Meeting: The name of the new Chief Minister can be announced any time in Chhattisgarh...see back to back VIDEOBJP Supervisors Meeting
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रायपुर, 10 दिसंबर। BJP Supervisors Meeting : छत्तीसगढ़ में कभी भी नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान हो सकता है। लंच के बाद विधायकों के साथ पर्यवेक्षकों की बैठक फिर शुरू हो गयी है। सुबह करीब नौ बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक रायपुर पहुंचे और दोपहर बारह बजे से विधायकों के साथ सीएम के नाम पर मंथन चल रहा है। विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम तय होने के बाद दिल्ली से सीएम के नाम पर मुहर लगेगी। विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा और दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद हैं. कुछ ही देर बाद विधायक दल की बैठक भी शुरू होने वाली है।

पर्यवेक्षकों के पास हैं दो विकल्प

पर्यवेक्षकों के पास दो विकल्प हैं जिसमें पहला ये है कि मीटिंग में ही ऐलान करें कि कौन होगा सीएम और या विधायकों की राय लेकर दिल्ली आए और बाद में दिल्ली से सीएम के चेहरे का ऐलान हो, लेकिन इतना तय है कि छत्तीसगढ में नए सीएम को लेकर बीजेपी अपनी राय बना लेगी। जीत मे अहम रोल निभाने वाले पार्टी के प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नवीन रायपुर में मौजूद है। दोनों नए सवाल के सीएम पर सब कुछ पर्यवेक्षकों की टीम पर छोड़ रहे हैं लेकिन ये जरूर कह रहे हैं कि 24 घंटे में राज्य को नया सीएम मिल जाएगा।

केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर रायपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में तीरंदाजी के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से मुलाकात की। तीरंदाजी की चर्चा करते हुए मुंडा ने कहा कि मुझे खुशी है कि यहां इतने सारे खिलाड़ियों से, तीरंदाजों से मिल रहा हूं। कुछ लोगों ने नेशनल पार्टिसिपेट किया है। नेशनल टूर्नामेंट में बहुत अच्छा परफॉर्म किया है। देश के प्रधानमंत्री लगातार खेल और खेल में जुड़े हुए हैं। इसे बहुत ऊंचे स्तर पर ले जाना चाहते हैं, और उनके निर्देशन में खेल लगातार आगे बढ़ रहा है।

सीएम के दावेदार चेहरे

सवाल ये है कि इस बार बीजेपी आदिवासी को सीएम बनाएगी या फिर गैर आदिवासी को या फिर किसी महिला को मौका देगी। बीजेपी ने इस बार किसी भी राज्य में सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट नहीं किया था। उधर रमन सिंह है जो शिवराज की तरह अलग किस्म का दबाव बनाते हुए लोकसभा चुनाव में जीत जरूरी है ये याद दिला रहे है। छत्तीसगढ में भी कई दावेदार है, जिनमें रमन सिंह के अलावा अरुण साव, विष्णुदेव साय, ओपी चौधरी और रेणुका सिंह (BJP Supervisors Meeting) के नाम चल रहे है।