विदिशा, 18 जुलाई। Borewell Rescue : एमपी के विदिशा जिले के कजरी बरखेड़ा गांव में हुए बोरवेल हादसा का शिकार हुई ढाई साल की मासूम ‘अस्मिता’ को जल्दी निकाल तो लिया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। करीब 15 फीट गहराई में फंसकर अस्मिता का दम घुट गया और चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना सुबह करीब 11 बजे हुई थी। जिसके बाद खबर मिलते ही मासूम बच्ची को बोरवेल से निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जिला-पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की टीम के साथ एसडीआरएफ का दल पहुंचा था। बताया गया कि जिस बोरवेल में हादसा हुआ था वह लगभग 20 फीट गहरा था।
घटना के करीब डेढ़ घंटे बाद हादसे वाले बोरवेल के समानांतर गड्ढे की खुदाई शुरू हुई। जेसीबी की मदद से खुदाई के बाद टनल बनाई गई और मासूम ‘अस्मिता’ को निकालकर सीधे अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों की टीम ने उसका परीक्षण किया। उसकी सांसे नहीं चल रही थी। अन्य प्रयासों से भी चिकित्सकों ने जांच की लेकिन धड़कने बंद थी। लगभग घंटे भर बाद चिकित्सकों ने अधिकारिक तौर पर अस्मिता को मृत घोषित कर दिया।
प्रभारी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ योगेश भरसट ने बताया कि प्रशासन ने अस्मिता को बचाने भरसक प्रयास किए गए। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। घर के आंगन में यह बोरवेल कुछ समय पहले मृतक बच्ची के पिता ने ही खुदवाया था, जिसे खुला छोड़कर रखा गया था। बच्ची जब खेल रही थी तो वह खेलते-खेलते बोरवेल के गड्ढे में जा गिरी।
रेस्क्यू के बाद बच्ची की मौत की खबर से पीड़ित परिवार गहरे सदमे में हैं। इस घटना पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और मंत्री विश्वास सारंग ने दुःख जताया हैं। वहीं प्रशासन ने बोरवेल खुला (Borewell Rescue) छोड़ने और लापरवाही बरतने के आरोप में इंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।