रायपुर, 20 सितंबर। Brawl at the Bar : रायपुर के जूक क्लब बार में शोएब ढेबर ने एक व्यापारी के साथ मारपीट की। बुधवार रात पार्किंग में गाड़ी रिवर्स करने के दौरान विवाद हुआ था। पीड़ित के FIR दर्ज कराने के बाद तेलीबांधा पुलिस ने आरोपी शोएब को गिरफ्तार कर लिया है। शोएब शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर का बेटा है।
पीड़ित अब्दुल मोबिन ने पुलिस को बताया कि वह ट्रांसपोर्टिंग और ट्रेडिंग का काम करता है। बुधवार को वह दोस्त शुभम डागा के साथ खाना खाने के लिए VIP रोड गया हुआ था। इस दौरान होटल शीतल इंटरनेशनल स्थित जूक क्लब-बार के बाहर BMW कार खड़ी थी। उसने गाड़ी को हटवाने के लिए हॉर्न दिया, जिससे कार रिवर्स करे। इस पर शोएब ढेबर ने कार से उतरकर बदसलूकी की।
तीन आरोपियों ने मिलकर की पिटाई
विवाद के दौरान शोएब के साथ उसके दोस्त अनस और अतीक मेमन भी थे। तीनों ने मिलकर अब्दुल मोबिन के गालों पर थप्पड़ जड़ दिए। साथ ही व्यापारी के साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी भी दी। इस मारपीट के बाद पीड़ित के गाल में चोट आई है।
इस विवाद के बाद आसपास मौजूद लोगों ने झगड़े को शांत कराया। फिर पीड़ित अब्दुल ने तेलीबांधा थाने पहुंचकर मामले में शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद शोएब ढेबर और अन्य के खिलाफ मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज की। इसके बाद शोएब को गिरफ्तार भी कर लिया गया।
शोएब का वकील बोला-राजनीतिक बदला
इस मामले को लेकर शोएब ढेबर के वकील अमीन खान ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जो FIR में धाराएं लगाई है वह जमानती है। शोएब को थाने से जमानत भी मिल गई। इसके बाद भी राजनीतिक बदला लेने के लिए उस पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर जेल भेजा गया है। हमने कोर्ट के आदेश के मुताबिक, 20 हजार रुपए का जमानतीय बॉन्ड भी पेश किया है।
युवती से साइबर स्टॉकिंग का भी केस है दर्ज
इससे पहले, ढेबर के घर सुपरवाइजर रहे इमरान मेघजी ने दूसरी FIR सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी। इसमें अनवर ढेबर के साथ ही उसके बेटे शोएब ढेबर, जुनैद ढेबर और एक अन्य को आरोपी बनाया गया है।
इमरान ने बताया कि, वह ढेबर के प्रोजेक्ट में सुपरवाइजर के तौर पर काम करता था। जब वह काम छोड़कर चला गया तो उसे डरा-धमकाकर बुलाया गया। चारों आरोपियों ने उससे मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
इमरान ने यह भी आरोप लगाया है कि, धमकी देकर उससे किसी लड़की की साइबर स्टॉकिंग कराई गई। आरोप है कि, लड़की के मोबाइल से जानकारी निकलवाने के लिए छेड़छाड़ की गई।