दुर्ग, 20 अक्टूबर। Brutal Murder : दुर्ग से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है, जहां नंदिनी थाना क्षेत्र के ग्राम ननकट्टी में बीती रात एक पोते ने अंधविश्वास के चलते अपनी दादी की त्रिशूल से हत्या कर दी। दादी का नाम रुक्मणी गोस्वामी बताया जा रहा है और पोते का नाम गोविंद गोस्वामी है। दादी और पोता घर में साथ ही रहते थे। पोते ने पहले त्रिशूल से वार कर उनकी हत्या कर दी और फिर पास के शिव मंदिर में जाकर दादी के खून से भगवान का अभिषेक कर दिया।
दुर्ग जनपद के धमधा क्षेत्र के उपमंडल पुलिस अधिकारी संजय पुंधीर ने बताया कि यह मामला अंधविश्वास का प्रतीत होता है। पुलिस को स्थानीय लोगों से सूचना मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां पर रुक्मणी गोस्वामी नामक महिला का शव मिला। छानबीन के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दादी की हत्या कर उनका खून शिवलिंग पर चढ़ाया
मृतका का हत्यारोपी बेटा गोविंद गोस्वामी गंभीर हालत में मिला, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गुलशन अपनी दादी के साथ एक मंदिर के पास रहता था और नियमित रूप से पूजा करता था। अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम को उसने अपने घर में अपनी दादी की त्रिशूल घोंपकर हत्या कर दी और मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर उसका खून चढ़ा दिया।
घायल पोते की हालत गंभीर
उन्होंने बताया कि इसके बाद वह व्यक्ति घर लौटा और उसी त्रिशूल से अपनी गर्दन पर हमला कर लिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। लहूलुहान मिले गोविंद गोस्वामी को पुलिस तत्काल नजदीकी अस्पताल ले गई। जहां से उसे एम्स रेफर कर दिया गया। पुलिस ने उसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना अंधविश्वास का मामला प्रतीत हो रहा है। अभी जांच की जा रही है।
अभिषेक के लिए पर्याप्त खून न मिलने पर आरोपी ने की आत्महत्या की कोशिश
हालांकि आरोपी ने त्रिशूल से खुद को भी घायल कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर अस्पताल पहुंचा दिया है। इस घटना को अंजाम देने के बाद अभिषेक के लिए पर्याप्त खून न मिलने पर आरोपी ने आत्महत्या की भी कोशिश की। सूचना मिलते ही नंदिनी थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत (Brutal Murder) में ले लिया।