रायपुर, 13 दिसंबर। CM Cabinet Breaking : शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने दोनों डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के साथ आज मंत्रालय पहुंचे। जहां उन्होंने विधिवत पूजा अर्चना के बाद पदभार ग्रहण किया। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के मंत्रालय पहुंचने के साथ ही कैबिनेट की बैठक की संभावना जताई जाने लगी, लेकिन कैबिनेट की बैठक कल होगी।
मंत्रालय से निकलते हुए सीएम विष्णु देव ने मीडिया के सामने जनता सहित सभी का आभार जताया। सीएम ने बताया कि मंत्रालय में पूजा अर्चना किया। कल कैबिनेट की बैठक होगी। आज सेक्रेटरी की परिचयात्मक बैठक ली। आज कोई निर्णय नहीं लिया है। इधर, सीएम विष्णुदेव और दोनों डिप्टी सीएम के मंत्रालय पहुंचे। आज राज्य कैबिनेट की बैठक होगी। यह बैठक मंत्रालय में होगी। अफसरों के अनुसार कोरोनाकाल के बाद कल (14 दिसंबर) पहली बार मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक होगी।
नए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। आज कोई निर्णय नहीं लिया गया। बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल की बैठक होगी। कल सभी विभागों के सचिवों के साथ एक परिचयात्मक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। इसके बाद एक प्रेस वार्ता की जाएगी।” बैठक में प्राथमिकता के आधार पर लिए जा सकने वाले फैसलों के बारे में पूछे जाने पर साय ने कहा, हम इस पर मंत्रिमंडल में चर्चा करेंगे। हालांकि, आप सभी जानते हैं कि हमारे चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों की ‘मोदी की गारंटी’ क्या है। इस पर कैबिनेट में चर्चा होगी और प्राथमिकताएं तय की जाएंगी।
भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद साय ने कहा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के लिए 18 लाख मकानों को मंजूरी देना पहला काम होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि 25 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ राज्य के संस्थापक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर, दो साल के लिए धान खरीद का बोनस, जो पिछली भाजपा सरकार (2013-2018) के दौरान लंबित था, किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि मोदी जी की सारी गारंटी, हमारे चुनावी वादे अगले पांच साल में पूरे हो जाएंगे।
पूर्व सरकार अपने बंगले से ही करते थे सरकारी कामकाज
बता दें कि 2018 में भूपेश बघेल ने दो मंत्रियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू के साथ 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण के बाद मंत्रालय पहुंचे थे। उसी दिन राज्य कैबिनेट की पहली बैठक हुई थी। इसके बाद देश में कोरोना वयारस का संक्रमण फैल गया और ज्यादातर काम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन होने लगे। कोरोना के दौर में कैबिनेट की बैठक भी ऑनलाइन हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ ही अधिकांश मंत्री सरकारी कामकाज अपने बंगले से ही करने लगे।
कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म होने के बाद भी मंत्रालय का कामकाज मंत्रियों के बंगले से ही चलता रहा। कैबिनेट की बैठक ऑफलाइन होने लगी, लेकिन 2019 के बाद की सभी बैठक मुख्यमंत्री के निवास कार्यालय में ही हुई। कुछ गिने चुने मंत्रियों को छोड़कर कोई भी मंत्री मंत्रालय नहीं जाता था। यही वजह है कि सीएम अपने दोनों डिप्टी सीएम के साथ आज मंत्रालय पहुंचे और कल कैबिनेट की बैठक भी मंत्रालय (Cabinet Breaking) में प्रस्तावित होने की जानकारी दी।