मयूरभंज, 14 जुलाई। Cannibalism : ओडिशा में दो लोगों को कथित तौर पर इंसानी मांस खाते हुए पकड़ा। लोगों ने उन्हें जमकर पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि हमारी बेटी का बीमारी के चलते निधन हो गया था। उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था, तभी शमशान पहुंचे दो लोगों ने बेटी की चिता में से मांस निकाला और खाने लगे।
दरअसल, रोंगटे खड़े करने वाली यह घटना ओडिशा के मयूरभंज जिले के बदसाही पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत आने वाले बांधसाही गांव की है। गांव में रहने वाली 25 साल की मधुस्मिता सिंह बीमार चल रही थी और इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद मधुस्मिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए बारीपदा अस्पताल भेजा गया था।
खाते नजर आए इंसानी मांस
पोस्टमार्टम के बाद मधुस्मिता का शव परिवार को सौंप दिया गया था और परिवार ने 12 जुलाई को गांव के शमशान में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पीड़िता परिवार और गांववालों का आरोप है कि दंतुनी गांव का रहने वाला 58 साल का सुंदर मोहन सिंह और 25 साल का नरेंद्र सिंह शमशान पहुंचे और मधुमिता की चिता में से शव का मांस निकालकर खाने लगे।
दोनों किए गए गिरफ्तार
उनकी इस हरकत को देख परिवार और गांव के लोग हैरान रह गए। लोगों ने दोनों को पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद दोनों को गमछे से बांधकर बांधसाही गांव के मुखिया के पास ले जाया गया। पूरे गांव में हंगामा मच गया।तत्काल ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गांववालों की शिकायत पर दोनों को हिरासत में ले लिया और लोगों को शांत कराया।
मामले में की जा रही है जांच: IIC
मामले पर आईआईसी संजय कुमार परिदा ने कहा कि गांववालों (Cannibalism) की शिकायत पर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि दोनों इंसानी मांस खा रहे थे। आईआईसी का कहना है कि घटना का अंजाम देने के दौरान दोनों नशे की हालत में थे। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 297 और 34 में केस दर्ज किया गया है और दोनों को कोर्ट में पेश किया गया है। हालांकि पुलिस को उनके पास से किसी भी तरह का मांस नहीं मिला। मामले में जांच की जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।