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All India Forest Sports Meet: Chief Minister met and congratulated the winning players of the All India Forest Sports Meet; Chhattisgarh became the overall champion for the 13th consecutive time in the All India Forest Sports Meet.
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All India Forest Sports Meet : मुख्यमंत्री ने ऑल इंडिया फ़ॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट के विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात कर दी बधाई, ऑल इंडिया फ़ॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में लगातार 13वीं बार ओवरऑल चैंपियन बना छत्तीसगढ़

रायपुर, 19 नवंबर। All India Forest Sports Meet : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में ऑल इंडिया फ़ॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में लगातार 13वीं बार ओवरऑल चैंपियन बनने वाले छत्तीसगढ़ के विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात की। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को इस शानदार उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री साय ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्होंने छत्तीसगढ़ का मान पूरे देश में ऊँचा किया है और उनकी यह उपलब्धि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। उल्लेखनीय है कि देहरादून में 12 से 16 नवंबर तक आयोजित 28वीं ऑल इंडिया फ़ॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में छत्तीसगढ़ ने अपना दबदबा कायम रखते हुए लगातार 13वीं बार ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती। यह विजय छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा, अनुशासन, कठिन परिश्रम और टीम की अदम्य प्रतिबद्धता का प्रतीक है। भव्य समापन समारोह में उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने संयुक्त रूप से ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी प्रदान की, जिसे छत्तीसगढ़ की ओर से आईएफएस श्रीमती शालिनी रैना एवं दल की नोडल अधिकारी ने ग्रहण किया। उनके नेतृत्व में टीम की एकजुटता और उत्कृष्ट प्रदर्शन इस उपलब्धि की प्रमुख वजह रहा। इस वर्ष 253 सदस्यों की मजबूत टीम के साथ छत्तीसगढ़ ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए कुल 150 पदक और 578 अंक हासिल किए, जो पहले रनर-अप से 221 अंकों की ऐतिहासिक बढ़त है। टीम ने 74 स्वर्ण, 34 रजत और 42 कांस्य पदक जीतकर प्रतियोगिता में अपना सर्वांगीण प्रभुत्व स्थापित किया। कई खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्तर पर भी शानदार प्रदर्शन कर राज्य का गौरव बढ़ाया—जिनमें निखिल ज़ाल्को ने तैराकी में पाँच स्वर्ण जीतकर सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी का खिताब प्राप्त किया। वहीं संगीता राजगोपालन ने बैडमिंटन और टेनिस में चार स्वर्ण एवं एक रजत जीतकर सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी का सम्मान हासिल किया। इसी प्रकार थोटा संकीर्तन ने पाँच स्वर्ण जीतकर महिला ओपन वर्ग में सर्वश्रेष्ठ एथलीट बनीं। सुखनंदन लाल ध्रुव और चारुलता गजपाल ने वेटरन श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया। यह ऐतिहासिक सफलता वन मंत्री केदार कश्यप के दूरदर्शी मार्गदर्शन और वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव के प्रेरक नेतृत्व का परिणाम है। उनके निरंतर सहयोग, दिशा और प्रोत्साहन ने टीम को हर बार नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। छत्तीसगढ़ वन विभाग की यह विजय केवल एक खेल उपलब्धि नहीं, बल्कि एक स्वर्णिम अध्याय है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर खेल भावना और उत्कृष्टता का नया मानक स्थापित किया है। राज्य ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उसकी खेल परंपरा, मेहनत और जज़्बा उसे लगातार चैंपियन बनाए रखते हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, नान के चेयरमैन संजय श्रीवास्तव, योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा, छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज, वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव सहित लघु वनोपज संघ के सदस्य तथा बड़ी संख्या में विजेता खिलाड़ी उपस्थित थे।

Taking Charge Ceremony: Chief Minister attended the taking charge ceremony of the newly appointed Chairman and Vice Chairman of Chhattisgarh State Minor Forest Produce (Trade and Development) Cooperative Federation Limited.
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Taking Charge Ceremony : मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज (व्यापार एवं विकास) सहकारी संघ मर्यादित के नवनियुक्त अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर, 19 नवंबर। Taking Charge Ceremony : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज (व्यापार एवं विकास) सहकारी संघ मर्यादित के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री रूप साय सलाम और उपाध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने नए दायित्वों के लिए अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि अध्यक्ष के रूप में सलाम को एक अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसे वे अपनी संवेदनशीलता, अनुभव और दक्षता के साथ उत्कृष्ट रूप से निभाएंगे। उन्होंने उल्लेख किया कि श्री सलाम स्वयं जनजातीय समुदाय से आते हैं और समुदाय की समस्याओं, अपेक्षाओं एवं आवश्यकताओं को भली-भांति समझते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों की आय बढ़ाने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रदेश में निवासरत जनजातीय समाज के उत्थान को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। साथ ही केंद्र में अलग जनजातीय मंत्रालय की स्थापना से समुदाय के विकास को नई गति मिली। उन्होंने कहा कि हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी भावना और संकल्प को आगे बढ़ाते हुए ‘धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना’ तथा ‘पीएम जनमन योजना’ लागू की, जिनके माध्यम से जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्राहकों को देश में सर्वाधिक मूल्य दिया जा रहा है। वनोपजों के वैल्यू एडिशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि वनवासी समुदाय की आय में वृद्धि हो और उन्हें वास्तविक आर्थिक मजबूती प्राप्त हो। वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ के मुखिया श्री विष्णु देव साय स्वयं जनजातीय समुदाय से आते हैं और वनवासी भाई-बहनों की पीड़ा, कठिनाइयों और आकांक्षाओं को गहराई से समझते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की 32% आबादी जनजातीय है तथा 44% क्षेत्र वनाच्छादित है, इसलिए वनोपज ही वनवासियों की आजीविका का प्रमुख स्रोत है। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता को ‘हरा सोना’ कहा जाता है और उसके अनुरूप मूल्य देने का कार्य मुख्यमंत्री श्री साय ने किया है। तेंदूपत्ता का प्रति मानक बोरा मूल्य 4,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन गया है। वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने न केवल चरण पादुका योजना को पुनः प्रारंभ किया है, बल्कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से वनोपज संग्राहक परिवारों के जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम लगातार उठाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, नान के चेयरमैन संजय श्रीवास्तव, योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा, छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज, वनबल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव सहित लघु वनोपज संघ के सदस्य तथा प्रदेशभर से बड़ी संख्या में पहुंचे वनोपज संग्राहक उपस्थित थे।

Investor Connect: Chhattisgarh receives major investment proposal in Ahmedabad, opening up investment of over Rs 33,000 crore, employment opportunities for over 10,532 people
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Investor Connect : अहमदाबाद में छत्तीसगढ़ को मिल बड़ा निवेश प्रस्ताव, 33,000 करोड़ से अधिक के निवेश, 10,532 से अधिक रोजगार का खुला रास्ता

अहमदाबाद, 11 नवंबर। Investor Connect : अहमदाबाद में इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को लगभग 33 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने थर्मल पावर प्लांट, ग्रीन स्टील मैन्युफैक्चरिंग, सोलर सेल, फार्मास्युटिकल उत्पाद और मेडिकल फूड सप्लीमेंट जैसे क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों को निवेश प्रस्ताव पत्र (इन्वेस्टमेंट लेटर्स) सौंपे। छत्तीसगढ़ को प्राप्त निवेश प्रस्ताव से राज्य में 10,532 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अहमदाबाद में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में देश के शीर्ष उद्योगपतियों और बिजनेस लीडर्स से राज्य में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। उद्योगपतियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग, निवेश और नवाचार की धरती गुजरात में आकर वे बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के कण-कण में उद्यम बसा है, और दुनिया का कोई ऐसा कोना नहीं जहां गुजराती भाइयों की मौजूदगी न हो। उन्होंने कहा गुजरात और छत्तीसगढ़ मिलकर विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गुजरात जिस तरह देश और दुनिया की अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है, उसी दिशा में छत्तीसगढ़ भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात के पास उद्यम है, तो छत्तीसगढ़ के पास ऊर्जा, खनिज, कुशल जनशक्ति और आकर्षक औद्योगिक नीति है जो निवेशकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते 22 महीनों में 350 से अधिक सुधार किए हैं, जिससे उद्योग लगाना आसान हुआ है। राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम के तहत एनओसी अब त्वरित रूप से जारी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति में उद्योगों को विशेष अनुदान और प्रोत्साहन दिए गए हैं। बस्तर और सरगुजा जैसे जनजातीय क्षेत्रों में उद्योग लगाने पर अतिरिक्त सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक राज्य में ₹7.5 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ कोयला उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर है और हाल ही में आयोजित एनर्जी समिट में ₹3.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। राज्य में थर्मल, हाइडल, सोलर और वन आधारित उद्योगों की बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि नवा रायपुर को आईटी और एआई डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने निवेश में रुचि दिखाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है, जिससे हॉस्पिटैलिटी और वेलनेस सेक्टर में भी निवेश की संभावनाएं खुली हैं। कार्यक्रम में सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक विश्वेश कुमार एवं अन्य अधिकारी भी शामिल रहे। इन कंपनियों ने निवेश की घोषणा की लीजियम लाइफ साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड- यह कंपनी फार्मास्यूटिकल उत्पाद और मेडिकल फूड सप्लीमेंट्स बनाती है। कंपनी ने ₹101 करोड़ का निवेश प्रस्ताव रखा है, जिससे 750 रोजगार सृजित होंगे। टोरेंट पावर लिमिटेड, अहमदाबाद- कंपनी ने ₹22,900 करोड़ की लागत से 1600 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है, जिससे छत्तीसगढ़ की ऊर्जा क्षमता को नई दिशा मिलेगी। इससे 5000 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। टोरेंट फार्मास्युटिकल लिमिटेड- फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए 200 करोड़ रुपये निवेश की योजना बताई है। इससे 200 लोगों को रोजगार मिलेगा। ओनिक्स थ्री एनर्सोल प्राइवेट लिमिटेड- यह कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया और ग्रीन स्टील मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेगी। इसमें ₹9,000 करोड़ का निवेश और 4,082 रोजगार प्रस्तावित हैं। माला क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड, सूरत- यह कंपनी सोलर सेल (2GW क्षमता) निर्माण यूनिट लगाएगी। इसके लिए ₹700 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है, जिससे 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की स्थापना के लिए ₹300 करोड़ का निवेश प्रस्ताव दिया गया है। यह स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में अहम कदम होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा। सफायर सेमीकॉम प्राइवेट लिमिटेड- यह कंपनी सेमी कन्डक्टर के निर्माण क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में 120 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे 4000 रोजगार सृजन होगा।

CG Rajyostav: Rajyotsav to be organised from 02 to 04 November, Industry Minister Lakhan Lal will be present as the chief guest.
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CG Rajyostav : राज्योत्सव का आयोजन 02 से 04 नवंबर तक, उद्योग मंत्री लखन लाल मुख्य अतिथि के रूप में होंगे शामिल

रायपुर, 29 अक्टूबर। CG Rajyostav : छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस रजत जयंती वर्ष के अवसर पर राज्योत्सव का आयोजन कोरबा के घंटाघर ओपन आडिटोरियम परिसर में 02 नवंबर से 04 नवंबर तक किया जायेगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाणिज्य श्रम व उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन होंगे। राज्योत्सव के शुभारंभ अवसर पर स्थानीय कलाकारों को मंच देने के साथ ही छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में 02 नवंबर को शाम 07 बजे से जसगीत गायक श्री दिलीप षड़ंगी, 03 नवंबर को लोक गायिक श्रीमती अलका चंद्राकर अपनी प्रस्तुति देंगी। 04 नवंबर को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें श्री अरूण जैमिनी, हास्य कवि श्री चिराग जैन, कवि श्री शशिकांत यादव, श्रद्धा शौर्य, देवेन्द्र परिहार, हीरामणी वैष्णव शामिल होंगे। तीन दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की कलाकारों द्वारा देशभक्ति छत्तीसगढ़ी गीत, लोक नृत्य, नृत्य नाटिका, शास्त्रीय संगीत एवं गायन की प्रस्तुति भी दी जायेगी। कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने आम नागरिकों से अपील की है कि राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर कार्यक्रम का आनंद उठायें। 

PM Suryaghar: Prime Minister Suryaghar Free Electricity Scheme becomes a milestone towards energy empowerment
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PM Suryaghar : प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना बनी ऊर्जा सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर

रायपुर, 25 अक्टूबर। PM Suryaghar : प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लोकहित में कारगर साबित हो रही है। सौर ऊर्जा का उपयोग कर बिजली उत्पादन करने की यह योजना ऊर्जा सशक्तिकरण की दिशा में मील पत्थर साबित हो रही है। राजनांदगांव शहर के बसंतपुर वार्ड नंबर 43 के निवासी श्री रामलाल पालीवाल ने बताया कि उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के संबंध में जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने विद्युत विभाग एवं वेंडर से संपर्क किया एवं अपने घर में 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाया है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन लगभग 12 से 15 यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लगभग 10 यूनिट बिजली का उपयोग होता है। श्री रामलाल पालीवाल ने बताया कि अब बिजली बिल से राहत मिली है और बिजली की बचत हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना बहुत उपयोगी है। इसका लाभ सभी को लेना चाहिए। ऊर्जा के संरक्षण की दिशा में उपयोगी राजनांदगावं शहर के बसंतपुर वार्ड नंबर 43 के निवासी श्री रामलाल पालीवाल रूफ टॉप सोलर प्लांट की लागत 1 लाख 75 हजार रूपए है। शासन की ओर से 78 हजार रूपए अनुदान राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि पहले बिजली के बिल से परेशान थे। 1200 से 1500 रूपए तक बिजली बिल आता था। वही गर्मियों में बढ़कर 2000 रूपए से अधिक बिजली का बिल देना पड़ता था। उन्होंने कहा कि अब बिजली के बिल से मुक्ति मिल गई है और अतिरिक्त बिजली 446 यूनिट जमा है। रूफ टॉप सोलर प्लांट पर्यावरण मित्र होने के साथ ही ऊर्जा के संरक्षण की दिशा में उपयोगी है।  उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत अपने घर की छत पर ही ऊर्जा का उत्पादन करने की यह पहल बिजली के बिल से मुक्ति दिलाने तथा ऊर्जा संरक्षण की दिशा में लाभदायक साबित हो रही है। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत स्थापित प्लांट नेट मीटरिंग द्वारा विद्युत ग्रिड से संयोजित होगा, जिससे उपभोक्ता द्वारा अपनी खपत से अधिक उत्पादित बिजली ग्रिड में सप्लाई हो जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि ग्रिड में दी गई बिजली के एवज में अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है।  शासन द्वारा दोहरी सब्सिडी ऑनलाईन जारी की जाती है शासन द्वारा प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत 3 किलोवॉट तक राज्य सरकार द्वारा 30 हजार रूपए ओर केन्द्र सरकार द्वारा 78 हजार रूपए तक की सब्सिडी प्रति प्लांट दिए जाने का प्रावधान है। रूफटॉप सोलर संयंत्र की क्षमता अनुसार लागत राशि एवं सब्सिडी अलग-अलग है। उपभोक्ता द्वारा सोलर प्लांट के ब्रांड चयन कर सकते है। 3 किलोवाट से अधिक क्षमता का प्लांट लगाने पर अधिकतम 78 हजार रूपए तक सब्सिडी का प्रावधान है। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को वेबसाईट चउेनतलंहींतण्हवअण्पद या पीएम सूर्यघर मोबाईल एप पर पंजीयन कर लॉग इन आईडी प्राप्त करना होगा। इसके बाद वेब पोर्टल पर उपलब्ध वेंडर का चुनाव कर बिजली कर्मचारी की मदद से वेब पोर्टल पर पूर्ण आवेदन करना होगा। निर्धारित अनुबंध हस्ताक्षरित होने के पश्चात वेंडर द्वारा छत पर प्लांट की स्थापना एवं डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर स्थापित किया जाता है। स्थापित प्लांट के सत्यापन पश्चात शासन द्वारा सब्सिडी ऑनलाईन जारी कर दी जाती है।  बैंक से ऋण लेने में कोई दिक्कत नहीं श्री पालीवाल ने बताया कि बैंक से ऋण लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई 1 लाख 75 हजार रूपए बैंक से तत्काल ऋण मिल गया। ईएमआईके माध्यम से आसान किस्तों में ऋण का भुगतान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत उपभोक्ता नोन लेने का इच्छुक हो तो प्रकरण पर 7 प्रतिशत ब्याज दर पर बैंक ऋण हेतु बैंकों को जनसमर्थन पोर्टल द्वारा ऑनलाईन प्रेषित किया जाता है।

Govardhan Pooja: On the occasion of Govardhan Puja, the Chief Minister worshipped cows and wished happiness and prosperity for the people of the state.
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Govardhan Pooja : गोवर्धन पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने किया गौपूजन, प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की

रायपुर, 22 अक्टूबर। Govardhan Pooja : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास रायपुर में स्थित गौशाला में गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौमाता की पूजा-अर्चना की और गौ माता को खिचड़ी खिलाकर गोसेवा की परंपरा निभाई। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली की मंगलकामना की। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गोवर्धन पूजा प्रकृति, गौवंश और पर्यावरण के प्रति आभार व्यक्त करने का पावन पर्व है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी। पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद वितरण के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने गौशाला में सेवा कर रहे गौसेवकों को अपने हाथों से मिठाई खिलाकर सम्मानित किया। उन्होंने गौसेवा के लिए उनकी सराहना करते हुए सभी से गौवंश की रक्षा एवं संरक्षण के कार्यों में आगे आने का आग्रह किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौसेवकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौशाला में गौवंश की देखरेख की सभी व्यवस्था मौजूद है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गोवर्धन पूजा हमारे जीवन में प्रकृति, अन्न और पशुधन के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। गाय भारतीय संस्कृति की आधारशिला है, जो न केवल हमारे ग्रामीण जीवन से जुड़ी है, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था और आस्था दोनों का केंद्र भी है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मिट्टी में गोसेवा और प्रकृति पूजन की भावना गहराई से रची-बसी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय, अन्न और धरती का सम्मान करना उस मातृशक्ति को प्रणाम करना है, जिससे हमारा जीवन जुड़ा है। जब हम इन्हें नमन करते हैं, तब हम अपनी संस्कृति की जड़ों, अपनी आत्मा की गहराइयों और समृद्धि के स्रोतों को स्पर्श करते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में गाय गौमाता के रूप में पूजनीय है, और इसी भावना के साथ राज्य सरकार गोसेवा को ग्रामीण विकास की धुरी बनाने के लिए कार्य कर रही है।

Deputy CM Vijay Sharma: For the first time in the state, on Diwali, Deputy Chief Minister Vijay Sharma had refreshments and affectionate respect with Swachhata Didi and Commandos, resolved to make Kawardha the cleanest city in the state.
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Deputy CM Vijay Sharma : प्रदेश में पहली बार दीपावली पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने किया स्वच्छता दीदियों व कमांडो के साथ जलपान एवं स्नेहिल सम्मान, कवर्धा को प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का लिया संकल्प

रायपुर, 20 अक्टूबर। Deputy CM Vijay Sharma : छत्तीसगढ़ में पहली बार दीपावली के अवसर पर राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा के स्थानीय विधायक विजय शर्मा ने स्वच्छता कर्मियों का आत्मीय सम्मान कर एक मिसाल कायम की। उन्होंने अपने कवर्धा स्थित निवास में नगर पालिका क्षेत्र के लगभग 200 स्वच्छता दीदी और स्वच्छता कमांडो को आमंत्रित कर उनके साथ जलपान किया और स्नेहपूर्वक उपहार, मिठाई व फटाखे भेंट किए। यह आयोजन दीपावली के दिन स्वच्छता योद्धाओं के सम्मान के रूप में पूरे प्रदेश में अपनी तरह का पहला आयोजन रहा। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्र प्रकाश चन्द्रवंशी, श्री वीर सिंह पटेल, श्री शिव अग्रवाल, सीएमओ श्री रोहित साहू सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, स्वच्छता दीदी और कमांडो उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि दीपावली का अर्थ केवल अपने घर को दीपों से सजाना नहीं, बल्कि उन हाथों का सम्मान करना भी है जो हमारे नगर को प्रतिदिन स्वच्छ और सुंदर बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मी हमारे समाज के ‘स्वच्छता के प्रकाश दीप’ हैं। जिस तरह दीपक अंधकार को मिटाता है, उसी तरह ये कर्मवीर स्वच्छता योद्धा हमारे जीवन से गंदगी और अव्यवस्था को दूर करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को धरातल पर सफल बनाने में इन स्वच्छता दीदी और भाइयों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। श्री शर्मा ने नगर पालिका अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे समय-समय पर स्वच्छता कर्मियों से संवाद स्थापित करें और उनके कार्यों की सराहना करें। कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता दीदियों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री द्वारा मिला यह सम्मान उनके लिए प्रेरणादायक है और इससे उनका मनोबल कई गुना बढ़ा है। उन्होंने नगर की स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प दोहराते हुए श्री शर्मा को दीपावली की शुभकामनाएँ दीं। सभी स्वच्छता कर्मियों ने भी सामूहिक रूप से कवर्धा के स्थानीय विधायक श्री विजय शर्मा के इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया। नगरवासियों और सामाजिक संगठनों ने भी उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के इस अभिनव पहल की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा कि समाज में सबसे अधिक सम्मान के पात्र वे लोग हैं जो बिना किसी प्रचार के प्रतिदिन सुबह से पहले उठकर पूरे नगर को स्वच्छ बनाते हैं। इस आत्मीय आयोजन पर उपस्थित समस्त लोगों ने स्वच्छता कर्मियों के अथक परिश्रम को सराहा। स्वच्छताकर्मी ही वही वास्तविक दीप है जो स्वच्छता का प्रकाश प्रसारित करते है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि आज का यह आयोजन केवल उपहार वितरण का कार्यक्रम नहीं था बल्कि समाज में स्वच्छता कर्मियों की गरिमा और महत्व को स्थापित करने का एक सशक्त संदेश था जिसने यह सिद्ध किया कि वास्तविक दीप वही हैं जो अपने कर्म से दूसरे के जीवन में प्रकाश फैलाते हैं।

Gift of Ujjwala Yojana: New gas connections will be available in Chhattisgarh before Diwali! See the list of eligibility criteria here.
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Gift of Ujjwala Yojana : दीपावली से पहले छत्तीसगढ़ में इनको मिलेंगे नए गैस कनेक्शन…! यहां देखें पात्रता मानदंडों की सूची

रायपुर, 19 अक्टूबर। Gift of Ujjwala Yojana : प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) के तहत एक बार फिर दीपावली से पहले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को बड़ी राहत दी गई है। भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा इस योजना के अंतर्गत 25 लाख नए उज्जवला गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें छत्तीसगढ़ को 2 लाख 23 हजार कनेक्शन का लक्ष्य मिला है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को निर्देश दिए हैं कि इस योजना को तत्परता से लागू किया जाए। 15 दिन में मिलेंगे नए कनेक्शन राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी जिलों में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में ‘जिला उज्जवला समिति’ बनाई जाएगी। पात्र हितग्राहियों से 7 दिनों के भीतर आवेदन लिए जाएंगे, जिनका परीक्षण कर 15 दिनों के भीतर गैस कनेक्शन जारी कर दिया जाएगा। नियद नेल्ला नार योजना क्षेत्रों को प्राथमिकता बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर और दंतेवाड़ा जैसे दूरस्थ और नक्सल-प्रभावित जिलों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। यहां शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को उज्जवला योजना का लाभ दिलाया जाएगा। ऑयल कंपनियों के साथ मिलकर इन क्षेत्रों में विशेष शिविर आयोजित कर ई-केवाईसी सहित सभी प्रक्रियाएं पूर्ण की जाएंगी। जिला स्तरीय समिति की जिम्मेदारी जिला कलेक्टर या उनके प्रतिनिधि इस योजना की निगरानी करेंगे। समिति में तेल कंपनियों के अधिकारी, जिला खाद्य अधिकारी और गैर-सरकारी सदस्य शामिल होंगे। समिति कम से कम 5% आवेदनों का सत्यापन करेगी। पात्रता मापदंड घोषित विशेष शिविरों के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया राज्य के चिन्हांकित गाँवों और दुर्गम क्षेत्रों में 34,425 पात्र परिवारों के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जहाँ आवेदन लिए जाएंगे और ई-केवाईसी प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी।

Special Article: Women of the group are prospering by selling diyas and puja items, having made sales worth Rs 1.11 lakh.
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Special Article : दीयों और पूजा सामग्री के बिक्री से समूह की महिलाएं हो रही समृद्ध, 1.11 लाख रूपये की कर चुकी हैं बिक्री

गौरेला पेंड्रा मरवाही, 15 अक्टूबर। Special Article : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की आत्मनिर्भर भारत की संकल्प को पूरा करने की दिशा में स्वसहायता समूह की महिलाएं अपनी योगदान दे रहीं हैं। दीपावली पर्व के अवसर पर कलात्मक दीयों और पूजा सामग्री का निर्माण करके स्थानीय हाट बाजारों में बिक्री करके समृद्ध हो रहीं हैं। जिला प्रशासन एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से पेंड्रा जनपद की पांच महिला स्वसहायता समूहों की 12 महिलाएं मिलकर अब तक 70 हजार मिट्टी के दीये तैयार कर लिए हैं। इसके साथ ही अगरबत्ती, बाती एवं तोरण तैयार कर स्थानीय बाजारों-कोटमी, नवागांव और कोड़गार हाट बाजार में बेच रही हैं। समूह द्वारा निर्मित दीये रायपुर में आयोजित सरस मेला में भी प्रदर्शित किया गया है और बेचे भी जा रहे हैं। समूह द्वारा अब तक 1 लाख 11 हजार 500 रूपये की दीयों एवं पूजा सामग्री का बिक्री की जा चुकी है। समूह की सदस्य ग्राम झाबर निवासी क्रांति पुरी ने बताया कि इस काम से उन्हें करीब 9 हजार रुपये का मुनाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की दिवाली उनके लिए बहुत खास बन गई है और वे इस आय से काफी खुश हैं। ब्लॉक मिशन प्रबंधक सुश्री मंदाकिनी कोसरिया ने जानकारी दी कि इस कार्य से सीधे तौर पर पांच महिला स्वसहायता समूहों के परिवारों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। इससे महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में भी सक्षम हो रही हैं। यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन कर रही है, बल्कि परंपरागत दीयों के उपयोग को भी बढ़ावा दे रही है। मिट्टी के दीयों की बिक्री से जहां महिलाओं की आमदनी बढ़ी है, वहीं पर्यावरण के लिए भी अनुकूल विकल्प है।

Mayali Nature Camp: Online booking facility started at Mayali Nature Camp
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Mayali Nature Camp : मयाली नेचर कैम्प में ऑनलाइन बुकिंग सुविधा प्रारंभ

रायपुर, 12 अक्टूबर। Mayali Nature Camp : जशपुर जिले के कुनकुरी परिक्षेत्र अंतर्गत स्थित मयाली नेचर कैम्प अपनी प्राकृतिक सुंदरता एवं मनोहारी परिवेश के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह क्षेत्र घने वनों से आच्छादित है। यह क्षेत्र जशपुर जिले को प्रकृति द्वारा मिला एक अनुपम उपहार है। मयाली नेचर कैम्प देवबोरा एवं मयाली ग्राम के मध्य स्थित है। यह स्थल पारिवारिक भ्रमण, मित्रों के साथ अवकाश व्यतीत करने तथा साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए लंबी दूरी की पैदल यात्राओं हेतु अत्यंत उपयुक्त है। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मयाली नेचर कैम्प में ऑनलाइन गेट मनी बुकिंग सुविधा प्रारंभ की गई है। इस सुविधा के माध्यम से पर्यटक अब अपने भ्रमण हेतु ऑनलाइन टिकट प्राप्त कर सकेंगे। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस ऑनलाइन सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और मयाली नेचर कैम्प की प्राकृतिक सौंदर्यता का आनंद लें।