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Liquor Scam Accused: Two accused of liquor scam presented in Raipur court... EOW took action by bringing them on production warrant from Jharkhand... Watch VIDEO here
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Liquor Scam Accused : रायपुर कोर्ट में पेश किए गए शराब घोटाले के दो आरोपी…EOW ने झारखंड से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर की कार्रवाई…देखें VIDEO

रायपुर, 29 अगस्त। Liquor Scam Accused : झारखंड में हुए करोड़ों रुपये के कथित शराब घोटाले के दो मुख्य आरोपियों अतुल सिंह और मुकेश मनचंदा को शुक्रवार को रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट के तहत झारखंड से रायपुर लाया। दोनों को रायपुर के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरज शर्मा की अदालत में पेश किया गया, जहां घोटाले से संबंधित छत्तीसगढ़ कनेक्शन की जांच के मद्देनज़र यह कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। EOW सूत्रों के अनुसार, आरोपियों पर करोड़ों रुपये के लेन-देन और शराब लाइसेंस में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप हैं। झारखंड में पहले से लंबित मामलों में गिरफ्तारी के बाद, छत्तीसगढ़ से जुड़े पहलुओं की जांच के लिए उन्हें रायपुर लाया गया है।अगली सुनवाई में आरोपियों से पूछताछ और जब्ती से संबंधित कदम उठाए जाने की संभावना है।

Teacher's Day: 64 teachers of Chhattisgarh will be honored...! Ceremony organized at Raj Bhavan... See the list of selected teachers here
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Teacher’s Day : छत्तीसगढ़ के 64 शिक्षकों को किया जाएगा सम्मानित…! राजभवन में आयोजित समारोह…यहां देखें चयनित शिक्षकों की List

रायपुर, 27 अगस्त। Teacher’s Day : शिक्षक दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने जा रही है। 5 सितंबर 2025 को राजभवन रायपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में इस बार 64 चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। चयनित शिक्षकों को भेजा गया आमंत्रण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) और शिक्षा संचालनालय (DPI) द्वारा पहले ही सम्मान के लिए चयनित शिक्षकों के नामों की घोषणा कर दी गई थी। अब इन शिक्षकों को राजभवन में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। सभी चयनित शिक्षकों को 4 सितंबर को रायपुर में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षक सम्मान का उद्देश्य राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान का मुख्य उद्देश्य, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करना। शिक्षा प्रणाली में नवाचार, बच्चों के सर्वांगीण विकास, अनुशासन, समर्पण और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना। समाज में शिक्षकों की भूमिका और सम्मान को और मजबूत करना। 5 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Teacher’s Day) की जयंती के रूप में मनाया जाता है और यह दिन गुरु के योगदान को नमन करने का अवसर होता है। छत्तीसगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता को आगे बढ़ाने में निरंतर योगदान देने वाले शिक्षकों को यह सम्मान, न केवल उनका मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा। यहां देखें List

Everyday Accident: Gariaband Breaking...! Impact of the news of a public voice... As soon as the news on the bad condition of the road was published, repair work started within 4 hours... Villagers expressed gratitude
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Everyday Accident : गरियाबंद ब्रेकिंग…! एक जनता की आवाज़ खबर का असर…सड़क की दुर्दशा पर खबर छपते ही 4 घंटे में शुरू हुआ मरम्मत कार्य…ग्रामीणों ने जताया आभार VIDEO

उरेन्द्र साहू/गरियाबंद, 25 अगस्त। Everyday Accident : रविवार को खराब सड़क के मुद्दे पर खबर प्रकाशित हुई थी। जिसके बाद सोमवार सुबह ही ग्राम सहसपुर में खराब सड़क को लेकर प्रकाशित खबर के बाद, लोक निर्माण विभाग (PWD) राजिम की टीम ने मौके पर पहुंचकर सड़क मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। कुछ ही घंटों में सड़क पर आवागमन सुचारू रूप से शुरू हो गया है। Everyday Accident : बदहाल सड़क से रोज दुर्घटना…! PWD, PHE और PMJSY विभाग मौत को दे रही दावत खबर के 4 घंटे भीतर हरकत में आया विभाग आपको बता दें कि मरम्मत से पहले घुटने तक गड्ढे लोगों को परेशान कर रहे थे। लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे थे और उस स्थान पर बड़ी दुर्घटना की संभावना दिखाई दे रही थी। जिस पर गरियाबंद संवाददाता ने जनहित में कार्य करते हुए खबर प्रकाशित की। ग्रामीणों का आभार कुछ घंटे के अंदर लोक निर्माण विभाग ने बजरी (Everyday Accident) से गड्ढों को भरकर सड़क को आवाजाही के लिए खोल दिया। आसपास के ग्रामीणों ने हमारे संवाददाता और मीडिया टीम का आभार व्यक्त किया है, जिनकी पहल पर यह सुधार हुआ। उन्होंने कहा कि, सड़क की समस्या बहुत दिनों से थी, लेकिन हम बहुत खुश हैं। घुटने भर गड्ढे लोगों को परेशान ग्रामीण बता दे, सहसपुर लोहरसी मार्ग पर घुटने भर गड्ढे लोगों को परेशान कर रही है। ग्रामीणों के बताये अनुसार PHE विभाग द्वारा नाली निर्माण किया जा रहा था उस दौरान पाइप लाइन लगाने के लिये रोड को खोदा था और कामचलाऊ मिट्टी डाल कर छोड़ दिया अब वही स्थान बड़े गड्ढे का रूप ले लिया है और आय दिन राहगीर दुर्घटना के शिकार होते जा रहे है, तीज त्यौहार के दिन होने से मार्ग मे आवगमन बड़ गयी है. दोपहया वाहन गिर जा रहे है। वही बात करें खुटेरी की तो हालत बद से बत्तर हो चुकी है, इस मार्ग से जाना मतलब जान हथेली मे लेना मानो जंगल मे जवान नक्सलियों से युद्ध करने जा रही हो और परिणाम किसके पक्ष में आएगा इसका कुछ नहीं कहा जा सकता कुछ इसी प्रकार इस मार्ग की स्थिति बनी हुई है। देर रात अंधेरे में जाने पर अक्सर लोग गिर जा रहे हैं और कीचड़ से लगभग हो जा रहे हैं सड़क की हालत देख लोग अब उसे मार्ग में जाने से कतरा रहे हैं।

Adopted Tuberculosis Patient: Chhattisgarh Governor becomes sensitive guardian...! Ramen Deka becomes the first Governor of the country... Know the reason here
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Adopted Tuberculosis Patient : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बने संवेदनशील अभिभावक…! देश के पहले राज्यपाल बने रमेन डेका…यहां जानें कारण

रायपुर, 23 अगस्त। Adopted Tuberculosis Patient : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने एक मिसाल कायम करते हुए देश के पहले ऐसे राज्यपाल बनने का गौरव हासिल किया है, जिन्होंने टीबी (क्षय रोग) से जूझ रहे मरीजों को व्यक्तिगत तौर पर गोद लिया है। राज्यपाल डेका ने प्रदेश के सभी 33 जिलों के कुल 330 टीबी मरीजों को ‘निक्षय मित्र’ के रूप में अपनाया है। इस पहल के तहत अब इन मरीजों को उनके उपचार की अवधि में प्रति माह 500 रुपये का पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा। राज्यपाल ने इस मौके पर उद्योगपतियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और समाजसेवियों से भी अपील की कि वे ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ से जुड़ें और टीबी मरीजों की सेवा में सहभागी बनें। राज्यपाल रमेन डेका ने कहा, सामूहिक प्रयासों और जनभागीदारी (Adopted Tuberculosis Patient) से ही हम छत्तीसगढ़ और पूरे भारत को टीबी मुक्त बना सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने राज्यपाल की इस पहल की सराहना की है और इसे एक प्रेरणादायी कदम बताया है, जिससे आम लोगों में भी टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

Letter to the Governor: Breaking News...! Leader of Opposition Charan Das Mahant wrote a letter to the Governor...demanding the removal of a minister...see here who that minister is
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Letter to the Governor : ब्रेकिंग न्यूज़…! नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने राज्यपाल को लिखा पत्र…एक मंत्री को हटाने की मांग…यहां देखें कौन है वह मंत्री

रायपुर, 22 अगस्त। Letter to the Governor : छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर गरमाहट आ गई है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने राज्यपाल रमेन डेका को पत्र लिखकर हाल ही में साय सरकार द्वारा किए गए मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है। उन्होंने संवैधानिक नियमों का हवाला देते हुए, एक मंत्री को तत्काल पद से हटाने की मांग की है। क्या है मामला? 20 अगस्त को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। इस विस्तार में हरियाणा मॉडल के तर्ज पर 14 मंत्रियों को शामिल किया गया। लेकिन अब इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष का तर्क डॉ. महंत ने अपने पत्र में लिखा है, संविधान के अनुच्छेद 164(1A) के तहत किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की कुल संख्या, विधानसभा के कुल सदस्यों की संख्या के 15% से अधिक नहीं हो सकती। छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 विधायक हैं, ऐसे में अधिकतम 13 मंत्री ही बनाए जा सकते थे, लेकिन वर्तमान में 14 मंत्री हैं, जो संविधान की अवहेलना है। राज्यपाल से की हस्तक्षेप की मांग चरण दास महंत ने राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप करने और एक मंत्री को पद से हटाने की मांग की है। उन्होंने इसे संवैधानिक मर्यादाओं और लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवश्यक बताया। क्या बोले जानकार? विधि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि नेता प्रतिपक्ष के तर्कों में दम है तो यह मुद्दा कानूनी और संवैधानिक विवाद का कारण बन सकता है। राज्यपाल इस पर क्या कदम उठाते हैं, इस पर सबकी निगाहें हैं। इस पत्र के (Letter to the Governor) बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ दल की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि विपक्ष इस मुद्दे को आने वाले विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएगा।

Act of Maid: Caution...! Maid working for 10 years sprayed urine on utensils... shameful act caught on CCTV... watch video here
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Act of Maid : सावधान…! 10 साल से काम कर रही नौकरानी ने बर्तनों पर छिड़का पेशाब…CCTV में कैद हुई शर्मनाक हरकत…यहां देखें Video

बिजनौर, 22 अगस्त। Act of Maid : बिजनौर जिले के नगीना कस्बे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक प्रतिष्ठित व्यापारी परिवार के घर में पिछले दस वर्षों से काम कर रही महिला घरेलू सहायिका ने ऐसा कृत्य कर डाला, जिससे पूरा परिवार स्तब्ध रह गया। महिला ने रसोई में रखे बर्तनों पर पेशाब छिड़क दिया, और यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। कैसे सामने आया मामला परिवार की महिला सदस्य ने कई बार घरेलू सहायिका के अजीब व्यवहार को महसूस किया था, लेकिन किसी ठोस सबूत के अभाव में कुछ नहीं कहा। हाल ही में शक गहराने पर रसोई और आस-पास के हिस्सों में गुप्त रूप से सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। कुछ दिनों बाद जब महिला रोज़ की तरह दोपहर में काम करने आई, तो वह बर्तन धोने लगी। उसी दौरान कैमरे में स्पष्ट रूप से कैद हुआ कि उसने पहले एक गिलास में पेशाब किया और फिर वही पेशाब रसोई में रखे धोए हुए बर्तनों पर छिड़क दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो घटना का वीडियो घर के एक सदस्य ने सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। लोग इसे अमानवीय, घिनौनी और मानसिक विकृति से जुड़ी हरकत बता रहे हैं। कई यूज़र्स ने कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस कार्रवाई शाम को जब महिला फिर से काम पर पहुंची, तो परिवार ने उसे मौके पर पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस द्वारा पूछताछ में महिला ने अपनी गलती स्वीकार की, लेकिन इस हरकत के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया। फिलहाल, पीड़ित परिवार की ओर से कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है, इस कारण पुलिस ने प्राथमिक रूप से शांतिभंग की धारा में चालान कर कार्रवाई की है। पुलिस का कहना है कि यदि शिकायत मिलती है, तो आगे की कानूनी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। विश्वास पर सवाल यह घटना न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा, बल्कि घरेलू सहायकों (Act of Maid) पर बनने वाले विश्वास के ताने-बाने को भी गहरा आघात देती है। स्थानीय लोगों में इसे लेकर आक्रोश और असहजता देखी जा रही है। प्रशासन और आम जनता से अपील की जा रही है कि ऐसे मामलों में जल्दबाज़ी में कोई अफवाह न फैलाएं, और जांच पूरी होने तक तथ्यात्मक जानकारी पर ही भरोसा करें।

Divyang Child: 90% Divyang and 100% neglected...! This child from Gariaband is dragged to school... helpless father's pathetic appeal - Sir...! Please help me
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Divyaang Child : 90% दिव्यांग और 100% उपेक्षित…! घसीटते हुए स्कूल जाता गरियाबंद का यह बालक…बेबस पिता की करुण अपील- साहब…! मदद दिला दो

गरियाबंद, 21 अगस्त। Divyaang Child : सरकारें चाहे लाख दावा करें कि वे दिव्यांगजनों के लिए योजनाएं चला रही हैं, लेकिन हकीकत गांवों के आखिरी छोर में बसे जरूरतमंदों की जमीनी हालात देखकर खुद ही कटघरे में खड़ी हो जाती है। ऐसा ही एक मार्मिक उदाहरण है, फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम रवेली का 13 वर्षीय दिव्यांग बालक मनोज उर्फ पप्पू विश्वकर्मा, जो 90% दिव्यांगता के साथ अपना जीवन घिसट-घिसट कर जी रहा है। नसीब में नहीं सरकारी मदद पप्पू न तो चल सकता है, न बोल सकता है, और न ही अपने दैनिक कामों (Divyaang Child) को खुद कर पाता है। वह मूक है, दोनों हाथ-पैर काम नहीं करते, फिर भी उसके माता-पिता को आज तक सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिला। पिता राजकुमार विश्वकर्मा, जो एक दिहाड़ी मजदूर हैं, ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर कार्यालय से लेकर जनपद तक दर्जनों बार चक्कर काटे, लेकिन बेटे को न तो दिव्यांग पेंशन, न सहायता उपकरण, और न ही कोई ई-रिक्शा या व्हीलचेयर मिल सकी। बीमारी से कोमा में गया बच्चा, कर्ज लेकर इलाज कराया राजकुमार बताते हैं कि कुछ महीने पहले बेटे की तबीयत अचानक बिगड़ गई। रातों-रात उसे रायपुर के मेकाहारा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा पीलिया जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित होकर कोमा में चला गया। पिता की भर्राई आवाज में अपनी पीड़ा बताई- बेटे की जान बचाने के लिए हमें 1 लाख रुपये से ज्यादा कर्ज लेना पड़ा, आज तक हम उसी कर्ज में डूबे हुए हैं। 150 मीटर दूर स्कूल तक घिसटकर जाता है बच्चा सबसे मार्मिक दृश्य तब सामने आता है जब ये मासूम बच्चा घर से 150 मीटर दूर स्कूल तक जमीन पर घिसटते हुए पहुंचता है। वह कक्षा 7वीं में पढ़ रहा है और भविष्य की एक छोटी सी उम्मीद संजोए है। पिता राज कुमार ने कहा, जब मैं उसे खुद घसीटते हुए स्कूल जाते देखता हूं तो मेरा दिल टूट जाता है। राजकुमार ने प्रशासन से हाथ जोड़ कर अपील (Divyang Child) की है, साहब! बच्चे को सरकारी मदद दिला दो… कुछ कर दो… मेरी हैसियत नहीं कि हर दिन घिसट-घिसट कर बेटे का भविष्य बना सकूं।

Independence Day 2025: Police officers and jawans of Chhattisgarh will be honored on Independence Day...see list here
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Gang Rape of Tribal Girl : 3 साल में 7418 रेप…! सीधी की घटना से थर्राया एमपी

सीधी, 08 अगस्त। Gang Rape of Tribal Girl : मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। जिसके बाद तीन आरोपियों को पुलिस ने दबोचा है। बताया जा रहा है कि युवती अपने मंगेतर के साथ जंगल घूमने और फोटो खिंचाने के लिए निकली थी। इसी दौरान चार बदमाशों ने युवक पर हमला कर उसे घायल कर दिया और युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि एक आरोपी अभी भी फरार है। घटना चुरहट के जंगल में हुई। मंगलवार को हुई घटना के बाद पीड़िता रोती-बिलखती गांव पहुंची और पास ही भवन निर्माण कार्य में लगे लोगों से मदद मांगी और अपनी आपबीती सुनाई। बताया जा रहा है कि वह अपने प्रेमी के साथ जंगल से बाहर आने के लिए नीचे उतर रही थी, तभी आरोपी ने उसका मुंह दबा कर बंद किया और प्रेमी के सिर पर डंडे से वार कर उसे घायल कर दिया। वह ज़मीन पर गिर पड़ा। दो आरोपी पीड़िता को घसीटकर जंगल की ओर ले गए, जबकि दो युवकों ने प्रेमी को पकड़ रखा था। पीड़िता ने बताया कि वह गिड़गिड़ाती रही। उसने आरोपियों के पैर भी पकड़े, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। कांग्रेस ने बीजेपी पर किया तीखा हमला मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना को शर्मनाक और मानवता को कलंकित करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रदेश में कानून-व्यवस्था की भयावह स्थिति को उजागर करती है। पटवारी ने बीते तीन सालों के आंकड़े बताए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में 7418 दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ है। 338 गैंग रेप और 558 हत्याओं की घटनाएं दर्ज हुई हैं। औसतन हर दिन सात महिला का रेप औसतन हर दिन सात दलित या आदिवासी बेटियां (Gang Rape of Tribal Girl) इस क्रूरता का शिकार हो रही हैं। यह आंकड़े ही भाजपा सरकार की विफलता को प्रमाणित करते हैं। पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की निष्क्रियता, अपराधियों के बढ़ते हौसले और पीड़ितों को न्याय न मिलने के कारण दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

Uttarkashi Cloudburst: Terrifying scene of cloudburst…! Strong stream of water and screaming people… people with weak heart should not watch the video
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Uttarkashi Cloudburst : बादल फटने की भयावह दृश्य…! पानी की तेज धारा और चीखते लोग…कमजोर दिल वाले न देखें VIDEO

 उत्तरकाशी, 05 अगस्त। Uttarkashi Cloudburst : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 5 अगस्त 2025 को घटित धराली ग्राम में बादल फटने की घटनाक्रम ने खीर गंगा में विकराल बाढ़ ला दी। इस आपदा ने भारी तबाही मचाई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग लापता हैं, परिवार तबाह हुए, और पर्यटन पर बड़ा असर पड़ा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत राहत और बचाव कार्यों के निर्देश दिए हैं। धराली गांव (गंगोत्री मार्ग पर प्रमुख पड़ाव) में शुक्रवार सुबह कातिलाना तेज बारिश और बादल फटने के चलते खीर गंगा नदी में बाढ़ आ गई। लगभग 20–25 होटल और होमस्टे पूरी तरह बह गए या ध्वस्त हो गए। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, 10–12 मजदूर मलबे में दबे हो सकते हैं, जबकि कम से कम 4 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, कई अन्य लापता हैं। घटनास्थल पर वीडियो में चीखते लोग, पानी की तेज धारा और भयावह दृश्य दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत सेना, SDRF, NDRF और जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने निगरानी का दावा करते हुए बताया कि घटनास्थल से सेना और बचाव टीमें रवाना कर दी गई हैं। प्रभावित क्षेत्रों और प्रभाव धराली गांव, जिसे गंगोत्री यात्रियों का प्रमुख पड़ाव माना जाता है, बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। स्थानीय लोग भय और दहशत में हैं; कई पशु, वाहन और स्थानीय संरचनाएँ क्षतिग्रस्त हुई हैं। Char Dham यात्रा बाधित हुई है, और राज्य में भारी बारिश के चलते हालात लगातार गंभीर बने हुए हैं। यह घटना प्रकृति की अनियंत्रित शक्ति का उदाहरण (Uttarkashi Cloudburst) है, पहाड़ी इलाकों में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और एक्रो-इको-सेंसिटिव विकास की कमी से ऐसी आपदाएं और अधिक सघन होंगी।

Independence Day 2025: Police officers and jawans of Chhattisgarh will be honored on Independence Day...see list here
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Action on BSP : भिलाई निगम ने BSP को ₹2,280,000,000 जमा करने का दिया डेड लाइन नोटिस…सर्वे IIT‑Bhilai की ड्रोन टीम संभालेगी

भिलाई, 03 अगस्त। Action on BSP : नगर निगम भिलाई ने भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) को ₹228 करोड़ का वार्षिक प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया है। संयंत्र को यह राशि जमा करने के लिए 30 दिनों का समय दिया गया है। जारी नोटिस में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि अभी तक BSP की ओर से यह राशि जमा नहीं की गई है। नया नहीं है यह विवाद नगर निगम ने 27 अप्रैल 2019 को BSP को एक पुराने कर बकाया मामले के लिए पहले ही कुर्की नोटिस थमाया था। आरोप था कि संयंत्र ने संपत्ति विवरण कम‑ज्यादा दर्ज किया है और शिक्षा उपकर में गड़बड़ी की गई है। यह मामला अभी उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। याचिका और RTI में प्राप्त 6000+ पन्नों ने पुष्टि की है कि BSP ने हॉस्पिटल, पार्क, स्कूल, CISF/BSF/SSB आवास आदि को ‘सार्वजनिक सम्पत्तियाँ’ मानकर स्व-विवरणी में नहीं शामिल किया था। निगम का दावा है कि ये सभी प्रॉपर्टी टैक्स योग्य हैं, जिसका भुगतान तक अब तक नहीं हुआ है। हाई‑टेक सर्वे की तैयारी निगम प्रशासन BSP टाउनशिप और इस्पात संयंत्र परिसर में स्थित सभी संपत्तियों का जीआईएस-आधारित सर्वे कराने की योजना बना रहा है। इस सर्वे के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग प्रस्तावित है।निगम ने IIT भिलाई से संपर्क किया है, स्थानीय तकनीकी विश्वविद्यालय का ड्रोन सर्वेक्षण समाधान निगम अधिकारियों द्वारा सबसे विश्वसनीय पाया गया है। यदि IIT से डील हो जाती है, तो किसी अन्य एजेंसी को यह कार्य नहीं दिया जाएगा। निगम व संयंत्र प्रबंधन की रणनीति निगम आयुक्त राजीव कुमार पांडे की ओर से कहा गया है कि ₹228 करोड़ का नोटिस एक वर्ष (2024–25) का है, और सर्वे के बाद उसका आवेदन अगले चरण में निर्णय करेगा। वैकल्पिक एजेंसियों पर चर्चा हुई, लेकिन तकनीकी विश्वसनीयता और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए IIT भिलाई फिलहाल सबसे प्राथमिक विकल्प बना हुआ है। संभावित असर यदि IIT का ड्रोन GIS सर्वे सफलतापूर्वक संपन्न हो जाता है, तो निगम (Action on BSP) बिना किसी भौगोलिक विवाद के प्रत्येक निर्माण, जमीन, पार्क व सामाजिक-धार्मिक संरचना का कर योग्य मूल्यांकन कर पाएगा। इसके माध्यम से निगम की पारदर्शिता, स्व-विवरणी की सच्चाई और रियल एम्प्लॉयर मार्केट वैल्यू जैसे आय वसूली क्षेत्रों में स्पष्टता आएगी। BSP ने अभी तक जवाबी कार्रवाई नहीं की है, लेकिन निगम द्वारा भेजे गए 30‑दिन के डेडलाइन नोटिस के बाद किराया-पैनल्टी वसूलने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। आगे ये होगा चरण अपेक्षित कार्रवाई 30‑दिन की डेडलाइन (नोटिस तिथि से) BSP को ₹228 करोड़ जमा करना होगा, अन्यथा अधिभार/सजा शुरू होगी ड्रोन सर्वे (IIT भिलाई के साथ) सम्पत्ति का समस्त GIS मैप तैयार, परिसंपत्तियों की सूची निर्धारित IIT के साथ एमओयू/एमओयू यदि IIT से सहमति बनती है, तो कॉन्ट्रैक्ट फाइनल — अन्य एजेंसियों की चर्चा बंद होगी सर्वे पूरा होने पर निगम द्वारा वित्तीय और तकनीकी रिपोर्ट तैयार, और Kar लागू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी