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Baijnath Dham Yatra: Gariaband's Bolbam Mitra Mandal reached Deoghar Baba Dham in Jharkhand
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Baijnath Dham Yatra : गरियाबंद का बोलबम मित्र मंडल पहुंचा झारखंड के देवघर बाबा धाम

गरियाबंद, 3 जुलाई। Baijnath Dham Yatra : सावन का महीना शुरू होते ही श्रद्धालुओं ने शिवालय में आराधना शुरू कर दी है। गरियाबंद के बोलबम मित्र मंडली 900 किमी दूर झारखंड राज्य के विश्वप्रसिद्ध देवघर स्थित बाबाधाम यात्रा पर है। गरियाबंद के 12 सदस्यों की टोली जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता आशीष शर्मा, गरियाबंद के युवा अधिवक्ता प्रशांत माणिकपूरी  परमेश्वर सिन्हा अभिषेक डड़सेना, पत्रकार गोरेलाल सिन्हा, जीवन एस साहू रितेश यादव, परस देवांगन, सुमित पारख, अतुल गुप्ता, लोकेश सिन्हा, धीरज सोनी,  30 जून शुक्रवार से बाबाधाम मनोकामना  बैद्यनाथ ज्योतर्लिंग में जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना करने यात्रा पर है।  विश्वकल्याण के लिए श्रद्धालुओं की इस टोली ने सावन के प्रथम दिन पांच किमी दूर लाइन में खड़ा होकर बाबा बैद्यनाथ ज्योतर्लिंग में पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। बाबा बैद्यनाथ मनोकामना ज्योतिर्लिंग धाम में प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों की संख्या में शिवभक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले से बोल बम मित्र मंडली के 12 सदस्यों ने भी बाबा धाम पहुंचकर जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की भी कामना की। गरियाबंद के वरिष्ठ भाजपा नेता आशीष शर्मा  से चर्चा करने पर बताया कि पौराणिक मान्यता के मुताबिक बाबा बैद्यनाथ का एक नाम रावणेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। त्रेतायुग में घटित हुए घटनाक्रम की यहां अवशेष देखने को मिलता है। विश्व का सबसे बड़ा मेला सावन माह में बैजनाथ धाम एवं बासुकीनाथ में लगता है। वासुकी नाथ भगवान के दर्शन के बिना बैद्यनाथ धाम अधूरा माना जाता है जिसके चलते यहां आने वाले श्रद्धालु वासुकी नाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं।  गरियाबंद के युवा अधिवक्ता प्रशांत माणिकपूरी  ने बताया कि कथा अनुसार लंकापति रावण ने भगवान शंकर महादेव की घोर तपस्या कर भगवान शिव को प्रसन्न किया। जिसके बाद उन्होंने वरदान मांगा जिसमें भगवान शिव को लंका जाने के लिए वर मांगा।भगवान शिव ने तथास्तु कहते हुए अपने प्रतीक स्वरूप शिवलिंग को रावण को वर प्रदान किया और उन्हें यह भी कहा इसे लंका ले जाने तक कहीं भी जमीन पर  नहीं रखना वरना यह शिवलिंग उसी स्थान पर शिवलिंग  स्थापित हो जाएगा। देवलोक में हाहाकार मच गया, जिसके बाद सभी ने मिलकर एक युक्ति अपनाई और सूर्य देव ने अपना तेज प्रताप बढ़ाया जिसके बाद रावण को प्यास लगी और गंगा मैया रावण की प्यास बुझाने गले मे उतर आई। देवताओं की योजनाओं को मुताबिक रावण को जोरों से पेशाब लगी। ग्वाले के भेष पर खड़े भगवान श्री गणेश को शिवलिंग सौंप पेशाब करने लगे।  बहुत देर तक रावण के नहीं आने पर ग्वाले ने शिवलिंग को जमीन पर रख दिया। जिसके बाद से शिवलिंग हमेशा के लिए स्थापित हो गए। रावण ने उठाने के लिए बहुत ही यत्न-प्रयत्न किया लेकिन शिवलिंग तस से मस नहीं हुआ, जिससे रावण ने अपने अंगूठे से शिवलिंग को जमीन पर दबा दिया। अंगूठे के निशान आज भी शिवलिंग में उभरकर दिख रहा है। जिसके बाद देशभर में रावणेश्वर बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग के नाम से विख्यात हो गए। बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए लोग बारो माह यहां पहुंचते हैं, सावन माह में यहां की भव्यता देखते (Baijnath Dham Yatra) ही बनती है।

Sawan ka Mahina: Shiva worship month is starting from tomorrow...these 4 coincidences will be special
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Sawan ka Mahina : कल से शुरू हो रहा है शिव आराधना माह…ये 4 संयोग होंगे खास

डेस्क, 3 जुलाई। Sawan ka Mahina : सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करना विशेष फल देने वाला होता है। सावन मास 4 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। इस साल सावन का महीना कई प्रकार से खास होगा। इस बार सावन मास दो महीने का होगा। भक्तों को भगवान शिव की पूजा के लिए आठ सोमवार मिलेंगे। 31 अगस्त तक सावन मास रहेगा। सावन मास चार जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। इस साल सावन का महीना कई प्रकार से खास होगा। एक तो 19 वर्ष बाद सावन का महीना 30 दिन का ना हो कर 59 दिन का होगा। दूसरा इस बार सावन मास का प्रारंभ इंद्र योग में हो रहा है। जो भक्तों की मनोकामना को पूर्ण करने वाला और कार्य सिद्धि करने वाला होगा। 45 दिन बाद होगा रक्षाबंधन आचार्य राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि इस साल सावन मास खास होगा। एक सावन मास दो महीने का होगा, दूसरा इसका प्रारंभ इंद्रा योग में होगा और तीसरा इस बार शिवरात्रि और रक्षाबंधन में डेढ़ माह का अंतर हो जाएगा। सामान्य दिनों में शिवरात्रि से 15 दिन बाद ही पूर्णिमा तिथि यानी रक्षाबंधन पड़ता है, लेकिन इस बार ऐसा दुर्लभ संयोग पड़ रहा है कि 45 दिन बाद रक्षाबंधन होगा। उन्होंने बताया कि चंद्र वर्ष और सौर वर्ष में अंतर होने से मलमास लगता है। भारतीय ज्योतिष में वर्ष की गणना कई प्रकार से की जाती है। जिसमें सौर वर्ष और चंद्र वर्ष भी आता है। उन्होंने बताया कि इस साल भक्तों को भगवान शिव की पूजा के लिए आठ सोमवार मिलेंगे। यह भी अपने आप में एक अद्भुत संयोग है। बताया कि भगवान शिव का जलाभिषेक 15 जुलाई को रात्रि लगभग 8:30 बजे से प्रारंभ होगा। क्योंकि त्रयोदशी तिथि लगभग 8:30 बजे समाप्त होगी। उसी समय चतुर्दशी तिथि और भद्रा प्रारंभ हो जाएगी, लेकिन मिथुन राशि के भद्रा नाग लोक में होने से भद्रा जलाभिषेक में बाधक नहीं रहेगी। वहीं 31 अगस्त तक सावन मास रहेगा। ये चार संयोग होंगे खास सावन मास में शिव की पूजा होती है विशेष फलदाई सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करना विशेष फल देने वाला होता है। क्योंकि इस महीने भगवान शिव गंगा के निकट यानी हरिद्वार तीर्थ में विराजते हैं। आचार्य राकेश कुमार शुक्ल के अनुसार गंगा के जल तथा कांवड़ के जल से भगवान शिव का अभिषेक करने से अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है भगवान शिव को जल धारा सर्वाधिक प्रिय है। जो भी व्यक्ति सावन मास में भगवान शिव का कांवड़ के जल से अभिषेक (Sawan ka Mahina) करता है उसे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। डिसक्लेमर : इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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भाई ने पढ़ाई करने से किया मना तो बहन पहुंच गई पुलिस स्टेशन, जानें फिर क्या हुआ

Viral News: यूपी के हरदोई में शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक लड़की को उसके भाई ने पढ़ाई करने से मना कर दिया, जिससे नाराज लड़की पुलिस के पास पहुंची और पूरे मामले की शिकायत करते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की. पुलिस ने मामले को समझते हुए पूरे परिवार को बुलाकर समझाया, जिसके बाद परिजन किशोरी की पढ़ाई को तैयार हुए. किशोरी कक्षा 9 में पढ़ाई कर रही है और अगले साल बोर्ड की परीक्षा में बैठेगी. कक्षा 9 में पढ़ाई कर रही बहन को भाई ने पढ़ने से किया मनाहैरतअंगेज मामला शाहाबाद कोतवाली का है. यहां के प्रभारी निरीक्षक दिलेश सिंह के पास नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरी प्रीति पहुंची और एक शिकायत दर्ज कराई. वह थी उसके ही सगे भाई शेर सिंह के खिलाफ. उसने प्रभारी निरीक्षक को बताया कि उसके भाई ने यह कहकर उसको पढ़ाई बंद करने को कह दिया कि अब वह बड़ी हो गई है और वह अब शादी लायक हो गई है इसलिए अब पढ़ाई बंद कर दो. प्रीति ने प्रभारी निरीक्षक को बताया कि वह आगे की भी पढ़ाई करना चाह रही है लेकिन भाई नहीं मान रहा है. किशोरी की पढ़ाई में बाधा बने भाई को पुलिस ने समझायामामले की नजाकत को समझते हुए कोतवाल दिलेश कुमार सिंह ने किशोरी के भाई व परिजनों को बुलाकर समझाया तो बात बन गई. कोतवाल दिलेश ने किशोरी के परिवार से समझाया कि अगर बेटी पढ़ना चाहती है तो यह अच्छी बात है इसलिए उसे पढ़ाई के लिए ना रोका जाए. पुलिस के समझाने पर परिवार वाले भी समझे और बात मनाकर हंसी खुशी घर लौट गए. एसपी राजेश द्विवेदी का कहना है पुलिस की एक पहल से किशोरी अब बढ़ सकेगी और अगले वर्ष बोर्ड परीक्षा में बैठेगी.

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पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है कोकिला व्रत, जानिए इसकी तिथि और पूजन विधि

Kolkila Vrat 2023: हिंदू धर्म में आषाढ़ माह का बहुत महत्व है। यह महीना भगवान विष्णु, सूर्य देव और देवी दुर्गा को समर्पित होता है और इसे कामना पूर्ति का महीना कहा जाता है। इस माह में किए गए व्रत, साधना, तीर्थ, प्रार्थना, जप, तप आदि जल्द सिद्ध हो जाते हैं। आषाढ़ मास की अंतिम तिथि को कोकिला व्रत रखा जाएगा। इस बार यह उपवास 02 जुलाई को रखा जाएगा, जिसका शुभ मुहूर्त शाम 8:21 से शुरू होकर 3 जुलाई सुबह 5:08 तक है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन किया जानेवाला ये व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूरी श्रद्धा के साथ कोकिला व्रत करने से कुंवारी कन्याओं को योग्य और सर्वगुण संपन्न पति मिलता है। कोकिला व्रत की कथाशास्त्रों में बताया गया है कि कोकिला व्रत पहली बार माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को पति रूप में प्राप्त करने के लिए किया था। पति से हठ कर दक्ष के यज्ञ समारोह में जाने की वजह से भगवान शंकर, सती से नाराज हो गये और दस हजार सालों तक कोयल बनकर भटकने का श्राप दे दिया। इसी वजह से पार्वती रूप में जन्म लेने से पहले पार्वती, कोयल का जन्म लेकर पूरे दस हजार सालों तक नंदन वन में भटकती रही थीं। श्राप से मुक्ति पाने के बाद पार्वती ने कोयल की श्रद्धा पूर्वक पूजा की। इस पूजा के प्रताप से भगवान शिव प्रसन्न हुए और पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। कोकिला व्रत का महत्वकोकिला व्रत करने से विवाहित महिलाओं के पति को उन्नति और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। वहीं, अविवाहित लड़कियां अच्छे वर के लिए इस व्रत को करती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये व्रत करने से ना सिर्फ जल्दी शादी होती है, बल्कि सुयोग्य वर की प्राप्ति भी होती है। अगर अधिक मास में कोकिला व्रत किया जाए तो यह है और भी ज्यादा फलदायी होता है। इस व्रत को करने से घर में वैभव और सुख की भी वृद्धि होती है। कोकिला व्रत: पूजन विधिअगर कोकिला व्रत करना चाहती हैं, तो सुबह गंगाजल डालकर पानी से स्नान करें और सूर्य देवता को अर्घ्य दें। एक चौकी पर नया कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और पार्वती जी की प्रतिमा को स्थापित करें। फिर इनकी फल-फूल, मिष्टान्न आदि से इनकी विधिवत पूजा करें। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम को आरती करके फलाहार करें। इस दिन स्नान करने के पश्चात सुगन्धित और खुशबूदार इत्र लगाना चाहिए। चांदी या लाख की बनी कोयल को पीपल के पेड़ में रखकर विधि-विधान से पूजा करें। बाद में ब्राह्मण या सास-ससुर को कोयल का दान करना चाहिए।

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हाथियों का तांडव

बालोद जिले में हाथियों का तांडव पिछले 3 वर्षों से लगातार जारी है अब ऐसा लगने लगा है कि हाथियों के लिए बालोद जिला पर्यटक स्थल है हर एक 2 महीने के अंदर हाथियों का दल बालोद के जंगलों में आने लगा है हाथियों की उपस्थिति को लेकर ग्रामीणों के बीच जबरदस्त भय का माहौल है लोग डरे हुए हैं घर से बाहर निकलना बंद कर दिए हैं वहीं वन विभाग ने भी हाथी प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए टिप्स दिए हैं और मुनादी करा रहे हैं

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गुस्से से लाल टमाटर को देख मुंह फेरने लगे ग्राहक, लोग बोले- खून सस्ता, टमाटर महंगा!

Tomato Price Rate High: जून महीने के आखिरी दिनों में गर्मी अपने पूरे शबाब पर है और यूपी समेत उत्तर भारत के लोगों को तपीश, पसीने और उमस से उलझन होने लगी है. वहीं, घर में जब महिलाएं खाना बनाने के लिए किचन में जाएंगी तो टमाटर नहीं होने पर गुस्से से लाल हो सकती हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर टमाटर नहीं होने पर गुस्सा क्यों? मार्केट में जाकर खरीदा जा सकता है, लेकिन यही मसला है गुरु. मार्केट में जब महिलाएं या उनके पति टमाटर खरीदने पहुंचेंगी तो गुस्से से लाल हो सकते हैं वो भी बिल्कुल टमाटर की तरह. जी हां, टमाटर के भाव 100 रुपये के ऊपर चले गए हैं और लोग अब टमाटर खरीदने से कतरा रहे हैं. टमाटर के दाम हुए हाई तो लोगों के उड़ गए होशपिछले कई दिनों से टमाटर के दाम बेहद ही ज्यादा हैं और 100-120 या फिर इससे भी ऊंचे दाम पर सब्जी मंडी में बेचा जा रहा है. जब भी लोग मार्केट में टमाटर की तरफ खरीदने के लिए बढ़ते हैं तो वो अपने कदम पीछे हटा लेते हैं. फिलहाल, लोग टमाटर को देखकर अब मुंह फेरने लगे हैं. सब्जी विक्रेताओं की माने तो अचानक बिगड़े मौसम की वजह से टमाटर के दाम काफी ज्यादा हो गए हैं और बीच-बीच में होने वाली बारिश ने टमाटर के दामों में बढ़ोतरी ला दी. इस वजह से विपक्ष के राजनेताओं ने सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं और सोशल मीडिया पर मीम्स की बौछार आ गई है. सोशल मीडिया पर लोगों ने उठाए कुछ ऐसे सवालकांग्रेस अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर टमाटर को लेकर सरकार पर तंज कस रही है. एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण को सब्जी की दुकान पर खड़े हुआ देखा जा सकता है. इस तस्वीर को कीर्ति आजाद ने शेयर किया है. वहीं, एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा, “टमाटर हुआ 100 के पार, जनता पर रहम करो मोदी सरकार.” प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट करके कसा तंजप्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, “प्रधानमंत्री जी ने कल भोपाल में महंगाई की लिस्ट पढ़ी. लेकिन वो लिस्ट भी पहले की लिस्टों की तरह किसी ने गलत बना दी. मध्य प्रदेश में पेट्रोल का दाम: 108 रुपये लीटर, टमाटर का दाम: 100 रुपये किलो, दाल का दाम: 150 रुपये किलो, रसोई का सिलेंडर: 1130 रुपये प्रति सिलेंडर है. जनता जो महंगाई की मार झेल रही है उससे ध्यान भटकाने का मॉडल न तो हिमाचल और कर्नाटक में चला, न ही मध्य प्रदेश में चलेगा.” आम जनता ने भी सोशल मीडिया पर टमाटर के भाव बढ़ने को लेकर सवाल किया है. लोगों ने सवाल उठाया कि पहले पेट्रोल और अब रोजाना सब्जियों में यूज की जाने वाली सब्जी टमाटर भी महंगा हो गया है. वहीं एक यूजर ने लिखा, “लगता है खून सस्ता है और टमाटर के दाम ज्यादा हो गए हैं.” आखिर कब तक टमाटर के दाम बढ़ेंगे और आम जनता परेशान रहेगी. दो साल पहले प्याज के दाम भी कुछ इसी तरह महंगी हो गई थी, जिस पर जमकर हंगामा मचा था.

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इस बार गुरु पूर्णिमा शुभ योगों के संयोग में, जानें पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त और विधि

Guru Purnima 2023 Shubh Yog, Muhurat, Puja Vidhi and Importance: संसार में गुरु के स्थान का सर्वाधिक महत्व होता है. गुरु अपने सच्चे निष्ठावान दृढ़ धर्मज्ञ शिष्य को सर्वेश्वर का साक्षात्कार करवाकर उसे जन्म-मरण के बंधन से मुक्त कर दते हैं, उसके हृदय में ज्ञान का प्रकाश फैला सकते हैं, उसे अज्ञान के घोर अन्धकार से निकालकर सही पथ की ओर अग्रसर कर सकते हैं.इस साल गुरु पूर्णिमा सोमवार 03 जुलाई 2023 को है. गुरु पूर्णिमा पर गुरु पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्तसोमवार 3 जुलाई गुरू पूर्णिमा पर 10:15 से 11:15 बजे तक शुभ मुहूर्त है. इसके बाद दोपहर 12:15 से1:30 तक अभिजीत मुहूर्त है. दोपहर के बाद शाम 4 बजे से 6 बजे तक लाभ-अमृत का मुहूर्त है. साथ ही इस दिन वाशी, सुनफा, बुधादित्य और ब्रह्म योग जैसे शुभ योगों संयोग रहेगा. वहीं मिथुन, कन्या, धनु और मीन राशि वालों के लिए भद्र योग और वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए शश योग बन रहा है. इन शुभ योग और मुहूर्त में गुरुदेव की पूजा करें. गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रमा धनु राशि में रहते है, जिसपर बृहस्पति का शासन है. साथ ही पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में, जिस पर इस समय शुक्र का शासन है. यही कारण है कि चंद्रमा को व्यक्ति के दिल और दिमाग का स्वामी माना जाता है. यह दिल और दिमाग के बीच का संबंध है जिसे हमारे गुरु पोषित करते हैं, जिससे हमें एक ऐसा व्यवहार विकसित करने में मदद मिलती है जो नैतिक और व्यावहारिक दोनों है. गुरु पूर्णिमा पूजा विधिगुरु पूर्णिमा के दिन सुबह स्नानादि से निवृत होकर शिवजी और भगवान विष्णु की पूजा करें. इसके बाद देवगुरु बृहस्पति, महर्षि वेदव्यास की पूजा करें फिर अपने गुरु का पूजन करें. उन्हें नए वस्त्र, गुरु दक्षिणा, मिष्ठान, श्रीफल इत्यादि भेंट करें और उनसे सुखद भविष्य के लिए आशीर्वाद प्राप्त करें. यदि आपके गुरुदेव ब्रह्मलीन है तो उनकी समाधि स्थल पर जाकर नमन करें, पुष्प माला अर्पित कर उनकी पूजा-अर्चना करें और आशीर्वाद प्राप्ति की कामना करें. क्या करें यदि न हो कोई गुरुगुरु की असीम महिमा के कारण ही गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुजनों का पूजन किया जाता है. आप भी गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरु के चरण स्पर्श कर उनसे आशीष लें. यदि आपने गुरु नहीं बनाया है तो किसी ऐसे गुरु को तलाशें जिसने अपने भीतर का अंधकार समाप्त कर ज्ञान की ज्योति जला ली हो. गुरु यंत्र के लाभ

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इस महीने 15 दिन रहेगी बैंक की छुट्टी, जल्दी निपटा लें अपने अधूरे काम

हर महीने की तरह जुलाई 2023 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक हॉलिडे लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट के मुताबिक, जुलाई महीने में करीब आधे महीने बैंकों में काम-काज नहीं होगा यानी 15 दिन बैंक बंद रहेंगे। अगर आपको अगले महीने जुलाई के महीने में बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम है, तो उसे तुरंत निपटाने लें। दरअसल, अगले महीने 15 दिन बैंक बंद रहेंगे। हालांकि, ये बैंक हॉलिडे अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं। गौरतलब है कि बैंकों की छुट्टियां विभिन्न राज्यों में मनाए जाने वाले त्योहारों और होने वाले आयोजनों पर निर्भर करती हैं। ऐसे में बेहद जरूरी है कि बैंकिंग कार्य के लिए घर से ब्रांच जाने के लिए निकलें, तो पहले आरबीआई की बैंक हॉलिडे लिस्ट चेक कर लें। जुलाई में इन दिनों बैंक रहेंगे बंद02 जुलाई- रविवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह05 जुलाई- बुधवार- गुरु हरगोबिंद जी जयंती जम्मू और श्रीनगर06 जुलाई- गुरुवार- एमएचआईपी दिवस मिजोरम08 जुलाई- दूसरा शनिवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह09 जुलाई- रविवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह11 जुलाई- मंगलवार- केर पूजा त्रिपुरा13 जुलाई- गुरुवार- भानु जयंती सिक्किम16 जुलाई- रविवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह17 जुलाई- सोमवार- यू तिरोट सिंग डे मेघालय21 जुलाई- शुक्रवार- द्रुक्पा त्शे-जी सिक्किम22 जुलाई- शनिवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह23 जुलाई- रविवार- साप्ताहिक अवकाश सभी जगह28 जुलाई- शुक्रवार- आशूरा जम्मू और श्रीनगर29 जुलाई- शनिवार- मुहर्रम (ताजिया) त्रिपुरा, मिजोरम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल, नई दिल्ली, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश30 जुलाई रविवार साप्ताहिक अवकाश सभी जगह

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फ्लाइट में बैठे-बैठे बोर हो रही थी लड़की, अचानक करने लगी ऐसा काम, सोच में पड़े यात्री

Woman Applies Mehendi On Plane: फ्लाइट्स में लंबे घंटे वास्तव में उबाऊ हो सकते हैं. हालांकि, आप समय बिताने के लिए टीवी शो, फिल्में देख सकते हैं या फिर किताबे पढ़ सकते हैं या गाने सुन सकते हैं, लेकिन कुछ समय बाद आपको थकान महसूस होने लग सकती है. तो, आप और क्या कर सकते हैं? फिलहाल, हाल ही में फ्लाइट में एक महिला को अपने हाथों में मेहंदी सजाते हुए देखा गया. जी हां, आपने उसे सही पढ़ा है. वीडियो पोस्ट होने के बाद से इस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है. इंस्टाग्राम हैंडल @miss__bliss ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें आप उन्हें मेहंदी लगाते हुए देख सकते हैं. फ्लाइट में बैठकर मेहंदी लगाती हुई नजर आई लड़कीवीडियो की शुरुआत में दिख रहा है कि वह छह घंटे की फ्लाइट पर हैं. फिर अगले शॉट में आप उन्हें हाथों में मेहंदी लगाते हुए देख सकते हैं. इस पोस्ट को 31 मई को शेयर किया गया था. पोस्ट किए जाने के बाद से इसे दो लाख से ज्यादा बार लाइक किया जा चुका है और संख्या अभी भी बढ़ रही है. पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट भी शेयर किए हैं. एक व्यक्ति ने कमेंट में लिखा, “आपमें वास्तव में उस स्मेल से अन्य यात्रियों को परेशान करने का दुस्साहस है.” एक दूसरे ने कहा, “मैं हमेशा से ऐसा करना चाहती थी, फिर मैंने सोचा कि मेहंदी की स्मेल कभी-कभी कुछ लोगों के लिए बहुत तेज़ होती है.” View this post on Instagram A post shared by Miss Bliss (Rukaiya) (@miss__bliss) वीडियो को देख कई लोगों ने दी प्रतिक्रियावीडियो पर तीसरे यूजर ने लिखा, “मैं चाहता हूं कि आप मेहंदी की स्मेल से अन्य यात्रियों को परेशान न करें.” वहीं कुछ लोगों को यह बेहद ही अच्छा लगा. एक यूजर ने लिखा, “मुझे उम्मीद है कि अगली उड़ान में मुझे आपके बगल में बैठने का मौका मिलेगा.” दूसरे ने लिखा, “आपने फ्लाइट के अंदर बैठकर अच्छा टाइम पास खोजा, खूबसूरत दिख रही है मेहंदी.” तीसरे ने शख्स ने लिखा, “आपका आइडिया मुझे बेहद पसंद आया.” इस वीडियो के बारे में आप क्या सोचते हैं?

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Devshayani Ekadashi 2023: जानें देवशयनी एकादशी से विष्णु भगवान कहां करते हैं आराम

Devshayani Ekadashi Vrat: देवशयनी एकादशी से श्री हरि विष्णु जी के चातुर्मास विश्राम पर जाने की बात तो सभी जानते हैं, किंतु क्या आप जानते हैं कि भगवान इस बीच कहां पर शयन करते हैं. इस वर्ष अधिकमास होने के कारण भगवान चार नहीं, बल्कि पांच माह विश्राम करेंगे. विष्णु जी का यह शयन 29 जुलाई से शुरू होगा और 23 नवंबर को पूरा होगा. भगवान के शयन की बहुत ही रोचक कथा है. राजा बलिश्रीमद्भागवत महापुराण के अष्टम स्कंद में दानवीर बलि की कथा इसके पौराणिक महत्व को दर्शाती है. भगवान वामन ने जब राजा बलि से साढ़े तीन पग भूमि का दान मांगा और तीन ही पग में तीनों लोक नाप लिए, तब भी साक्षात श्री हरि का सानिध्य पा चुके ज्ञानवान राजा बलि साहस और वचन का मान रखते हुए बोले, प्रभु धन से ज्यादा महत्व धनी का होता है, इसलिए आपने जिसके धन को तीन पग में शुमार कर लिया है, आधा पग उसकी देह का भी आकलन कर लें. बलि की प्रेमपूर्ण भक्ति, अनुराग एवं त्याग से गदगद भगवान विष्णु ने उसे पाताल लोक का अचल राज देकर और वरदान मांगने को कहा. राजा बलि ने वचनबद्ध हो चुके विष्णु जी से कहा, प्रभु, आप नित्य मेरे महल में निवास करें. उसी समय से श्री हरि वर के रूप में अपने किए वादे का अनुपालन करते हुए तीनों देवता अर्थात विष्णु जी के साथ महादेव और ब्रह्मा जी भी देवशयनी एकादशी से देव प्रबोधिनी एकादशी तक पाताल लोक में निवास करते हैं, इसलिए कहा जाता है कि जिसने केवल इस आषाढ़ एकादशी का व्रत रखकर कमल पुष्पों से भगवान विष्णु का पूजन कर लिया, उसे त्रिदेव के पूजन का फल प्राप्त होता है. व्रत-उपासनाविद्वानों के अनुसार चातुर्मास की इस अवधि में श्री विष्णु का ध्यान कर व्रत, उपवास पूजा-अर्चना आदि करना चाहिए. प्रतिदिन प्रातः काल स्नान करके जो भगवान विष्णु के समक्ष खड़ा होकर ‘पुरुषसूक्त’ का जप करता है, उसकी बुद्धि बढ़ती है. जो अपने हाथ में फल लेकर मौन भाव से भगवान विष्णु की एक सौ आठ परिक्रमा करता है, वह कभी भी पाप में लिप्त नहीं होता है. इस अवधि में जो व्यक्ति रोज वेदों का पाठ कर भगवान विष्णु की आराधना करता है, वह विद्वान होता है. यदि चार महीनों तक नियम का पालन करना संभव न हो तो मात्र कार्तिक मास में ही सब नियमों का पालन करना चाहिए. चार माह में उपयोगी वस्तुएं त्यागने का व्रत लेने वाले उन वस्तुओं को ब्राह्मण को दान करें तो त्याग सफल होता है. माना जाता है कि जो मनुष्य भगवान विष्णु के उद्देश्य से केवल शाकाहार करके वर्षा के चार महीने व्यतीत करता है, वह धनी होता है. जो इस अवधि में प्रतिदिन नक्षत्रों का दर्शन करके केवल एक बार ही भोजन करता है, वह धनवान और रूपवान होता है तथा जो एक दिन का अंतर देकर भोजन करते हुए चौमासा व्यतीत करता है, वह सदा बैकुंठ धाम में निवास करता है.