भुवनेश्वर, 05 अगस्त। Vigilance Team Raid : ओडिशा के बौध जिले में गोलाप चंद्र हंसदाह, जो कि एक मोटर वाहन निरीक्षक (MVI) हैं, को उनके अधिकारित आय स्रोतों की तुलना में अत्यधिक संपत्ति जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस की छापेमारी में उनकी बड़ी संपत्ति सामने आई, जिसे देखकर अधिकारी भी चौक गए। उसके पास से 44 प्लॉट, 1 किलो सोना और अन्य कीमती सामान पाए गए है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, उन्होंने जोड़ा। अधिकारियों ने कहा कि उनके पास एक बहुमंजिला इमारत, 2 किलो चांदी, 2.38 लाख रुपये नकद और 1.34 करोड़ रुपये जमा राशि भी मिली। इसके अलावा, उनके पास बेनामी लेनदेन का विवरण वाला एक डायरी भी बरामद हुआ। एमवीआई संपत्ति के स्वामित्व का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, एक अधिकारी ने कहा। हंसदाह और उनके परिवार के पास मौजूद 44 प्लॉटों में से 43 शहर के आसपास और बलासोर शहर के बाहरी इलाके में स्थित था। उन्होंने 1991 में सरकारी सेवा में प्रवेश किया था और उनकी वर्तमान वेतन 1.08 लाख रुपये प्रति माह है, अधिकारियों ने बताया। बरामद संपत्ति संपत्ति प्रकार विवरण भूखंड कुल 44 plots (43 Baripada क्षेत्र में, 1 Balasore बाहरी इलाके में); विद्यमान बिक्री मूल्य लगभग ₹1.49 करोड़, मगर अधिकारी बाजार-आधार पर अधिक मानते हैं। बहुमंजिला भवन Baripada में 3,300 वर्गफुट का 2-मंजिला मकान। सोना लगभग 1 किलोग्राम (दो 50‑g बिस्किट्स सहित)। चांदी लगभग 2.0–2.13 किग्रा। नकद ₹2.38 लाख। बैंक/पोस्टल जमा राशि ₹1.34 करोड़ से अधिक। बेटी की शिक्षा पर खर्च लगभग ₹40 लाख मेडिकल पढ़ाई में। बेनामी लेन-देन डायरी डायरी जिसमें कथित बेनामी संपत्ति-लेनदेन का पूरा ब्यौरा था। प्रोफ़ाइल जानकारी गोलाप चंद्र हंसदाह ने 1991 में जिला उद्योग केंद्र में सार्वजनिक सेवा शुरू की। उन्हें 2003 में जूनियर एमवीआई के रूप में स्थायी नियुक्ति मिली और 2020 में बौध आरटीओ में पूर्ण एमवीआई के रूप में नियुक्ति मिली। उनका मासिक वेतन अब ₹1.08 लाख है जो लगभग ₹13 लाख प्रति वर्ष है। अनुसंधान व कार्रवाई