Bastar Investor Connect : 11 सितंबर को खुलेगा उद्योग और रोज़गार का नया द्वार…! 200 से अधिक निवेशकों की होगी भागीदारी
रायपुर, 08 सितंबर। Bastar Investor Connect : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देने की एक ऐतिहासिक पहल के तहत आगामी 11 सितंबर 2025 को बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आयोजित यह कार्यक्रम प्रदेश की औद्योगिक नीति 2024–30 को जमीनी स्तर तक लागू करने और बस्तर जैसे संभावनाशील क्षेत्र को औद्योगिक नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम होगा। यह आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा किया जा रहा है और इसे अब तक देश-विदेश के विभिन्न शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, रायपुर, तथा टोक्यो, ओसाका और सियोल में सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप ₹6.65 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। अब यह पहल बस्तर में एक नया औद्योगिक अध्याय लिखने जा रही है। उद्योगों के साथ-साथ रोजगार और समावेशन पर विशेष फोकस छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास नीति 2024–30 के अंतर्गत बस्तर को प्राथमिकता क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया है। इस नीति का लक्ष्य रोजगार सृजन, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना और जनजातीय समाज का समावेशी विकास करना है। नीति के तहत: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का होगा स्वागत सरकार को उम्मीद है कि इस आयोजन में देश-विदेश से 200 से अधिक प्रमुख निवेशक, उद्योग जगत के दिग्गज, और स्थानीय उद्यमी भाग लेंगे। यह आयोजन एक ऐसा मंच बनेगा जहाँ सहयोग, संवाद और समावेशी विकास की नई संभावनाएँ जन्म लेंगी। साथ ही, कई महत्वपूर्ण MoU (समझौता ज्ञापन) भी हस्ताक्षरित होने की संभावना है। मुख्यमंत्री का संदेश मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, हमारी सरकार बस्तर के युवाओं को वह कौशल और अवसर देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, जिसके वे अधिकारी हैं। औद्योगिक नीति की प्रत्येक पहल स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और समृद्धि को घर-घर तक पहुँचाने के उद्देश्य से तैयार की गई है। बस्तर को मिलेगा समावेशी और सतत विकास का आधार बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट (Bastar Investor Connect) सिर्फ एक निवेश सम्मेलन नहीं, बल्कि बस्तर के समग्र विकास की नींव रखने वाला आयोजन है। यह सुनिश्चित करेगा कि विकास की धारा सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना के साथ तालमेल बैठाते हुए स्थानीय समुदायों तक पहुँचे। यह आयोजन बस्तर को सतत्, समावेशी और सम्मानजनक विकास की दिशा में ले जाने वाला एक निर्णायक कदम सिद्ध होगा।