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SK Memorial Hall: YouTube sensation 'Khan Sir' made third record on Rakshabandhan...! Emotional salute of 15,000 Rakhis... watch the video here
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SK Memorial Hall : यूट्यूब सेंसेशन ‘खान सर’ ने रक्षाबंधन पर बनाया तीसरा रिकॉर्ड…! 15,000 राखियों का भावनात्मक सैल्यूट…यहां देखें VIDEO

पटना, 10 अगस्त। SK Memorial Hall : एसके मेमोरियल हॉल में प्रसिद्ध शिक्षक और YouTuber सेंसेशन खान सर ने इस रक्षाबंधन को एक भव्य उत्सव में तब्दील कर दिया। लगभग 15,000 छात्राओं ने उनकी कलाई पर राखी बांधी। ऐसा आयोजन जिसने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया। दरअसल, पटना में, इस साल रक्षाबंधन प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर के नेतृत्व में एक विशाल सांस्कृतिक समारोह में बदल गया, जिसमें उनके हज़ारों छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर 15,000 से ज़्यादा छात्राएँ शामिल हुईं और इस कार्यक्रम की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से लोकप्रिय हुए, जिससे इस आयोजन की व्यापकता और उत्साह का पता चला। हास्य और भावनात्मकता का मिश्रण खान सर ने भावुक अंदाज़ में कहा, “इतनी राखियाँ कि मैं अब हाथ भी नहीं उठा पा रहा हूँ।” उनकी इस मज़ाकिया प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियाँ बटोरी। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि राखियाँ इतनी भारी थीं कि उनके हाथों में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो गया। खान सर ने कहा कि छात्राएँ अपने घर से दूर, उन्हें अपनी बहन मानकर राखी बांधने आईं, इसने जाति, धर्म और प्रदेश जैसी सीमाओं को पार कर मानवता का प्रतीक प्रस्तुत किया। इस आयोजन में स्नेहपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए 156 प्रकार के व्यंजन की व्यवस्था की गई थी, जिससे सभी छात्राओं को सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से समृद्ध अनुभव मिला। क्यों है खास “हैट्रिक” इसलिए क्योंकि खान सर ने पिछले वर्षों (SK Memorial Hall) के रिकॉर्ड 7,000 और 10,000 के बाद इस साल एक नया 15,000+ राखी रिकॉर्ड बनाया। यह प्रेम और अपनत्व का प्रतीक बन गया, जहाँ छात्राओं ने उन्हें सिर्फ शिक्षक नहीं बल्कि ‘भाई’ के रूप में स्वीकारा साथ ही, खान सर के इस आयोजन ने रक्षाबंधन उत्सव में सांस्कृतिक सौहार्द की एक मिसाल कायम की।

Principal Suspended: The principal's negligence is at its peak...! The windows, doors and iron grills of the school building were being stolen for a long time...! The principal hid it... DPI suspended him... Order Copy
Chhattisgarh, Education

Principal Suspended : प्राचार्य की लापरवाही की हद…! लंबे समय से स्कूल भवन की खिड़कियां-दरवाजे-लोहे की ग्रिल हो रही थीं चोरी…! प्रिंसिपल ने छिपाया…DPI ने किया निलंबित…आदेश Copy

बिलासपुर, 07 अगस्त। Principal Suspended : छत्तीसगढ़ के बिल्हा ब्लॉक के शासकीय हाई स्कूल बेलतरा में लगभग ₹65 लाख मूल्य की सरकारी सामग्री की चोरी, प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव द्वारा रिपोर्ट न करना और विभाग को सूचना न देना, तथा इसके परिणामस्वरूप उनकी तत्काल निलंबन की कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार, शासकीय हाईस्कूल बेलतरा में सरकारी मद से विद्यालय भवन निर्माण और मरम्मत के लिए लाखों रुपये की सामग्रियां, जैसे खिड़कियां, दरवाजे, लोहे की ग्रिल, फिटिंग्स संग्रहित थीं, लेकिन एक दिन स्कूल निरीक्षण के दौरान पता चला कि ये सभी सामग्री गायब है। जब विभागीय जांच कराई गई तो पता चला कि यह चोरी काफी समय पहले हुई थी, लेकिन प्रभारी प्रधानाचार्य ने न तो इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही कानूनी प्रक्रिया का पालन किया। मामला जब लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इस पर सख्त रुख अपनाया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव (मूल पद: व्याख्याता, एलबी) ने पद की गरिमा के विपरीत आचरण किया है। उन्होंने न केवल चोरी की घटना को छिपाया बल्कि विभाग और शासन को वित्तीय नुकसान भी पहुँचाया। इस आधार पर संचालक ने कावेरी यादव को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखा है। आदेश में कहा गया है कि उन्होंने अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन नहीं किया और शासन को 65 लाख की हानि पहुँचने दी। हालांकि, लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि निलंबन की अवधि में कावेरी यादव का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बिल्हा कार्यालय (Principal Suspended) रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। आदेश Copy

Ex DEO Passed Away : Sad news from Korba...! Ex DEO Satish Pandey passed away... Wave of mourning in the education world
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Ex DEO Passed Away : कोरबा से दुखद खबर…! Ex DEO सतीश पांडेय का निधन…शिक्षा जगत में शोक की लहर

कोरबा/रायगढ़, 03 अगस्त। Ex DEO Passed Away : शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से विशेष पहचान बनाने वाले पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय का निधन हो गया है। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और उपचार हेतु बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से शिक्षा जगत, प्रशासनिक सेवा और उनके परिजनों में गहरा शोक व्याप्त है। मूलतः रायगढ़ जिले के ग्राम पंडरीपानी निवासी श्री पांडेय ने कोरबा जिले में डीईओ के पद पर कार्य करते हुए शिक्षा व्यवस्था में कई अभिनव प्रयोग किए। ‘शिक्षा मड़ई’, ‘हर विद्यालय का एक लक्ष्य’, विद्यालय ग्रेडिंग व्यवस्था, और विद्यार्थियों को प्रतिदिन 6 पृष्ठ का गृहकार्य जैसी पहलें उन्हीं के मार्गदर्शन में प्रारंभ हुईं। वे शिक्षकों और शिक्षा विभाग के लिए एक प्रेरणास्रोत के रूप में जाने जाते रहे। श्री पांडेय की अंतिम पदस्थापना मुंगेली जिले में डीईओ के रूप में हुई थी। धर्मपत्नी के निधन के उपरांत उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। तब से वे लगातार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। स्व. पांडेय तहसीलदार तपिश पांडेय (Ex DEO Passed Away) के बड़े भाई थे। उनकी पार्थिव देह को बेंगलुरु से रायगढ़ लाया जा रहा है, जहां अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षकगण और उनके पूर्व सहकर्मी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।

Mid Day Meal: Students were served dog's 'leftover food' in the mid-day meal... 78 children had to be given anti-rabies injection as a precaution
Chhattisgarh, Education

Mid Day Meal : विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन में परोसा कुत्ते का ‘झूठा भोजन’…एहतियात के तौर पर 78 बच्चों को देना पड़ा एंटी-रेबीज इंजेक्शन

बलौदाबाजार, 02 अगस्त। Mid Day Meal : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी ब्लॉक के लच्छनपुर गांव के एक मिडिल स्कूल में 29 जुलाई को एक वीभत्स घटना घटी, जहां छात्रों को कथित तौर पर मध्याह्न भोजन में एक आवारा कुत्ते का “झूठा भोजन” परोसा गया। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई और एहतियात के तौर पर 78 बच्चों को एंटी-रेबीज इंजेक्शन देना पड़ा। आवारा कुत्ते ने खुले में रखी सब्जी खाने की कोशिश दोपहर के भोजन की सब्जी खुले में रखी गई थी, जहां एक आवारा कुत्ते ने उसे खाने की कोशिश की। कुछ बच्चों ने शिक्षकों को जानकारी दी। शिक्षकों ने स्व सहायता समूह (Jai Laxmi SHG) की महिलाओं को सख्त मना किया कि जूठी सब्जी बच्चों को न परोसी जाए, लेकिन उनका जवाब था कि “कुत्ते ने कुछ नहीं खाया।” इस तरह कुल 84 बच्चों को वही सब्जी परोसी गई। 78 बच्चों को लगाया एंटी‑रेबीज का टीका घटना की जानकारी मिलने पर माता‑पिता और ग्राम शाला समिति स्कूल पहुंचे। 78 बच्चों को एंटी‑रेबीज का प्राथमिक टीका (first dose) स्वास्थ्य केंद्र में, प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा द्वारा लगाया गया, ऐसा पालकों और ग्राम प्रतिनिधियों के दबाव में किया गया।ואַ डॉक्टरों ने बताया कि जब तक कोई संदेह नहीं होता, पूर्ण डोज आवश्यक नहीं है। स्थानीय विधायक संदीप साहू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूरी जांच और जवाबदेही की मांग की। ग्रामीणों और अभिभावकों ने स्व सहायता समूह (Jai Laxmi SHG) पर लापरवाही और स्वच्छता की कमी के कई बड़े आरोप लगाए हैं। शिकायत है कि पहले भी उनका खाना कम मात्रा, कीट आदि रहते परोसा जाता था। अब ग्रामीणों की मांग है कि इसे हटाकर अन्य जिम्मेदार समूह को नियुक्त किया जाए।

Mother Teresa School: Act of the principal of Mother Teresa School, Durg... Brutally beating a nursery student for saying 'Radhe-Radhe'... then pasted tape on his mouth VIDEO
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Mother Teresa School : दुर्ग के मदर टेरेसा स्कूल के प्रिंसिपल का कृत्य…’राधे-राधे’ कहने पर नर्सरी छात्र की बेरहमी से पिटाई…फिर मुंह पर चिपकाया टेप…यहां देखें VIDEO

दुर्ग, 01 अगस्त। Mother Teresa School : नंदिनी थाना क्षेत्र के बागडुमर गाँव में स्थित मदर टेरेसा इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्रिंसिपल ईला ईवन कोल्विन पर नर्सरी में पढ़ने वाली लगभग साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ बेदम पिटाई का आरोप लगा है। उसका अपराध? उसने ‘राधे-राधे’ शब्द बोले, जिसके बाद प्रिंसिपल ने उसे बुरी तरह पीटा और लगभग 15 मिनट तक उसके मुंह पर टेप चिपकाया। पिता ने की शिकायत बच्ची घर लौटकर रोती हुई थी और चुपचाप सो गई। जब उसके पिता प्रवीण यादव ने पोखताछ की, तो बच्ची ने डरते हुए बताया कि उसने स्कूल में ‘राधे‑राधे’ कह दिया था, जिससे प्रिंसिपल नाराज़ हो गईं और उसे डंडे से पीटा। उसके हाथ और शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए। बच्ची की शिकायत के अनुसार, उसे क्रॉस करके दो टेप चिपकाए गए थे, पहला इस तरह कि वह कुछ बोल न सके, और प्राचार्य ने जोर-जोर से चीखते हुए धमकाया। पुलिस कार्रवाई और कानूनी प्रावधान शिकायत की पुष्टि के तुरंत बाद प्राचार्य ईला ईवन कोल्विन को गिरफ्तार कर न्यायालय में (Mother Teresa School) पेश किया गया। उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2) व 299 एवं किशोर न्याय (बहाली और संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 75 के तहत किराया, मानसिक और धार्मिक आपत्ति, बच्चों के प्रति क्रूरता के आरोप लगाए गए हैं। बजरंग दल समेत कई सामाजिक संगठनों ने थाने पहुंचकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

Tuition Classes: Strict orders issued from Kawardha district...! Teachers are prohibited from running coaching institutes and tuition institutes... Read what is written in the order here...?
Chhattisgarh, Education

Tuition Classes : कवर्धा जिले से सख्त आदेश जारी…! शिक्षकों के कोचिंग और ट्यूशन संस्थान चलाने पर रोक…यहां पढ़िए आदेश में लिखा…?

कवर्धा, 29 जुलाई। Tuition Classes : कोचिंग संस्थान या ट्यूशन क्लास चलाने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है। इस सबंध में सभी प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठकों, शिक्षक व सहायक शिक्षकों को निर्देश जारी कर दिया है। अगर किसी भी शिक्षक के खिलाफ कोचिंग व ट्यूशन क्लासेस में पढ़ाने की शिकायत मिलती है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। दरअसल ये आदेश कवर्धा जिले से जारी किया गया है। डीईओ कार्यालय से जारी आदेश के मुताबिक कवर्धा में शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के धड़ल्ले से प्राइवेट कोचिंग संस्थान चलाने की शिकायत मिल रही थी। डीईओ ने शिक्षकों के इस कृत्य को नियम विरुद्ध बताया है। डीईओ ने कहा है कि कोचिंग संस्थान चलाना केवल अपने आप को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए विद्यार्थियों से मोटी रकम वसूलना है। डीईओ ने इसे अनुचित बताते हुए RTE के बाल शिक्षा अधिकार कानून (Tuition Classes) के खिलाफ बताया है। डीईओ ने अपने आदेश में कहा है कि अगर किसी भी शिक्षक को अशासकीय कोचिंग संस्थान से संबद्ध पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

Education System: These are our teachers…! They could not even write ‘Eleven’, ‘Eighteen’, ‘Nineteen’ in English… If you don’t believe it, watch the video here
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Education System : ये हैं हमारे शिक्षक…! अंग्रेजी में ‘Eleven’, ‘Eighteen’, ‘Nineteen’ भी लिख नहीं पाए…यकीन न हो तो यहां देखिए VIDEO

बलरामपुर, 27 जुलाई। Education System : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले से सरकारी शिक्षा व्यवस्था की बदहाल तस्वीर सामने आई है। कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत मड़वा स्थित प्राथमिक शाला घोड़ासोत में शिक्षकों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वायरल वीडियो में स्कूल के प्रधान पाठक और शिक्षक, भारत के राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, जिले के कलेक्टर और एसपी तक का नाम नहीं बता पाए। इतना ही नहीं, प्राथमिक स्तर के आम अंग्रेजी शब्दों जैसे ‘Eleven’, ‘Eighteen’, ‘Nineteen’ की भी वे सही स्पेलिंग नहीं लिख पाए। बच्चों से सवाल-जवाब नहीं मीडियाकर्मियों द्वारा स्कूल में पहुँचकर बच्चों से सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गए। मगर वे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री जैसे मूलभूत जानकारी वाले सवालों का भी उत्तर नहीं दे सके। यह स्थिति तब और गंभीर हो गई जब वही प्रश्न शिक्षकों से किए गए और वे भी जवाब देने में असमर्थ रहे। शिक्षक खुद नहीं लिख पाए सामान्य स्पेलिंग स्कूल में उपस्थित तीनों शिक्षक, जिनमें प्रधान पाठक भी शामिल थे, ‘Eleven’, ‘Eighteen’, ‘Nineteen’ जैसे शब्दों की सही अंग्रेजी स्पेलिंग तक नहीं लिख पाए। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक खुद ही बुनियादी अंग्रेजी ज्ञान से वंचित हैं। प्रशासनिक मॉनिटरिंग पर भी उठे सवाल इस घटना ने न केवल स्कूल की कार्यप्रणाली, बल्कि पूरे जिला शिक्षा विभाग की निगरानी प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों और अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी मॉनिटरिंग और निरीक्षण में गंभीर नहीं हैं, जिसका नतीजा बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर डाल रहा है। DEO ने दी जांच और कार्रवाई का आश्वासन मामले के सामने आने के बाद बलरामपुर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से जब मीडियाकर्मियों ने बात की, तो उन्होंने कहा कि वीडियो की जांच की जा रही है, और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा गुणवत्ता सुधारने के लिए ज़मीनी स्तर पर पहल करने की बात भी कही। यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि ग्रामीण अंचलों में शिक्षा व्यवस्था (Education System) आज भी कितनी कमजोर और लापरवाह बनी हुई है। यदि ऐसे शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं, तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय होना तय है। अब देखना होगा कि यह घटना केवल आश्वासन तक सीमित रह जाती है या प्रशासन वास्तविक सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाता है।

School Teacher: Teacher's indiscriminate behavior in front of children in the class...! Teacher leaves studies in school and combs hair... watch the video here
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School Teacher : कक्षा में बच्चों के सामने शिक्षक का असंयमित व्यवहार…! स्कूल में पढ़ाई छोड़कर बाल संवारती शिक्षिका…यहां देखें VIDEO

बुलंदशहर, 20 जुलाई। School Teacher : जनपद के खुर्जा क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय से शिक्षकों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने वाला मामला सामने आया है। यहां की एक सहायक अध्यापक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कक्षा के भीतर बच्चों के सामने बालों में तेल डालकर कंघी करती हुई नजर आ रही हैं। शिक्षा विभाग में हड़कंप इस घटना का वीडियो किसी स्थानीय व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जो तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चे कक्षा में मौजूद हैं, लेकिन शिक्षिका अध्यापन कार्य छोड़कर निजी कार्यों में व्यस्त हैं। शिक्षा के प्रति लापरवाही स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने इस घटना पर गंभीर नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि, “शिक्षकों का यह रवैया बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कक्षा में अनुशासन और शिक्षा का माहौल बनाए रखने की बजाय इस तरह की हरकतें अस्वीकार्य हैं।” जांच के आदेश, कार्रवाई की मांग मामले की जानकारी मिलते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने वीडियो को संज्ञान में लिया है और तत्काल जांच के निर्देश जारी किए हैं। यदि शिक्षिका पर लगे आरोप सत्य पाए गए, तो निलंबन अथवा अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। प्रश्न खड़ा करता वीडियो यह घटना एक बार फिर इस बात पर सवाल खड़ा करती है कि, क्या सरकारी विद्यालयों में शिक्षक (School Teacher) जवाबदेही से मुक्त हैं? क्या बच्चों की शिक्षा और नैतिक विकास को गंभीरता से लिया जा रहा है?

POCSO Act Case: Very shameful...! A teacher honoured by the President and CM is accused of sexually harassing girl students...'Bad touch' on the pretext of 'check temperature'...Teacher Ashish Pandey suspended
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POCSO Act Case : बेहद शर्मनाक…! राष्ट्रपति और CM से सम्मानित शिक्षक पर छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप…’टेंपरेचर चेक करो’ के बहाने ‘बैड टच’…शिक्षक आशीष पांडे निलंबित

नर्मदापुरम, 20 जुलाई। POCSO Act Case : शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली एक घटना में, जिले के एक सम्मानित शिक्षक आशीष पांडे को छात्राओं से यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। शिक्षक के खिलाफ POCSO एक्ट और अन्य धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि आशीष पांडे को 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और 2017 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानद्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अब उन्हीं पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगना चौंकाने वाला है। छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप करीब आधा दर्जन छात्राएं थाने पहुंचीं और महिला पुलिस अधिकारी को शिकायती आवेदन सौंपा। छात्राओं ने बताया कि शिक्षक अक्सर उनके साथ अशोभनीय तरीके से छूता है और “टेंपरेचर चेक करो” जैसे बहाने बनाकर अश्लील हरकतें करता है। छात्राओं का कहना है कि जब वे विरोध करती हैं, तब भी वह जबरदस्ती करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले साल भी इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से शिकायत की गई थी, लेकिन तब मामले को दबा दिया गया। छात्राओं की मांग है कि आरोपी शिक्षक को तुरंत निलंबित किया जाए, ताकि आगे कोई छात्रा ऐसी हरकतों का शिकार न हो। निलंबन आदेश जारी, गिरफ्तारी की मांग तेज छात्राओं की शिकायत के बाद संभागीय संयुक्त संचालक मनीष वर्मा ने आशीष पांडे को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों ने शिक्षक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। इस घटना ने शिक्षा विभाग, छात्रों और अभिभावकों के बीच निराशा और आक्रोश पैदा कर दिया है। एक अभिभावक ने कहा, “जिस शिक्षक को देश के राष्ट्रपति से पुरस्कार मिला हो, वह इस तरह की हरकत करे, ये भरोसा तोड़ने वाला है।” इस पूरे मामले ने स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आगे की कार्रवाई की तैयारी पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और पूछताछ व गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। वहीं शिक्षा विभाग भी इस मामले की स्वतंत्र जांच कराने की तैयारी में है।

Rationalization: Strict action against teachers who do not accept transfer after rationalization...! Salary payment will be stopped
Chhattisgarh, Education

Rationalization : युक्तियुक्तकरण के बाद स्थानांतरण न मानने वाले शिक्षकों पर सख्ती…! वेतन भुगतान रोका जाएगा…यहां देखें आदेश

रायपुर, 08 जुलाई। Rationalization : शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के पश्चात नए स्थान पर ज्वाइनिंग न करने वाले शिक्षकों पर अब शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। डीपीआई (संचालक लोक शिक्षण) ने ऐसे शिक्षकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि वे तत्काल प्रभाव से नये स्थान पर कार्यभार ग्रहण नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही ऐसे शिक्षकों के वेतन भुगतान पर भी रोक लगाने का आदेश दिया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में सभी संभागीय संयुक्त संचालक (JDs), जिला शिक्षा अधिकारी (DEOs) और संबंधित विद्यालय प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वे ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित करें। आपत्तियों के निपटारे के लिए बनी समितियां शिक्षकों के स्थानांतरण व युक्तियुक्तकरण के बाद उत्पन्न आपत्तियों और अभ्यावेदनों के निवारण के लिए राज्य और जिला स्तर पर दो समितियों का गठन किया गया है: राज्य स्तर पर: डीपीआई की अध्यक्षता में समिति जिला स्तर पर: संबंधित जिला कलेक्टर/कमिश्नर की अध्यक्षता में समिति शिक्षक आगामी 15 दिनों के भीतर अपनी आपत्तियां और आवेदन संबंधित समिति को सौंप सकते हैं। इसके बाद उन पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। क्या है युक्तियुक्तकरण युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शिक्षकों की संख्या को विद्यालयों की छात्र संख्या और आवश्यकता के अनुसार संतुलित करना है। इस प्रक्रिया में शिक्षक का एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण किया जाता है ताकि सभी स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त उपस्थिति सुनिश्चित हो सके। शिक्षा विभाग (Rationalization) का यह सख्त कदम स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और शिक्षक व्यवस्था को संतुलित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।