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Mana Basti: Grand celebration of school admission festival...! Welcome the newly admitted students
Education, Raipur

Mana Basti : शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन…! नवप्रवेशी विद्यार्थियों का हुआ गर्मजोशी से स्वागत

रायपुर/माना बस्ती, 06 जुलाई। Mana Basti : शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, माना बस्ती में सत्र 2025 के शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन रविवार को बड़े ही धूमधाम और सांस्कृतिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रायपुर ग्रामीण विधायक माननीय श्री मोतीलाल साहू और विशिष्ट अतिथि रायपुर उत्तर विधायक माननीय श्री पुरंदर मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता माना बस्ती की सरपंच श्रीमती सुनीता लेखू बैस ने की। नवप्रवेशी विद्यार्थियों का पारंपरिक स्वागत कक्षा 9वीं एवं 11वीं में नवप्रवेशी विद्यार्थियों का तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर, गणवेश और पुस्तक वितरण कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सत्र 2024 की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन विद्यालय की छात्राओं ने बस्तर से लेकर सरगुजा तक की छत्तीसगढ़ी संस्कृति को दर्शाते हुए रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियाँ दीं, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यों में संलग्न कान्यकुब्ज युवा संगिनी टीम को भी मंच से सम्मानित किया गया। यह टीम माना बस्ती के जरूरतमंद बच्चों की सहायता करती है एवं प्लास्टिक मुक्त अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रही है। प्रेरक उद्बोधन व पुरस्कार की घोषणा मुख्य अतिथि श्री मोतीलाल साहू ने बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल-कूद को बराबर महत्व देने की प्रेरणा दी और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं विशिष्ट अतिथि श्री पुरंदर मिश्रा ने सरल भाषा में विद्यार्थियों को शिक्षा से आत्मनिर्भरता की राह पर चलने की प्रेरणा दी। दोनों विधायकों ने मिलकर अगले वर्ष उत्कृष्ट अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ₹11,000 के पुरस्कार देने की घोषणा की। मांगपत्र सौंपा गया, समस्याओं पर ध्यान विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती कौशल्या खूंटे ने विद्यालय में बढ़ती छात्र संख्या एवं संसाधनों की कमी को लेकर समस्याओं का मांगपत्र सौंपा, जिसे अतिथियों ने मुख्यमंत्री तक पहुँचाने का आश्वासन दिया। “ज्ञान वाटिका” का विमोचन एवं वृक्षारोपण इस अवसर पर विद्यालय की वार्षिक पत्रिका “ज्ञान वाटिका” का भी विधिवत विमोचन किया गया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। समापन और सम्मान कार्यक्रम का संचालन डा. मीनाक्षी बाजपेयी द्वारा किया गया। अंत में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष (Mana Basti) गोविंद यादव ने आभार प्रदर्शन किया। सभी अतिथियों को विद्यालय परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, अभिभावक और शिक्षकगण उपस्थित रहे। यह आयोजन बच्चों और अभिभावकों के लिए स्मरणीय और प्रेरणादायक बन गया।

School Identity Cancelled : Big news from Balodabazar...! Action taken against teacher accused of molesting a student... Recognition of Shashwat Little Star School cancelled... Notice issued to 4 other schools
Chhattisgarh, Education

School Identity Cancelled : बलौदाबाजार से बड़ी खबर…! छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई…शाश्वत लिटिल स्टार स्कूल की मान्यता रद्द…4 अन्य स्कूलों को नोटिस

बलौदाबाजार, 06 जुलाई। School Identity Cancelled : शांति देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सुहेला में एक छात्रा से कथित छेड़छाड़ के मामले में आरोपी शिक्षक शैलेश वर्मा के खिलाफ जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। साहू समाज के ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने स्व. डी. आर. वर्मा शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित शाश्वत लिटिल स्टार स्कूल, सुहेला की मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। चार अन्य स्कूलों को नोटिस संस्थान द्वारा संचालित अन्य चार स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इन स्कूलों की मान्यता भी खतरे में है, यदि वे निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं करते पाए गए। शिक्षक पर प्रतिबंध और आवासीय परिसर शिफ्ट करने के निर्देश आरोपी शिक्षक शैलेश वर्मा के स्कूल परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, शांति देवी विद्यालय के आवासीय परिसर को अन्यत्र स्थानांतरित करने के आदेश भी प्रशासन द्वारा जारी किए गए हैं। प्रशासनिक जांच में सामने आई गंभीर लापरवाही प्रशासनिक जांच में पता चला कि स्कूल संचालन में गंभीर अनियमितताएं थीं। स्कूल द्वारा शैक्षणिक मानकों और सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। इन खामियों को आधार बनाकर कार्रवाई की गई। साहू समाज की भूमिका अहम छात्रा के साथ न्याय की मांग को लेकर साहू समाज द्वारा स्कूल के सामने धरना प्रदर्शन किया गया था। समाज की आवाज और जनदबाव का असर साफ दिखा, जिसके चलते प्रशासन ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए छात्रा को न्याय दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त (School Identity Cancelled) नहीं किया जाएगा और भविष्य में भी सभी शिक्षण संस्थानों को नियमानुसार संचालन सुनिश्चित करना होगा।

Rationalization: Strict action against teachers who do not accept transfer after rationalization...! Salary payment will be stopped
Chhattisgarh, Education

Recruitment of Guest Teachers : कोरबा में शिक्षकों की कमी दूर करने कलेक्टर की बड़ी पहल…! 480 अतिथि शिक्षक और 351 भृत्य होंगे नियुक्त…मानदेय में हुई वृद्धि

कोरबा, 05 जुलाई। Recruitment of Guest Teachers : राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत कोरबा जिले में शिक्षकों की कमी को दूर करने और शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से कलेक्टर अजीत वसंत ने एक सार्थक पहल करते हुए जिला खनिज न्यास मद (DMF) से 480 अतिथि शिक्षक और 351 भृत्य की मानदेय आधारित भर्ती की स्वीकृति प्रदान की है। इस निर्णय के तहत प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी। भर्ती की प्रक्रिया जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मेरिट सूची के आधार पर की जाएगी। भर्ती की विस्तृत जानकारी पूर्व कार्यरतों को मिलेगी प्राथमिकता कलेक्टर श्री वसंत ने निर्देश दिए हैं कि पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों और भृत्यों को इस सत्र में प्राथमिकता दी जाए। साथ ही भर्ती में नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे विद्यार्थियों को समय पर शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। मानदेय में हुई वृद्धि इस सत्र में अतिथि शिक्षकों और भृत्यों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। नया मानदेय इस प्रकार होगा: श्रेणी गत वर्ष (₹) वर्तमान सत्र (₹) भृत्य (चतुर्थ श्रेणी) 8,000 8,500 प्राथमिक शाला शिक्षक 10,000 11,000 माध्यमिक शाला शिक्षक 12,000 13,000 हाई/हायर सेकेंडरी व्याख्याता 14,000 15,000 शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में कदम कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। उन्होंने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के बाद उन विद्यालयों की पहचान कराई, जहाँ शिक्षकों की जरूरत है। इसके आधार पर यह भर्ती की जा रही है। इस कदम से कोरबा जिले में शिक्षण व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और सत्र के समय पर संचालन में मदद मिलेगी। विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध होने से उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार की उम्मीद है।

Aklawara High School: Big news from Gariaband...! Ruckus in Aklawara High School...Parents and villagers mobilized against the principal...Education department silent...Watch VIDEO here
Chhattisgarh, Education

Aklawara High School : गरियाबंद से बड़ी खबर…! अकलवारा हाई स्कूल में हंगामा…प्रिंसिपल के खिलाफ लामबंद पालक और ग्रामीण…शिक्षा विभाग मौन…यहां देखें VIDEO

गरियाबंद, 05 जुलाई। Aklawara High School : गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक अंतर्गत अकलवारा हाई स्कूल में शुक्रवार को उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब स्कूल के प्रिंसिपल जे. पी. वर्मा के खिलाफ नाराज पालकों और ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने स्कूल के मुख्य द्वार में ताला जड़ते हुए प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रिंसिपल लंबे समय से स्कूल में मनमानी कर रहे हैं। पालकों का कहना है कि छात्राओं के साथ गलत व्यवहार किया गया है, जिससे बच्चियों में भय का माहौल बन गया है। इसके अलावा, हाल ही में घोषित 11वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। पालकों का दावा है कि परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को जानबूझकर फेल दिखाया गया, जिससे छात्रों का मनोबल टूट गया है और उनके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में पालक और ग्रामीण स्कूल के बाहर एकत्र हुए और जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि प्रिंसिपल वर्मा के कार्यकाल में स्कूल का शैक्षणिक वातावरण प्रभावित हुआ है और छात्र-छात्राएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने गरियाबंद जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए संबंधित प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। प्रदर्शन के दौरान कई लोगों ने कहा कि यदि समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे जिला मुख्यालय में धरना देने को मजबूर होंगे। प्रशासन ने ली जानकारी, जांच की तैयारी घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। एक टीम को स्कूल भेजा गया है जो स्थिति का जायजा ले रही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए जाएंगे और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की चेतावनी प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे स्कूल का बहिष्कार कर व्यापक आंदोलन छेड़ेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रिंसिपल के व्यवहार से न केवल छात्रों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है, बल्कि शिक्षकों का मनोबल भी गिरा है। फिलहाल स्कूल में शिक्षण कार्य बाधित (Aklawara High School) है और छात्र-छात्राएं इस स्थिति को लेकर असमंजस में हैं। प्रशासनिक स्तर पर जल्द समाधान की उम्मीद की जा रही है, ताकि स्कूल में सामान्य स्थिति बहाल हो सके।

CG NEWS: Rationalization has brought back the glory of schools, the echo of Hindi and English lessons and math questions can be heard again in schools, the school which was a single teacher for four years and then teacherless has now become a centre of education
Chhattisgarh, Education

CG NEWS : युक्तियुक्तकरण से लौटी स्कूलों की रौनक, स्कूलों में फिर सुनाई दे रहे हिंदी अंग्रेजी के पाठ और गणित के सवालों की गूंज, चार साल तक एकल, फिर शिक्षकविहीन रहा स्कूल अब बन गया शिक्षा का केंद्र

रायपुर, 01 जुलाई। CG NEWS : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शुरू की गई युक्तियुक्तकरण नीति अब राज्य के दूरस्थ अंचलों के गांवों के विद्यालयों में नए उत्साह का संचार कर रही है। रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के पाकरगांव स्थित प्राथमिक शाला इसका जीवंत उदाहरण बन चुकी है। लंबे समय तक शिक्षकविहीन रह चुकी यह शाला अब शिक्षा की आवाज़ से गूंज रही है। पाकरगांव का यह स्कूल पहले चार वर्षों तक एकल शिक्षक के भरोसे संचालित होता रहा। बाद में शिक्षक के अन्यत्र तबादले के कारण स्कूल पूरी तरह शिक्षकविहीन हो गया। परिणामस्वरूप बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई और पालकों में भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ने लगी थी। कई बच्चों ने स्कूल आना तक बंद कर दिया था। सरकार द्वारा लागू युक्तियुक्तकरण के तहत अब पाकरगांव प्राथमिक शाला को दो शिक्षक उपलब्ध कराए गए हैं। इनकी नियमित उपस्थिति से विद्यालय की गतिविधियाँ फिर से सुचारू रूप से शुरू हो गई हैं। बच्चों को अब न केवल अक्षरज्ञान मिल रहा है, बल्कि हिंदी, अंग्रेजी और गणित जैसे विषयों की व्यवस्थित शिक्षा भी मिल रही है। अंग्रेजी शब्दों का उच्चारण, हिंदी के पाठ, पहाड़े और गणित के सवालों के साथ कक्षा में फिर से रौनक लौट आई है। बच्चों के साथ-साथ पालकों और ग्रामवासियों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। विद्यालय में नियमित कक्षाएं लगने से अब पालक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए उत्साहित हैं। ग्रामवासी इस बदलाव को एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं। पाकरगांव प्राथमिक शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष त्रिनाथ सतपथी ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि युक्तियुक्तकरण के चलते हमारे गांव के बच्चों को अब फिर से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दो शिक्षकों की पदस्थापना से शाला में शिक्षा का माहौल सशक्त हुआ है और यह विद्यालय अब वास्तव में ज्ञान का केंद्र बन चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शासन प्रशासन के प्रति गांववासियों की ओर से आभार व्यक्त किया। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से न केवल शिक्षकविहीन स्कूलों को संबल मिला है, बल्कि यह नीति ग्रामीण अंचलों में शिक्षा की पहुँच और गुणवत्ता को भी नई ऊंचाई दे रही है।

Private Publishers: Private publishers' books banned in private schools...now only NCERT books will be used for studies...see DEO's order here
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Private Publishers : प्राइवेट स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबों पर बैन…अब सिर्फ NCERT की किताबों से होगी पढ़ाई…DEO का आदेश यहां देखें

रायपुर, 28 जून। Private Publishers : जिले के प्राइवेट स्कूलों के लिए एक अहम आदेश जारी हुआ है, जिसमें निजी प्रकाशकों की पुस्तकों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब जिले के सभी अशासकीय (प्राइवेट) स्कूलों में सिर्फ NCERT (एनसीईआरटी) द्वारा निर्धारित पाठ्य पुस्तकों से ही पढ़ाई कराई जा सकेगी। यह आदेश जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), रायपुर की ओर से जारी किया गया है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों को शिक्षा विभाग के नियमानुसार शालाओं का संचालन सुनिश्चित करना होगा और निर्धारित निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। साथ ही निरीक्षण व अनुपालन की रिपोर्ट भी जिला कार्यालय में प्रस्तुत करनी होगी। आदेश में क्या लिखा है? “जिला रायपुर अंतर्गत अशासकीय विद्यालयों में शासकीय नियमानुसार शालाओं का संचालन किये जाने हेतु संलग्न निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करें एवं निरीक्षण/पालन प्रतिवेदन इस कार्यालय में प्रस्तुत करें।” प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन की आपत्ति इस आदेश के खिलाफ छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर आदेश पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। एसोसिएशन का तर्क अब आगे क्या?

Admission to Schools: Applications for admission to schools under RTE will start from July 1...! Click here to see the required documents
Education

Admission to Schools : RTE के तहत स्कूलों में प्रवेश के लिए 1 जुलाई से शुरू होंगे आवेदन…! जरूरी दस्तावेज़ देखने के लिए यहां क्लिक करें

रायपुर, 26 जून। Admission to Schools : छत्तीसगढ़ सहित देशभर में शैक्षणिक सत्र 2025–26 के लिए Right to Education (RTE) एक्ट के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से शुरू हो रही है। मुख्य बातें आरटीई का उद्देश्य सुझाव

Big Change in Education: CBSE's big decision...! 10th board exam twice from 2026...Internal assessment once a year...See new time table here
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Big Change in Education : CBSE का बड़ा फैसला…! 2026 से 10वीं बोर्ड परीक्षा दो बार…इंटर्नल असेसमेंट साल में एक बार…यहां देखें नया Time Table

नई दिल्ली, 25 जून। Big Change in Education : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब साल 2026 से सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों को बेहतर अवसर देने और परीक्षा के दबाव को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है। सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने जानकारी दी कि बोर्ड ने इस मॉडल को मंजूरी दे दी है। अब 10वीं के छात्र साल में दो बार बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। परीक्षा की नई समय-सारणी मुख्य बातें इस नई व्यवस्था का उद्देश्य छात्रों को दबाव मुक्त और लचीला शैक्षणिक वातावरण देना है, जिससे वे अपनी क्षमताओं के अनुरूप बेहतर प्रदर्शन कर सकें। विशेषज्ञों का मत है कि यह कदम छात्रों को आत्मविश्वास देने के साथ ही उन्हें तैयारी के लिए एक और मौका देगा। यह बदलाव कक्षा 10 से शुरू होकर भविष्य में कक्षा 12 की परीक्षाओं पर भी लागू किया जा सकता है। अधिक जानकारी और अपडेट के लिए CBSE की आधिकारिक वेबसाइट (Big Change in Education) और स्कूलों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों पर नजर बनाए रखें।

Sonasilli Created History: Children of Sonasilli created history...! Amazing initiative in the village...! Shovel in little hands... resolve to make the village clean... become a source of inspiration... watch the video here what these children are saying
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Sonasilli Created History : सोनासिल्ली के बच्चों ने रचा इतिहास…गांव में अद्भुत पहल…! नन्हे हाथों में फावड़ा…स्वच्छ बनाने का संकल्प…बने प्रेरणा स्रोत…ये बच्चे क्या कह रहे हैं यहां देखें VIDEO

उरेन्द्र साहू/गरियाबंद। Sonasilli Created History : गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर क्षेत्र के सोनासिल्ली गांव में छोटे स्कूली बच्चों ने मिसाल कायम की है। ये बच्चे हर रविवार छुट्टी के दिन पढ़ाई के साथ-साथ गांव की सफाई में जुट जाते हैं। बच्चों ने अपनी पॉकेट मनी से टी-शर्ट खरीदी और घरों से फावड़ा, तगड़ी जुटाकर पिछले एक साल से स्वच्छता अभियान चला रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि गांव को बीमारियों और गंदगी से मुक्त किया जाए। इन बच्चों की मेहनत और सोच ने उन्हें गांव के ही नहीं, युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बना दिया है। सोनासिल्ली के ये नन्हे सिपाही सच्चे अर्थों में स्वच्छता के असली दूत बन चुके हैं। बिलकुल, यहां सोनासिल्ली गांव के नन्हे बच्चों के इस अद्भुत स्वच्छता अभियान से जुड़ी कुछ और जानकारी दी जा रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह केवल एक छोटा प्रयास नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की शुरुआत है: कौन हैं ये बच्चे सोनासिल्ली गांव के ये बच्चे 6 से 12 साल की उम्र के हैं, जो पास के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। ये बच्चे खुद ही टोली बनाकर सफाई अभियान की योजना बनाते हैं। हर रविवार सुबह गांव के अलग-अलग हिस्सों की सफाई करते हैं। क्या करते हैं ये बच्चे? गांव की गलियों, नालियों, स्कूल परिसर और सार्वजनिक स्थलों की सफाई करते हैं। कचरे को इकट्ठा कर सही स्थान पर निस्तारित करते हैं। पत्थरों और कूड़े से पटी नालियों को खोलना, झाड़ियों को काटना, और गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाना इनका उद्देश्य है। संसाधन कहां से लाते हैं? बच्चों ने पॉकेट मनी बचाकर टी-शर्ट और झाड़ू आदि सामान खरीदे हैं ताकि वे एक पहचान बना सकें। फावड़ा, तगड़ी, टोकरी** जैसे औजार वे अपने घरों से लाते हैं या गांववालों से उधार लेते हैं। प्रेरणा और प्रभाव यह अभियान अब सिर्फ बच्चों तक सीमित नहीं रहा। कई युवाओं और ग्रामीणों ने भी उनसे प्रेरणा लेकर सफाई में भाग लेना शुरू किया है। गांव में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी देखी जा रही है। स्कूल के शिक्षक, गांव के बुजुर्ग और अभिभावक भी इन बच्चों के समर्पण की सराहना कर रहे हैं। प्रशासन और आगे की योजना यदि स्थानीय प्रशासन और पंचायत सहयोग करें तो इस अभियान को और व्यापक स्तर पर फैलाया जा सकता है।बच्चों का सपना है कि पूरा गांव एक दिन “स्वच्छता मॉडल गांव” के रूप में जाना जाए। इन नन्हे बच्चों का यह स्वप्रेरित अभियान (Sonasilli Created History) यह दिखाता है कि यदि इच्छा हो तो बिना किसी बड़े संसाधन के भी बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। ये बच्चे न केवल गांव की तस्वीर बदल रहे हैं, बल्कि पूरे समाज को एक सशक्त संदेश भी दे रहे हैं, स्वच्छता से ही समृद्धि आती है।

Under Municipal Corporation: Demand for permanent teacher for Urdu school...! Memorandum submitted to Commissioner Paliwal
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Under Municipal Corporation : उर्दू स्कूल के लिए स्थायी शिक्षक की मांग…! आयुक्त पालीवाल को सौंपा ज्ञापन

चंद्रपुर/आशिष खरोले, 20 जून। Under Municipal Corporation : चन्द्रपुर महानगरपालिका के अंतर्गत तुकुम के उर्दू स्कूल के शिक्षक के सेवानिवृत्त हो जाने के कारण आगामी सत्र में वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए स्थायी शिक्षक की व्यवस्था करने के लिए महानगरपालिका आयुक्त पालीवाल साहब को ज्ञापन दिया गया। गरीब लोगों के बच्चे शिक्षा से वंचित न रहें, इस उद्देश्य से चर्चा के बाद ज्ञापन दिया गया। इसके बाद पालीवाल साहब ने आश्वासन दिया कि इस उर्दू स्कूल को स्थायी शिक्षक दिया जाएगा तथा विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सभी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष सुनील काले ने मुस्लिम भाइयों के साथ ज्ञापन दिया।