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Mass Suicide: 5 people committed suicide together...! Husband-wife and 3 children are included... a heart-wrenching incident came to light
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Mass Suicide : एक ही साथ 5 लोगों ने की खुदकुशी…! पति-पत्नी और 3 बच्चे है शामिल…दिल दहला देने वाली घटना आई सामने 

अहमदाबाद, 20 जुलाई। Mass Suicide : एक ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गया। दरअसल, पूरा मामला गुजरात के अहमदाबाद जिले का है। जहां से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रविवार को बावला क्षेत्र के एक किराए के मकान में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में पति-पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। एक ही साथ 5 लोगों ने की खुदकुशी  पुलिस के अनुसार, मरने वालों की पहचान विपुल कांजी वाघेला (34), उनकी पत्नी सोनल (26), बेटियां (11 और 5 वर्ष) और बेटा (8 वर्ष) के रूप में हुई है। यह परिवार मूल रूप से ढोलका का रहने वाला था और हाल ही में बावला के इस किराए के मकान में रहने आया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, और आत्महत्या के कारण का अभी खुलासा नहीं हो सका है। जांच में जुटी पुलिस  अहमदाबाद ग्रामीण के एसपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में परिवार के सभी सदस्यों द्वारा जहरीला तरल पीने की बात सामने आई है। फिलहाल घर की तलाशी ली जा रही है और आसपास के लोगों से पूछताछ भी जारी है। पुलिस तकनीकी साक्ष्यों की मदद से यह पता लगाने में जुटी है कि यह कदम उठाने की पीछे आखिर वजह क्या रही। पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी घटनाएं 8 जून 2025 को गुजरात के कडी कस्बे में एक दंपती ने अपने 9 साल के बेटे के साथ नर्मदा नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मृतकों की पहचान धर्मेश पंचाल (38), उर्मिला (36), और बेटे प्रकाश (9) के रूप में हुई थी। पुलिस को कार से सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें आर्थिक तंगी का जिक्र था। वहीं 13 अप्रैल 2025 को वडाली कस्बे में एक किसान परिवार (Mass Suicide) ने भी जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। घटना में पति-पत्नी की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चों का इलाज हुआ। मृतकों की पहचान विनू सागर (42) और कोकिलाबेन (40) के रूप में की गई थी। घटना के पीछे आर्थिक और पारिवारिक तनाव को वजह माना गया।

Bank Workload Crisis: Bank of Baroda's Chief Manager commits suicide...! Apologized to wife and daughter... Said- donate my eyes... See the suicide note here
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Bank Workload Crisis : बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक ने की आत्महत्या…! पत्नी-बेटी से मांगी माफी…कहा- मेरी आंखें दान कर देना…यहां देखें Suicide नोट

पुणे, 19 जुलाई। Bank Workload Crisis : महाराष्ट्र के बारामती में बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर ने बैंक में ही अपनी जान दे दी है। मृतक का नाम शिवशंकर मित्रा है। घटना से पहले उन्होंने बैंक में ही बैठकर एक चिट्ठी लिखी थी। इसके जरिए उन्होंने बताया कि वो काम के दबाव से तंग आकर ये फैसला ले रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही बारामती पुलिस मौके पर पहुंची थी। उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।  मामला 17 जुलाई की रात का है। इलाके में इस तरह की पहली घटना हुई है। इसके कारण लोगों में इसकी चर्चा है। 52 साल के मैनेजर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले थे।  90 दिनों का नोटिस पीरियड मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने 11 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बारामती सिटी पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर विलास नाले ने बताया कि मैनेजर ने स्वास्थ्य और काम के दबाव को इस्तीफे का कारण बताया था, लेकिन बैंक ने 90 दिनों के नोटिस पीरियड का हवाला देते हुए उन्हें तत्काल ही काम से मुक्त नहीं किया। पुलिस का कहना है, मैनेजर ने किसी भी बैंक अधिकारी को दोषी नहीं ठहराया है। उन्होंने काम के दबाव की बात की है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले को लेकर अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जाएगी। मैनेजर ने लेटर में ये आग्रह किया कि बैंक अपने कर्मचारियों पर भारी दबाव न डाले। उन्होंने कहा कि हर कोई अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह जागरूक है और अपना 100 प्रतिशत योगदान देता है। उन्होंने अपनी पत्नी प्रिया से अपने इस फैसले के लिए माफी मांगी। शिवशंकर मित्रा ने इच्छा जताई कि अगर संभव हो तो उनकी आंखें दान कर दी जाएं। बारामती पुलिस आगे की जांच कर रही है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि मृतक पर काम का अतिरिक्त दबाव डाला गया था या नहीं। सुसाइड नोट में क्या कहा? शिवशंकर मित्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं शिवशंकर मित्रा, बैंक ऑफ बड़ौदा, बारामती शाखा का मुख्य प्रबंधक, आज बैंक के अत्यधिक काम के दबाव के चलते आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी बैंक से विनती है कि कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव न डाला जाए। सभी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी समझते हैं और पूरी मेहनत से काम करते हैं। वह अपना 100 फीसदी देते हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे अपनी इच्छा से आत्महत्या कर (Bank Workload Crisis) रहे हैं। इसमें उनके परिवार का कोई दोष नहीं है। वह सिर्फ बैंक के अत्यधिक दबाव के चलते यह कदम उठा रहें है। उन्होंने आगे लिखा, “मेरी पत्नी प्रिया और बेटी माही मुझे माफ करना। हो सके तो मेरी आंखें दान कर देना”

Kanwar Yatra: During the Kanwar Yatra, DSP Rishika Singh pressed the feet of Kanwariyas...pictures went viral...see the video here
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Kanwar Yatra : कांवड़ यात्रा के दौरान DSP ऋषिका सिंह कावड़ियों के दबाए पैर…वायरल हुई तस्वीरें…यहां देखिए VIDEO

मुजफ्फरनगर, 19 जुलाई। Kanwar Yatra : कांवड़ यात्रा 2025 के दौरान सुरक्षा और सेवा का एक अद्वितीय उदाहरण उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सामने आया है, जहां महिला पुलिस अधिकारी ऋषिका सिंह ने ड्यूटी के साथ-साथ भक्ति और मानवता का ऐसा परिचय दिया कि हर कोई उनकी सराहना कर रहा है। वायरल हुआ सेवा भाव यात्रा मार्ग की निगरानी कर रहीं डीएसपी ऋषिका सिंह, जो फुगाना क्षेत्र की सीओ के तौर पर तैनात हैं, की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में वह थकी हुई महिला कांवड़ियों के पैर दबाती नजर आ रही हैं। यह दृश्य उस समय का है जब ऋषिका सिंह यात्रा मार्ग पर निरीक्षण के दौरान एक स्थान पर विश्राम करतीं महिला कांवड़ियों से मिलीं और उन्होंने खुद झुककर पैर दबाकर सेवा का भाव व्यक्त किया। ड्यूटी के साथ भक्ति की मिसाल इस कृत्य से न केवल उन्होंने फर्ज और श्रद्धा का सुंदर समन्वय दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि पुलिसकर्मी सिर्फ कानून व्यवस्था के रक्षक नहीं, बल्कि संवेदनशील और मानवीय भावना से युक्त सेवक भी होते हैं। सोशल मीडिया पर तारीफों की बौछार समाजवादी पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी यह वीडियो शेयर करते हुए ऋषिका सिंह की तारीफ की।ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोग कह रहे हैं, “ये है असली पुलिसिंग”, “सेवा और सुरक्षा दोनों का अद्भुत मेल”। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने ऋषिका सिंह की इस विनम्रता और सेवा भावना को कांवड़ यात्रा की सच्ची आत्मा बताया है। कुछ ने इसे “राष्ट्र सेवा के साथ धर्म सेवा” का अनूठा उदाहरण कहा है। कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस व्यवस्था (Kanwar Yatra) की तारीफ तो होती ही है, लेकिन डीएसपी ऋषिका सिंह जैसे अधिकारियों की वजह से यह यात्रा सिर्फ सुरक्षित ही नहीं, बल्कि संवेदनशील और यादगार भी बन जाती है। श्रद्धा, सेवा और समर्पण की इस तस्वीर ने यह सिद्ध कर दिया कि पुलिस वर्दी के पीछे भी एक करुणामयी इंसान होता है।

Birth of a Newborn Baby: The family reached home with the newborn daughter...! The second son of one and a half years got drowned in the drain due to the strong flow of water while urinating... The mother fainted after seeing the dead body... Watch the video here
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Birth of a Newborn Baby : नवजात बेटी को लेकर घर पहुंचा परिवार…! डेढ़ साल का दूसरा बेटा पेशाब करते समय पानी के तेज बहाव में नाले में समा गया…मृत देह देख बेसुध मां…यहां देखिए Video

रीवा, 18 जुलाई। Birth of a Newborn Baby : रीवा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक ओर परिवार में नवजात बेटी के जन्म की खुशी थी, वहीं अगले ही दिन उस परिवार का डेढ़ साल का मासूम बेटा बाढ़ के पानी में बह गया। घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। घटना अमहिया थाना क्षेत्र अंतर्गत विवेकानंद नगर की है। बुधवार को पूनम गुप्ता ने संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में एक बच्ची को जन्म दिया था। गुरुवार को जैसे ही वह अपने नवजात के साथ घर लौटी, पूरा परिवार खुशी के माहौल में डूबा हुआ था। लेकिन उसी दिन दोपहर के समय अचानक बारिश के कारण पास के नाले का जलस्तर बढ़ गया, और देखते ही देखते पूरा इलाका जलमग्न हो गया। पिता विजय गुप्ता ने बताया कि उनका डेढ़ साल का बेटा रुद्रांश गुप्ता घर के दरवाजे पर पेशाब करने के लिए निकला था, तभी अचानक तेज बहाव में वह नाले के पानी में बह गया। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और SDRF की टीम मौके पर पहुंच गई। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया, लेकिन अब तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला है। तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला ने जानकारी दी कि स्थानीय प्रशासन पूरी ताकत से तलाश में जुटा है। बारिश और अतिक्रमण बना हादसे का कारण जिले में हुई भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। आरोप है कि नालों पर अतिक्रमण और समय पर सफाई नहीं होने के कारण पानी ने रिहायशी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। सामान्य नालियों का पानी लोगों के बेडरूम तक पहुंच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिक निगम की लापरवाही ने इस मासूम की जान ले ली। कई बार नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। परिवार में मातम बेटी के जन्म की खुशखबरी के बीच आई यह त्रासदी गुप्ता परिवार के लिए किसी दुखद सपने से कम नहीं। परिवार के सदस्य और पड़ोसी सदमे में हैं। पूरे इलाके में शोक का माहौल है। गुप्ता परिवार में त्रासदी पूरे इलाके में शोक मृत देह देख बेसुध मां

Taj Mahal: Humanity shamed...! An old man was left in a closed car after tying his hands and legs...the family was busy watching the Taj Mahal...see here
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Taj Mahal : मानवता शर्मसार…! हाथ-पैर बांध कर बुजुर्ग को बंद कार में छोड़ा…ताजमहल देखने में व्यस्त रहा परिवार…यहां देखें

आगरा, 17 जुलाई। Taj Mahal : उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल परिसर से एक हैरान करने वाली और अमानवीय घटना सामने आई है। ताजमहल के पश्चिमी गेट स्थित पार्किंग में एक बुजुर्ग व्यक्ति को बेसुध हालत में एक कार के अंदर हाथ-पैर बंधे हुए पाया गया। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग व्यक्ति घंटों तक भीषण गर्मी और उमस के बीच कार में बंद थे, जिससे उनकी तबीयत बेहद बिगड़ गई। घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब पार्किंग में ड्यूटी पर तैनात गार्ड को एक संदिग्ध स्थिति में खड़ी कार दिखी। जब गार्ड ने झांककर देखा तो अंदर एक बुजुर्ग व्यक्ति बेहोश पड़े थे। उनके हाथ-पैर कपड़े से बंधे हुए थे, जिससे मामला और भी संदेहास्पद हो गया। गार्ड ने तुरंत अन्य कर्मचारियों की मदद ली और कार का शीशा तोड़कर बुजुर्ग को बाहर निकाला। उन्हें पानी पिलाया गया, लेकिन वे इतने कमजोर थे कि कुछ बोल भी नहीं पा रहे थे। एंबुलेंस बुलाई गई और बुजुर्ग को अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी हालत अब भी गंभीर बताई जा रही है। परिवार पर लापरवाही का शक प्रत्यक्षदर्शी और स्थानीय टूरिस्ट गाइड मोहम्मद असलम के अनुसार, “बुजुर्ग व्यक्ति कुछ भी नहीं बोल पा रहे थे, उनकी हालत देख सभी लोग हैरान रह गए।” कार पर महाराष्ट्र की नंबर प्लेट और ‘महाराष्ट्र शासन‘ का स्टिकर लगा हुआ था। छत पर यात्रियों का सामान भी बंधा था, जिससे यह अंदेशा है कि परिवार महाराष्ट्र से आगरा घूमने आया था और बुजुर्ग को कार में बंद करके ताजमहल घूमने चला गया। पुलिस कर रही है जांच इंस्पेक्टर कुंवर सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि, “शुरुआती जांच में यह मामला गंभीर लापरवाही या असंवेदनशीलता का लग रहा है।” पुलिस अब कार के मालिक की पहचान कर रही है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। इस घटना ने आम लोगों के बीच गंभीर आक्रोश (Taj Mahal) पैदा किया है और सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या पर्यटन स्थलों पर वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान के लिए कोई सख्त व्यवस्था नहीं होनी चाहिए।

Shopping Mall Fire : Oh horrific...! A huge fire broke out in a mall that opened five days ago... 50 to 60 people burnt alive... watch the video here
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Shopping Mall Fire : ओह भयावह…! पांच दिन पहले खुले मॉल में लगी भीषण आग…50 से 60 लोग जिंदा जले…यहां देखें VIDEO

इराक, 17 जुलाई। Shopping Mall Fire : इराक के पूर्वी शहर अल-कुट में स्थित एक हाल ही में खुला उच्च-मूल्य शॉपिंग मॉल (हाइपरमार्केट) में बिल्डिंग की पहली मंजिल पर बुधवार देर रात जब आग लगी, तो यह तबाही का रूप ले गई। मौके पर मौजूद लोगों की संख्या अधिक थी, और आग इतनी भयंकर थी कि दर्जनों लोग जिंदा जल कर दर्दनाक मौत के शिकार हुए। घटना से लेकर दस्तावेज़ी तथ्य आग में कम से कम 50 लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायलों के रूप में अस्पताल पहुँचाए गए। आंच ज्यादा तेज थी और कई शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया, एक आधिकारिक आंकड़े में कहा गया कि 59 की पहचान हुई, जबकि एक अव्यक्त रहा। आग उस मॉल की पहली मंजिल की रेस्टॉरेंट या किचन क्षेत्र से शुरू हुई, जहाँ कई लोग वक़्त बिता रहे थे। यह पांच-मंजिला इमारत मात्र 5 दिन पहले ही आम जनता के लिए खोली गई थी। स्थानीय गवर्नर मोहम्मद अल-मियाही ने तीन दिनों की राजकीय शोक की घोषणा की, और मॉल के मालिकों व प्रबंधन के खिलाफ आईएनए समाचार एजेंसी के माध्यम से मुकदमा दायर करने का ऐलान किया। वजह की जांच शुरू हो चुकी है; शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार यह अग्निसंरक्षण प्रणाली की कमी या शॉर्ट‑सर्किट से जुड़ी हो सकती है, और इसके निष्कर्ष 48 घंटों में आने की उम्मीद है। राहत कार्य और जांच दमकल और आपात सेवाएं आग बुझाने और फंसे लोगों को निकालने में जुटी रहीं। पास के अस्पतालों में तीव्र बचाव घरों की हालत देखी गई, जबकि कुछ मृतकों की पहचान अत्यंत जला होने के कारण मुश्किल हो गई थी। वासित प्रांत प्रशासन ने इमारत के निर्माण और अग्नि सुरक्षा मानकों की पालना पर भी जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा सवाल यह हादसा इराक में अग्नि सुरक्षा दोषों की पुरानी परंपरा को दोहराता दिखा, जिसमें पहले भी अस्पताल (2021), शादी समारोह (2023 Qaraqosh), और अन्य सार्वजनिक स्थल भारी हादसे झेल चुके हैं। अब अग्निशमन प्रणालियों, आपातनिकास, निर्माण मानकों और नियमित सुरक्षा ऑडिट की आवश्यकता पर विशेष ध्यान दिया जाने की उम्मीद है। यह हादसा मानव जीवन की चिंता और सार्वजनिक सुरक्षा प्रणालियों में चूक के कारणों को उजागर करता है। स्थिति विवरण तथ्य स्थान अल-कुट, इराक तिथि 16 जुलाई 2025, देर रात मृतक लगभग 50–60 लोग संरचना पांच-मंजिला मॉल, खुला 5 दिन पहले संभावित कारण रेस्टॉरेंट/किचन से आग लगी सरकारी कदम 3 दिन शोक, मॉल मालिकों पर मुकदमा, जांच आदेश जांच का समय शुरुआती रिपोर्ट 48 घंटों में

UIDAI Alert: Baal Aadhaar update...! Update biometrics at the age of 5–7 years... See A to Z details here
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UIDAI Alert : बाल आधार अपडेट…! 5–7 वर्ष की उम्र में करें बायोमैट्रिक अपडेट…यहां देखें A to Z डिटेल्स

नई दिल्ली, 17 जुलाई। UIDAI Alert : आधार कार्ड को लेकर UIDAI ने अलर्ट किया है। दरअसल, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ये अलर्ट बच्चों के आधार कार्ड यानी बाल आधार के लिए किया है। इसमें कहा गया है कि 5 से 7 साल के बच्चों के आधार के आधार कार्ड का बायोमैट्रिक अपडेट जरूर कराएं, ये काम अभी बिल्कुल फ्री में हो सकता है। बाल आधार बायोमैट्रिक अपडेट (5–7 वर्ष) कहाँ से आई खबर? UIDAI ने आज (17 जुलाई 2025) सोशल मीडिया (X पर), SMS और प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अभिभावकों को गंभीर रूप से अलर्ट किया है कि वे 5–7 वर्ष के बच्चों का आधार बायोमैट्रिक फ्री में अभी अपडेट करवाएँ, अन्यथा 7 साल की आयु के बाद ₹100 का शुल्क लगेगा और आधार डिएक्टिवेट भी हो सकता है। किसके लिए जरूरी? 0–5 वर्ष के बच्चों का ‘ब्लू बाल आधार’ केवल फोटो और विवरण पर आधारित होता है। 5 साल की उम्र के बाद अनिवार्य रूप से फिंगरप्रिंट, आइरिस और नवीनतम फोटो अपडेट करवाना चाहिए। यदि यह अपडेट 7 वर्ष से पहले पूरा हो जाए तो यह बिल्कुल मुफ्त है। क्या होगा अगर नहीं कराया? 7 वर्ष की आयु के पार होने के बाद अभी भी बायोमैट्रिक अपडेट नहीं कराया गया तो उस बच्चे का Aadhaar कार्ड निष्क्रिय (डिएक्टिवेट) किया जा सकता है, जिससे उन्हें स्कूल एडमिशन, परीक्षा, छात्रवृत्ति, DBT योजनाएं आदि पाने में बाधा हो सकती है। शुल्क संबंधी जानकारी 5–7 वर्ष: फ्री में बायोमैट्रिक अपडेट 7+ वर्ष: ₹100 शुल्क लगेगा यदि अपडेट अब कराया जाए कैसे करवाएँ अपडेट? माता‑पिता या अभिभावक को बच्चों को लेकर पास के Aadhaar Seva Kendra या किसी मान्य आधार केंद्र में जाना होगा, साथ में ब्लू आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और माता‑पिता के आधार रखने होंगे। UIDAI द्वारा SMS और X प्लेटफ़ॉर्म पर समय‑समय पर रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं। सारांश आयु वर्ग क्या शामिल शुल्क समय सीमा असर 0–5 वर्ष फोटो और डेमोग्राफिक ₹0 तुरंत — 5–7 वर्ष बायोमैट्रिक (फ्री) ₹0 7 वर्ष से पहले — 7+ वर्ष बायोमैट्रिक (यदि पहले न हुआ हो) ₹100 जितनी जल्दी हो सके डिएक्टिवेशन जोखिम माता‑पिता के लिए सुझाव अभी तुरंत 5–7 वर्ष के बच्चों का बायोमैट्रिक अपडेट (UIDAI Alert) करवाएँ, यह मुफ्त है और उनके स्कूल एडमिशन व सरकारी लाभों के लिए जरूरी है। यदि वे अब 7 वर्ष के पार हो चुके हैं, तो ₹100 देकर अपडेट कराएँ और आधार सक्रिय रखवाएँ। यह UIDAI का मानक और महत्वपूर्ण अलर्ट है और ज़रूरत है कि इसे प्राथमिकता से पूरा कर लिया जाए ताकि बच्चों को भविष्य में कोई समस्या न हो।

Live TV Shows : Israeli attack on Damascus...! Heavy bombing...Anchor ran away leaving the live TV show...Watch the video here
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Live TV Shows : दमिश्क पर इजरायली हमला…! जोरदार बमबारी…लाइव टीवी शो छोड़कर भागी एंकर…यहां देखें VIDEO

इंटरनेशनल डेस्क, 16 जुलाई। Live TV Shows : सीरिया की राजधानी दमिश्क एक बार फिर युद्ध की आग में झुलस उठी है। इज़रायल ने दमिश्क पर जोरदार हवाई हमला किया, जिसकी लाइव झलकियां टीवी पर प्रसारित हो रहीं थीं। हमले के दौरान चारों ओर धुएं का गुबार छा गया, और स्टूडियो में मौजूद टीवी एंकर को लाइव शो बीच में छोड़कर भागना पड़ा। ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा को लेकर इज़रायल का हमला इज़रायली सेना ने यह हमला सीरिया के दक्षिणी हिस्से में ड्रूज़ समुदाय पर हो रहे हमलों के जवाब में किया है। इज़रायल का आरोप है कि सीरियाई सरकार की सेना ड्रूज़ आबादी पर हमले कर रही है, जिसे लेकर इज़रायल में रह रहे ड्रूज़ नागरिकों ने अपनी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी। इसी के चलते इज़रायल ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा है कि, “यदि सीरियाई सेना ड्रूज़ पर हमला जारी रखती है, तो हम उन्हें तबाह कर देंगे।” सीरियाई सेना और ड्रूज़ लड़ाकों में टकराव सोमवार को सीरियाई सरकार ने दक्षिणी शहर स्वेइदा में अपनी सेना भेजी थी, जिससे ड्रूज़ और बेदुईन कबीलों के बीच हो रही झड़पों को रोका जा सके। लेकिन सीरियाई सेना की खुद ड्रूज़ लड़ाकों से मुठभेड़ हो गई, जिससे हालात और बिगड़ गए। इस पर एक ड्रूज़ धार्मिक नेता ने मंगलवार को कहा, “हमारी कौम पर सरकार की तरफ से बर्बर हमला किया जा रहा है।” इज़रायल की रणनीति और सैन्य कार्रवाई इज़रायल ने सीरियाई सरकार से दक्षिण सीरिया से सेना हटाने की मांग की है और कहा है कि, ड्रूज़ लोगों की सुरक्षा करना इज़रायल का नैतिक दायित्व है। इज़रायली सेना गोलन हाइट्स से लगे क्षेत्रों में तैनात है और किसी भी संभावित खतरे पर तत्काल कार्रवाई करेगी। रक्षा मंत्री इज़रायल काट्ज़ ने बुधवार को कहा: “जब तक सीरियाई सेना इलाके से पीछे नहीं हटती, हम हमले जारी रखेंगे। यदि उन्होंने समझदारी नहीं दिखाई, तो शासन के खिलाफ व्यापक कार्रवाई करेंगे।” प्रधानमंत्री नेतन्याहू का बड़ा बयान इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “हम दक्षिण-पश्चिमी सीरिया को अपनी सीमा पर एक असैन्य क्षेत्र के रूप में संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्थानीय ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा हमारा दायित्व है।” स्थिति बेहद तनावपूर्ण दमिश्क पर हुए ताजा इज़रायली हमले (Live TV Shows) ने एक बार फिर मध्य पूर्व की शांति और स्थिरता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा के नाम पर की जा रही सैन्य कार्रवाई सीरिया-इज़रायल तनाव को नए मोड़ पर ले जा रही है। आगे की स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। नए युद्ध का खतरा पैदा सीरियाई सेना और ड्रूज़ लड़ाकों में टकराव

Ration Card Holder: Big news for ration card holders...! Government has issued new guidelines... update these soon... otherwise crores of people may be deprived of ration scheme
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Ration Card Holder : राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर…! सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस…जल्द करें ये अपडेट…वरना राशन योजना से वंचित हो सकते हैं करोड़ों लोग

नई दिल्ली, 16 जुलाई। Ration Card Holder : भारत सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत संचालित सस्ती या मुफ्त राशन वितरण योजना को पारदर्शी बनाने के लिए राशन कार्ड धारकों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यदि आप भी इस योजना के लाभार्थी हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। E-KYC अनिवार्य, नहीं तो नाम हटेगा सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर राशन कार्डधारी को जल्द से जल्द ई-केवाईसी (E-KYC) पूरा करना होगा। जिन लोगों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराया है, उनका नाम राशन कार्ड सूची से हटाया जा सकता है। इसका उद्देश्य फर्जी लाभार्थियों को हटाना और योजना का लाभ वास्तविक पात्र लोगों तक पहुंचाना है। ई-केवाईसी नहीं कराने के नुकसान कैसे कराएं राशन कार्ड की ई-केवाईसी? ऑनलाइन तरीका ऑफलाइन तरीका यदि OTP या फिंगरप्रिंट में दिक्कत हो रही है, तो ऑफलाइन प्रक्रिया अपनाना अधिक सुरक्षित विकल्प होगा। राशन कार्ड का लाभ पाने के लिए ये बातें भी जरूरी अंतिम तारीख नजदीक सरकार ने ई-केवाईसी की अंतिम तिथि भी तय कर दी है (राज्यवार तिथि अलग हो सकती है)। इसलिए बिना देर किए यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर लें, ताकि भविष्य में राशन से वंचित न रह जाएं। सरकार की नई गाइडलाइंस का उद्देश्य योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ाना है। यदि आप सरकार की फूड सिक्योरिटी योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो ई-केवाईसी प्रक्रिया को समय पर पूरा करना बेहद जरूरी है। इस संबंध में स्थानीय राशन दुकानों और सरकारी पोर्टलों से नियमित जानकारी लेते रहे।

Acid Attack: Painful acid attack...! Inhuman act due to jealousy of friend's beauty... Girl threw acid on friend's face... Accused surrounded
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Acid Attack : दर्दनाक एसिड अटैक…! सहेली की सुंदरता से जलन में अमानवीय हरकत…युवती ने दोस्त के चेहरे पर फेंका एसिड…घेरे में आरोपी

जबलपुर, 15 जुलाई। Acid Attack : शहर के अवधपुरी कॉलोनी में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। 22 वर्षीय श्रद्धा दास पर उसकी ही बचपन की सहेली इशिता साहू ने तेजाब फेंक दिया, जिससे श्रद्धा बुरी तरह झुलस गई है और अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रही है। घटना 29 जून की सुबह की है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। बचपन की दोस्ती बनी दुश्मनी का कारण श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी की निवासी थीं और बचपन में गहरी दोस्ती थी। लेकिन कुछ साल पहले इशिता का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके लिए उसने श्रद्धा को ज़िम्मेदार ठहराया। तभी से उसने बदला लेने की ठान ली थी। श्रद्धा की तरक्की से और भड़क उठी इशिता हाल ही में श्रद्धा को पश्चिम बंगाल की एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी मिली थी। उसकी सुंदरता और करियर की सफलता से ईर्ष्या करती इशिता ने क्रूर योजना बनाई और उसकी जिंदगी तबाह करने का फैसला कर लिया। फर्जी दस्तावेजों से हासिल किया एसिड इशिता ने ज्ञान गंगा कॉलेज के फर्जी लेटरहेड और दस्तावेजों के जरिए सिविक सेंटर स्थित अनुप्रास ट्रेडर्स से सल्फ्यूरिक एसिड खरीदा। इस काम में उसके दोस्त अंश शर्मा ने फर्जी प्रोफेसर बनकर मदद की, जो अभी फरार है। 29 जून को इशिता ने श्रद्धा को यह कहकर घर के बाहर बुलाया कि वह उससे आखिरी बार मिलना चाहती है। जैसे ही श्रद्धा बाहर आई, इशिता ने बोतल से 100 एमएल एसिड उसके चेहरे पर फेंक दिया। श्रद्धा की चीख-पुकार सुनकर मां दौड़ीं और पानी से चेहरा धोया, लेकिन तब तक एसिड अपना कहर दिखा चुका था। गिरफ्तारी के बाद पूछा: “मर गई क्या?” घटना के बाद इशिता मौके से फरार हो गई, लेकिन पुलिस ने जल्द ही उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद उसका सबसे पहला सवाल था- “वो मर गई क्या? मुझे फांसी होगी?” यह सुन पुलिस भी स्तब्ध रह गई। बहरहाल, मेडिकल कॉलेज में भर्ती श्रद्धा का चेहरा और ऊपरी शरीर 50% तक झुलस चुका है। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी स्थिति गंभीर है और लगातार निगरानी की जा रही है। कड़ी धाराओं में केस दर्ज गोरखपुर सीएसपीपी नागोटिया (Acid Attack) ने बताया कि हत्या की कोशिश और एसिड अटैक की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इशिता की मदद करने वाला अंश शर्मा अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। इस वीभत्स घटना ने फिर साबित कर दिया है कि अपराधी चेहरा नहीं पहचानते, और कभी-कभी सबसे बड़ा ज़ख्म दोस्ती ही दे जाती है।