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Death due to Borewell: Two minor sisters died a painful death after falling into an open borewell...Bodies found after a seven-hour long rescue operation...Watch Video here
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Death due to Borewell : खुले बोरवेल में गिरने से दो नाबालिग बहनों की दर्दनाक मौत…सात घंटे की कड़ी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मिला शव…यहां देखें Video

सतना/नागौद, 14 जुलाई। Death due to Borewell : सतना जिले के नागौद थाना क्षेत्र स्थित हिलौंधा गांव में फसल कटाई के बाद रविवार शाम को खेतों में पैर धोने गई दो बहनों, सोमवती साकेत (16) और दुर्गा साकेत (12) का दर्दनाक हादसा हो गया। खेत में बने एक पुराने, खुले बोरवेल में गिरकर दोनों बहनों की मृत्यु हो गई। हादसे का पूरा घटनाक्रम दोनों बहनें धान की रोपाई के बाद खेत में पैर धोने गई थीं, तभी मिट्टी के धँसने से बोरवेल खुला रह गया, जिसमें पानी भर जाने से वह गहरा जाल बन गया। पहला घुटना रखा तो सोमवती गड्ढे में समा गई और उसे बचाने दौड़ी दुर्गा भी उसी गड्ढे में गिर गई। घटना शाम लगभग 5 बजे हुई, जब खेत की मिट्टी भर गई और पानी से भरे बोरवेल की गहराई स्पष्ट नहीं थी। बचाव अभियान और शवों की बरामदगी सूचना पर नागौद एसडीएम जितेंद्र वर्मा, तेहसीलदार, सीईओ, थाना प्रभारी और पूर्व विधायक कल्पना वर्मा सहित प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन में जेसीबी का उपयोग कर खेत की मेड़ तोड़ी गई और पानी निकाला गया। रात 9:30 बजे तक सोमवती का शव निकाल लिया गया, जबकि दुर्गा का शव देर रात 12:15 बजे–2 बजे के मध्य नौ घंटे तक चले अभियान के बाद बरामद किया गया। प्रशासनिक प्रतिक्रियाएं और सवाल ग्रामीणों की प्रतिक्रिया अनसुलझे सवाल प्रश्न विवरण जिम्मेदार कौन? किसान/प्रशासन—किसी ने इस बोरवेल को चिन्हित या बंद क्यों नहीं किया? जाँच अब तक? पुलिस या प्रशासन द्वारा किसी पर मुकदमा दर्ज किया गया या भविष्य के लिए योजना तैयार हुई? बोरोवेल आंकड़े जिले भर में ऐसे कितने बोरवेल खुले पड़े हैं? नियंत्रण की प्रक्रिया कृषि विभाग, वाटर बोर्ड या स्थानीय पार्षद का क्या कर्तव्य था हिलौंधा गाँव की यह घटना यह स्पष्ट करती है कि तकनीकी निर्देशों का पालन और ज़मीन पर अमल दोनों महत्वपूर्ण हैं। एक खुले बोरवेल ने दो बहनों का जीवन छीना और लोगों में प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश फैला। अब आवश्यकता है, तत्काल सुधार, चुनौतियों की पहचान, और गंभीर कार्रवाई की ताकि भविष्य में (Death due to Borewell) कोई और मासूम जान न गंवाए।

DM Sir Anger: DM Sir's anger burst out...! Slapped a student during the exam...injured his ear...scene captured in CCTV...now the video has gone viral, see it here
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DM Sir Anger : DM साहब का फूटा गुस्सा…! परीक्षा के दौरान छात्र को मारा थप्पड़…कान में आई चोट…CCTV में कैद नजारा…अब वायरल हुआ VIDEO यहां देखें

भोपाल, 13 जुलाई। DM Sir Anger : मध्य प्रदेश के भिंड जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आरोप है कि भिंड जिले के मजिस्ट्रेट और आईएएस ऑफिसर संजीव श्रीवास्तव ने परीक्षा के दौरान एक छात्र पर थप्पड़ बरसा दिए। घटना 1 अप्रैल की बताई जा रही है जिसका सीसीटीवी वीडियो अब सामने आया है। वीडियो में क्या स्पष्ट दिखा? CCTV वीडियो में कलेक्टर कक्ष में छात्र को कुर्सी से खींचकर लेते हैं और भरी परीक्षा केंद्र में उसे थप्पड़ मारते हैं। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट स्टाफ रूम में भी छात्र से पूछ रहे हैं, तेरा पेपर कहां है?, जिसके बाद थप्पड़ बहुवचन में बरसाये गए। छात्र रोहित राठौर का कहना है कि वह टॉयलेट गया था, लौटने पर उसका पेपर गायब था। कान में चोट भी आई। उन्होंने नकल के आरोपों का खंडन किया और कहा कि अधिकारी होने की वजह से वे कुछ नहीं कर सके। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने एनडीटीवी को बताया कि उन्हें बड़े स्तर पर नकल की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि छात्र ने पेपर बाहर भेजा था; उन्होंने परीक्षा केंद्र को भविष्य में प्रकाशित नही किया जाए, यह भी विश्वविद्यालय को सिफारिश की। विवादास्पद बैकग्राउंड श्रीवास्तव पहले भी विवादों में रह चुके हैं- PWD से जुड़ी ग्वालियर HC ने उनके आचरण पर सवाल उठाए थे। भिंड की तहसीलदार माला शर्मा ने कलेक्टर व SDM पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर लगाया था।  समाजिक प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर भारी निंदा हो रही है और लोगों ने मध्य प्रदेश सरकार से कलेक्टर पर कार्रवाई की मांग उठाई है। न्यायिक और छात्र अधिकार समूहों ने कहा कि यदि छात्र गलती भी करता है, तो यह अधिकारी का कर्तव्य नहीं बनाता कि वे हाथ उठाकर कानून हाथ में लें। यह घटना प्रशासनिक अधिकारियों के शिक्षा व्यवस्था (DM Sir Anger) में हस्तक्षेप और हिंसा के प्रति रवैये को उजागर करती है। कानूनी प्रक्रिया अपनाने के बजाय भौतिक दंड देने को सामाजिक और मीडिया दोनों स्तरों पर अस्वीकारा जा रहा है। अब ध्यान केंद्रित है- क्या सरकार/शासन इसकी स्वतंत्र जांच करेगा, और कलेक्टर इतने ताकतवर अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होगी?

Rajya Sabha Breaking: Big Breaking…! 4 celebrities will go to Rajya Sabha… President Murmu nominated them… see the list of names here
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Rajya Sabha Breaking : बिग ब्रेकिंग…! 4 हस्तियां जाएंगी राज्यसभा…राष्ट्रपति मुर्मू ने किया मनोनीत…नामों की List यहां देखें

नई दिल्ली, 13 जुलाई। Rajya Sabha Breaking : केंद्र ने पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और कसाब मामले में पूर्व विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल देवराव निकम को राज्यसभा के लिए नामित किया है, जिससे संसद के उच्च सदन में दो हाई-प्रोफाइल सदस्य शामिल हो गए हैं। रविवार को एक सरकारी अधिसूचना के माध्यम से इसकी आधिकारिक घोषणा की गई। 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी श्रृंगला इससे पहले बांग्लादेश में उच्चायुक्त के पद पर भारत के राजदूत रह चुके हैं। वे जनवरी 2020 से अप्रैल 2022 तक विदेश सचिव रहे और कोविड-19 महामारी के दौरान भारत के राजनयिक परिदृश्य को संभाला। मनोनीत सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 जुलाई 2025 को चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अनुच्छेद 80(1)(a) अनुसार राज्यसभा के सदस्य के रूप में नामित किया है: संवैधानिक आधार एवं प्रक्रिया प्रत्येक सदस्य की पृष्ठभूमि सदस्य क्षेत्र और योगदान उज्ज्वल निकम उच्च‑प्रोफाइल आपराधिक मामलों के अभियोजक; 1993 बॉम्ब ब्लास्ट, कसाब, आदि; पद्मश्री प्राप्त 2016 में। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के विदेश सचिव, G20 समन्वयक, कई प्रमुख राजदूत पद। डॉ. मीनाक्षी जैन प्रख्यात इतिहासकार, भारतीय सभ्यता व संस्कृति पर लेखन व योगदान। सी. सदानंदन मास्टर केरल में शिक्षा-समाज सेवा के लिए सक्रिय; राजनीतिक हिंसा पीड़ित; सामाजिक सुधार के लिए प्रेरणास्रोत। संभावित प्रभाव इन नामांकनों से कानून, कूटनीति, शिक्षा, सामाजिक सेवा और अकादमिक क्षेत्रों की अनुभवी आवाज़ संसद में आएगी। निर्णय प्रक्रिया में विशेषज्ञों की भागीदारी से नीति निर्माण व समीक्षा (Rajya Sabha Breaking) में नई दिशा की उम्मीद है।

Swachh Survekshan-2024: Seven urban bodies of Chhattisgarh will get national awards in Swachh Survey, President Draupadi Murmu will award them on July 17 in New Delhi, Chief Minister Vishnu Dev Sai and Deputy Chief Minister Arun Saw congratulated the urban bodies selected for the award
Chhattisgarh, National

Swachh Survekshan-2024 : स्वच्छ सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ के सात नगरीय निकायों को मिलेंगे राष्ट्रीय पुरस्कार, 17 जुलाई को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी पुरस्कृत, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने पुरस्कार के लिए चयनित नगरीय निकायों को दी बधाई

रायपुर, 12 जुलाई। Swachh Survekshan-2024 : स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। नई दिल्ली में आगामी 17 जुलाई को आयोजित होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में राज्य के सात नगरीय निकायों को स्वच्छता के मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इन पुरस्कारों को प्रदान करेंगी। इस अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल तथा केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ के तीन नगरीय निकायों को प्रेसिडेंट्स अवार्ड प्रदान करेंगी। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए बिलासपुर नगर निगम को तीन लाख से दस लाख आबादी वाले (Big Cities) शहरों की श्रेणी में, कुम्हारी नगर पालिका को 20 हजार से 50 हजार आबादी वाले (Small Cities) शहरों की श्रेणी में तथा बिल्हा नगर पंचायत को 20 हजार से कम आबादी वाले (Very Small Cities) शहरों की श्रेणी में यह सम्मान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, रायपुर नगर निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य स्तर पर श्रेष्ठ कार्यों के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा मिनिस्ट्रियल अवार्ड (Ministerial Award) प्रदान किया जाएगा। स्वच्छता के क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन करने वाले शहरों को पहचान देने हेतु इस वर्ष सुपर स्वच्छता लीग (एसएसएल) नामक एक विशेष श्रेणी की शुरुआत की गई है। इस लीग में वे शहर शामिल किए गए हैं, जो पिछले तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में स्थान प्राप्त कर चुके हैं तथा वर्तमान वर्ष में अपनी संबंधित जनसंख्या श्रेणी में शीर्ष 200 में बने हुए हैं। इस नवीन श्रेणी में छत्तीसगढ़ के तीन नगरीय निकायों का चयन हुआ है – अंबिकापुर नगर निगम (50 हजार से तीन लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी), पाटन नगर पंचायत तथा बिश्रामपुर नगर पंचायत (20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी) को एसएसएल के लिए चयनित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने स्वच्छ सर्वेक्षण में राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए चयनित सातों नगरीय निकायों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग तथा स्थानीय निकायों द्वारा सतत किए जा रहे प्रयासों का यह उत्कृष्ट परिणाम है। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले समय में राज्य के और भी अधिक नगरीय निकाय स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शहरी सरकारों से लेकर राज्य और केंद्र सरकार तक, सभी मिलकर शहरों को स्वच्छ, सुंदर और सुविधासंपन्न बनाने हेतु अनेक नवाचारों के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। “छत्तीसगढ़ के सात नगरीय निकायों का स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में राष्ट्रीय स्तर पर चयन होना पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। यह हमारे नगरीय प्रशासन, स्थानीय निकायों और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। बिलासपुर, कुम्हारी, बिल्हा, रायपुर, अंबिकापुर, पाटन और बिश्रामपुर जैसे शहरों ने स्वच्छता के क्षेत्र में जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह अन्य निकायों के लिए भी प्रेरणा बनेगा। मैं सभी विजेता नगरीय निकायों को बधाई देता हूँ और विश्वास जताता हूं कि छत्तीसगढ़ स्वच्छता के इस अभियान में देश का अग्रणी राज्य बना रहेगा।”

Reel on Train Door: Daughter was making a reel on the train door...! Then what the mother did became an example...the viral video taught safety and culture
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Reel on Train Door : ट्रेन के दरवाजे पर बेटी बना रही थी रील…! फिर मां ने जो किया वो बन गया एक मिसाल…सुरक्षा और संस्कार की सीख दे गया वायरल VIDEO

नई दिल्ली, 11 जुलाई। Reel on Train Door : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक किशोरी ट्रेन के दरवाजे पर खड़े होकर रील बना रही होती है, तभी उसकी मां उसे फटकारते हुए अंदर खींच लेती है। यह घटना सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक और सुरक्षा चेतावनी बनकर सामने आई है। क्या है वीडियो में? वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़की चलती ट्रेन के दरवाजे पर खड़ी है और मोबाइल कैमरे में रील (शॉर्ट वीडियो) बनाने में मशगूल है। वह पोज़ कर रही होती है, ततभी पीछे से उसकी मां आती है और न केवल उसे जोर से डांटती है, बल्कि उसे पीटती भी है और अंदर खींच लेती है। मां के इस रिएक्शन पर जहां कई लोग ताली बजा रहे हैं, वहीं कुछ इसे सख्ती और देखभाल का बेहतरीन उदाहरण बता रहे हैं। रील के लिए जान जोखिम में यह वीडियो एक बड़ी सच्चाई की ओर इशारा करता है, आज की युवा पीढ़ी में सोशल मीडिया पर दिखने की होड़ इतनी बढ़ चुकी है कि वे अपनी जान की परवाह किए बिना रील बनाने में जुटे रहते हैं। रेलवे नियमों के अनुसार, चलती ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा होना खतरे से खाली नहीं है और कई हादसे इसी लापरवाही की वजह से हो चुके हैं। मां की सख्ती बनी सोशल मीडिया पर मिसाल इस वीडियो में मां की तत्काल प्रतिक्रिया और डांट को कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने “संस्कार की झलक” और “सही समय पर लिया गया सही कदम” बताया है। बहरहाल, इस वीडियो पर खूब कमेंट्स आ रहे हैं, जिनमें हर कोई मां की तारीफ़ करता नज़र आ रहा है। एक यूज़र ने लिखा, “अगर ऐसी मां हर घर में हों, तो हादसे कम होंगे।” किसी ने लिखा, “सिर्फ़ प्यार ही नहीं, सही समय पर डांट भी ज़रूरी है।” विशेषज्ञों की राय मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि डिजिटल वर्चस्व के दौर में माता-पिता की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। बच्चों को रील्स और लाइक्स की दुनिया से बाहर निकालकर वास्तविक जीवन की जिम्मेदारियों और खतरों से अवगत कराना बेहद जरूरी है। यह घटना एक रील से कहीं ज्यादा है, यह परिवार, सुरक्षा और सोशल मीडिया (Reel on Train Door) की असलियत की झलक है। मां की डांट जहां एक पल के लिए लड़की को असहज कर सकती है, वहीं यही डांट उसे भविष्य में बड़ा नुकसान होने से बचा सकती है। यह वीडियो हर माता-पिता के लिए एक प्रेरणा और हर युवा के लिए एक चेतावनी है।

Court Marriage in Nuh: Dignity of relations shredded...! Minor son ran away after falling in love with step mother... got married in court
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Court Marriage in Nuh : रिश्तों की मर्यादा तार-तार…! सौतेली मां से प्रेम कर भागा नाबालिग बेटा…कोर्ट में की शादी

नूंह/हरियाणा, 10 जुलाई। Court Marriage in Nuh : हरियाणा के नूंह जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय किशोर अपनी 40 वर्षीय सौतेली मां के साथ घर से भाग गया। दोनों ने कोर्ट में विवाह भी कर लिया है। मामला पुन्हाना थाना क्षेत्र के बासदल्ला गांव का है और इसने पूरे जिले को सकते में डाल दिया है। सौतेली मां से प्रेम फिर शादी बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़का अपनी सौतेली मां के साथ प्रेम संबंध में पड़ गया। यह महिला उसके पिता की दूसरी पत्नी है, जिससे उसकी एक बेटी भी है। कुछ समय पहले ही लड़का अपने ननिहाल से आकर पिता के साथ रहने लगा था। परिवार के अनुसार, वह महिला को अपनी सगी मां की तरह मानता था और उसके पैर भी छूता था। कोर्ट में शादी और घर से कीमती सामान भी ले गए कुछ महीने पहले दोनों घर से फरार हो गए और अब यह सामने आया है कि उन्होंने कोर्ट में जाकर शादी कर ली। इसके साथ ही घर से 30 हजार रुपये नकद, चांदी-गहने और अन्य कीमती सामान भी लेकर गए हैं। पति ने लगाई न्याय की गुहार पीड़ित पति रामकिशन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है और मुख्यमंत्री को सीएम विंडो के माध्यम से आवेदन भेजकर न्याय की मांग की है। उनका आरोप है कि यह शादी कानून के विरुद्ध है, क्योंकि लड़का नाबालिग है। वहीं पुलिस का कहना है कि लड़के ने कोर्ट में खुद को बालिग साबित करने के दस्तावेज जमा किए हैं। पुलिस अब दस्तावेजों की सत्यता की जांच कर रही है। मामला बना चर्चा का विषय इस विवाह को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाएं तेज हैं। सामाजिक मान्यताओं (Court Marriage in Nuh) और रिश्तों की मर्यादा को तोड़ने वाला यह मामला समाज में गहरी चिंता का विषय बना हुआ है।

Innovative Challenge: Government is giving a reward of up to ₹5,000... just make a reel on cleanliness of the village...! Read full details here
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Innovative Challenge : सरकार दे रही ₹5,000 तक का इनाम…बस बनाइए गांव की स्वच्छता पर रील…! पूरी डिटेल्स यहां पढ़ें

नई दिल्ली, 10 जुलाई। Innovative Challenge : अगर आप रील बनाने के शौकीन हैं और आपके पास एक स्मार्टफोन है, तो यह खबर आपके लिए है! भारत सरकार ने एक नई प्रतियोगिता की शुरुआत की है, जिसमें देशभर के ग्रामीण नागरिक अपने गांव की स्वच्छता, जल संरक्षण और जल जीवन मिशन से जुड़े बदलावों को दिखाते हुए रील बनाएंगे और ₹5,000 तक का नकद पुरस्कार जीत सकते हैं। प्रतियोगिता का उद्देश्य सरकार का यह अनोखा कदम ग्रामीण भारत में स्वच्छता (Sanitation), स्वच्छ जल (Clean Water) और हाइजीन (Hygiene) को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इनमें से किसी एक थीम पर बना सकते हैं रील आप रील में ये चीजें दिखा सकते हैं स्वच्छ भारत मिशन (SBM) और जल जीवन मिशन (JJM) के तहत गांव में हुए बदलाव जैसे: पुरस्कार और भागीदारी कैसे करें आवेदन आपको अपनी रील बनाकर सरकारी पोर्टल MyGov पर अपलोड करना है। यहां क्लिक करें (लिंक MyGov के ट्विटर पर उपलब्ध है) सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान MyGov Hindi ने अपने ट्वीट में लिखा- “आपका गांव कितना स्वच्छ और सुजल है? तो चलिए, मोबाइल उठाइए, दिल से रील बनाइए और देश को दिखाईए! जीतिए ₹5,000 तक की नकद राशि!” तो तैयार हो जाइए! अपने गांव की खूबसूरती और स्वच्छता की कहानी को देश के सामने लाएं और कमाएं इनाम भी। #SwachhBharat #JalJeevanMission #MyGov #ReelChallenge

Health System Exposed : PHC locked...! Pregnant woman had to give birth to child in the veranda of the hospital... Watch the video exposing the negligence here
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Health System Exposed : PHC ताला बंद…! गर्भवती को अस्पताल के बरामदे में बच्चे को जन्म देना पड़ा…लापरवाही को उजागर करने वाला VIDEO यहां देखें

फतेहपुर, 10 जुलाई। Health System Exposed : बकेवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ताला लटकने और आपातकालीन टोल फ्री नंबरों के फेल होने के कारण एक गर्भवती महिला को अस्पताल के बरामदे में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह दर्दनाक घटना मंगलवार तड़के करीब 3 बजे हुई, जब 30 वर्षीय अनुराधा देवी, जो नौ माह की गर्भवती थीं, प्रसव पीड़ा से कराहती हुई अस्पताल पहुंचीं लेकिन उन्हें अस्पताल के भीतर दाखिला नहीं मिल पाया। अनुराधा ने बार-बार 108 और 112 टोल फ्री नंबरों पर कॉल की, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। पीएचसी प्रभारी डॉक्टर विमलेश कुमार ने बताया कि रात में स्वास्थ्य केंद्र में कोई स्टाफ तैनात नहीं रहता। केवल सुबह 8 बजे स्टाफ पहुंचने के बाद अनुराधा को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। जच्चा और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर खामियों को उजागर करती है, जहां सरकार की जननी सुरक्षा योजना के दावों के विपरीत माताओं को समय पर सहायता नहीं मिल पा रही। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद स्वास्थ्य विभाग और सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। फतेहपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही (Health System Exposed) की यह पहली घटना नहीं है। जून 2025 में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नवजात की मौत का मामला भी चर्चा में रहा। स्थानीय लोगों ने बकेवर पीएचसी में 24×7 स्टाफ की तैनाती और आपातकालीन सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग की है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Expired Alcohol: Does alcohol ever expire? How long can open alcohol be consumed? Know the difference between wine, beer and whiskey
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Expired Alcohol : क्या शराब कभी एक्सपायर होती है…? खुली शराब कब तक पी जा सकती है…? जानिए वाइन, बीयर और व्हिस्की का अंतर

नई दिल्ली, 10 जुलाई। Expired Alcohol : आपने कई बार सुना होगा कि शराब जितनी पुरानी, उतनी बेहतर, लेकिन क्या वाकई में शराब कभी खराब नहीं होती? क्या इसमें एक्सपायरी डेट जैसी कोई चीज़ होती है? इस सवाल पर Cocktails India यूट्यूब चैनल के संस्थापक संजय घोष उर्फ ‘दादा बारटेंडर’ ने दिलचस्प जानकारी साझा की है। कौन सी शराब एक्सपायर नहीं होती? संजय घोष बताते हैं कि वोदका, व्हिस्की, रम, टकीला और जिन जैसी शराबें, जिन्हें स्प्रिट्स कहा जाता है, एक्सपायर नहीं होतीं, अगर उन्हें सही तरीके से बंद और संग्रहित किया गया हो। इन शराबों में 40% से अधिक अल्कोहल होता है। अल्कोहल खुद एक नैचुरल प्रिज़र्वेटिव की तरह काम करता है। बंद बोतल को सालों-साल तक स्टोर किया जा सकता है, बिना इसके खराब होने का डर। हालांकि, एक बार बोतल खोलने के बाद, इनमें ऑक्सीडेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जिससे धीरे-धीरे स्वाद और खुशबू पर असर पड़ सकता है। वाइन और बीयर क्यों होती हैं खराब? वाइन और बीयर, स्प्रिट्स की तरह नहीं होतीं: बीयर खासतौर पर ऑक्सीडेशन और कार्बोनेशन के कारण जल्दी खराब हो जाती है। खुली बोतल कितने दिन तक चलेगी? क्या होती है एज्ड व्हिस्की? शराब और एक्सपायरी डेट शराब का प्रकार अल्कोहल प्रतिशत एक्सपायर होती है? खुलने के बाद चलने का समय व्हिस्की, रम, वोदका, टकीला, जिन ~40% या अधिक नहीं (अगर बंद है) 6–12 महीने (स्वाद में बदलाव) वाइन 12–15% हाँ 5–6 दिन बीयर 4–8% हाँ कुछ घंटे से 1–2 दिन हर शराब नहीं होती अमर जहां स्प्रिट्स सालों तक सुरक्षित रह सकती हैं, वहीं वाइन और बीयर को लेकर थोड़ी जल्दी करनी चाहिए। और अगर स्वाद को लेकर सच्चे हैं, तो खुली बोतल को जल्द ही खत्म करना ही बेहतर है।

Reel on Railway Track: Social media craze...! Deadly stunt on railway track for Instagram reel... Police prevented a major accident... Three minors arrested... Watch the video here
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Reel on Railway Track : सोशल मीडिया की सनक…! इंस्टाग्राम रील के लिए रेलवे ट्रैक पर जानलेवा स्टंट…पुलिस ने रोका बड़ा हादसा…तीन नाबालिग गिरफ्तार…यहां देखें VIDEO

बौध/ओडिशा, 08 जुलाई। Reel on Railway Track : सोशल मीडिया पर कुछ लाइक, फॉलोअर्स और वायरल होने की चाहत अब बच्चों को खतरनाक रास्तों पर ले जा रही है। ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना ओडिशा के बौध जिले से सामने आई है, जहां तीन नाबालिग लड़कों ने इंस्टाग्राम रील बनाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल दिया। रेलवे ट्रैक पर कर रहे थे स्टंट जानकारी के मुताबिक, तीनों लड़के रेलवे ट्रैक के पास खतरनाक स्टंट कर रहे थे। वे इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड कर ‘वायरल’ करना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता से समय रहते बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने रोका, परिजनों को दी चेतावनी मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने बच्चों को तुरंत रोक लिया और उनके परिजनों को बुलाकर पूछताछ की। जांच में पता चला कि वे एक वायरल वीडियो को रीक्रिएट करने की कोशिश कर रहे थे। बच्चों को समझाइश देने के साथ-साथ पुलिस ने उनके माता-पिता को भी आगाह किया कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें। बच्चों की डिजिटल दुनिया से बढ़ती दूरी वास्तविकता से यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सोशल मीडिया पर ‘लाइक’ और ‘व्यूज’ की दौड़ अब बच्चों के मनोविज्ञान को किस कदर प्रभावित कर रही है। वर्चुअल पहचान पाने की होड़ में बच्चे हकीकत और खतरे में फर्क नहीं कर पा रहे हैं। क्या कहते हैं विशेषज्ञ? मनोविज्ञानियों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ‘वैलिडेशन’ की चाह अब किशोरों में तुरंत प्रसिद्धि और पहचान पाने की ललक को जन्म दे रही है, जो कई बार उन्हें जोखिम भरे निर्णय लेने को प्रेरित करती है। जरूरत है जागरूकता और संवाद की, ताकि युवा सोशल मीडिया का इस्तेमाल रचनात्मकता के लिए करें, न कि जान जोखिम में डालने के लिए। रेलवे ट्रैक पर रील बनाने (Reel on Railway Track) की घटना से यह साफ है कि बच्चों में डिजिटल प्रसिद्धि की चाह किस हद तक हावी हो चुकी है। माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे समय रहते बच्चों को समझाएं और सोशल मीडिया की सीमाएं बताएं, ताकि कोई भी वायरल वीडियो उनकी ज़िंदगी पर भारी न पड़े।