DSP Transfer : 36 DSP-CSP-SDOP के तबादले, देखिये लिस्ट…देखें किसे कहां भेजा गया
रायपुर, 24 जुलाई। DSP Transfer : 36 DSP-CSP, SDOP के तबादले। देखिये लिस्ट, देखें किसे कहां भेजा गया।
रायपुर, 24 जुलाई। DSP Transfer : 36 DSP-CSP, SDOP के तबादले। देखिये लिस्ट, देखें किसे कहां भेजा गया।
अंबिकापुर, 24 जुलाई। CG Police Transfer : अंबिकापुर रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग ने विभिन्न जिलों से अधिकारी कर्मचारियों का ट्रांसफर लिस्ट जारी किया है। पुलिसकर्मियों के आपसी सहमति पारिवारिक समस्याओं एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण के आधार पर लिस्ट जारी किया गया है। आईजी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि स्थानांतरण आदेश के पश्चात रेंज के पुलिस जवानों को नई ऊर्जा के साथ कार्य करने का अवसर मिलेगा। रेंज स्तर पर 15 सहायक उपनिरीक्षक 18 प्रधान आरक्षक 71 आरक्षकों का स्थानांतरण आदेश जारी किया गया है। कुल 104 कर्मचारियों का स्थानांतरण आदेश जारी किया गया है। सूची-
रायपुर, 24 जुलाई। BJP List Breaking : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने विधानसभा चुनाव 2023 के लिए विभिन्न समितियों की घोषणा कर दी है। समितियों के संयोजक सहसंयोजक व सदस्यों के लिस्ट हुई जारी। छत्तीसगढ़ में अमित शाह के ताबड़तोड़ मैराथन मीटिंग के बाद अब लिये गये फैसले के इम्प्लीमेंटेशन की तैयारी बीजेपी ने शुरू कर दी है। भाजपा ने आज एक साथ 15 से ज्यादा कमेटियों का ऐलान किया है। कंट्रोल रूम एवं होेलीकॉ्टर व्यवस्था, विधिक विभाग समिति, आईटी समिति, सोशल मीडिया समिति, मीडिया समिति इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट, आवास विभाग समिति, प्रचार-प्रसार समिति, सांस्कृति दल प्रचार समिति, केंद्रीय नेताओं की आवास व्यवस्था समिति, वाहन व्यवस्था समिति सहित अन्य समितियों का ऐलान किया गया है।
रायपुर, 24 जुलाई। Commission Payment : राज्य सरकार की महती योजना खूबचंद बघेल और आयुष्मान योजना में इन दिनों खुला खेल चर रहा है। कमीशनखोरी के खेल ने विभाग को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोडा। स्टेट नोडल एजेन्सी की संविदा अधिकारी प्रियंका लालवानी इन दिनों अपने डाक्टर पति के साथ मिलकर राज्य सरकार को लंबा चूना लगा रही हैं। उनके द्वारा सेक्टिंग करके आउटर और छोटे अस्पतालों के कडोरों रुपये के क्लेम को आंख बंद कर सैंक्शन किया जा रहा है। कहते हैं कि विभाग के बडे अफसरों को प्रियंका इस बात की भनक तक नहीं लगने दे रही हैं। अपनें डाक्टर पति के माध्यम से कई अस्पतालों में सेटिंग करके स्वास्थ्य विभाग को लंबा चूना लगाया जा रहा है। कौन हैं प्रियंका लालवानी- प्रियंका लालवानी स्टेट नोडल एजेन्सी में हॉस्पिटल कसंलटेन्ट के पद पर कार्यरत हैं। इनके पति डॉक्टर विनोद लालवानी अमृतम हॉस्पिटल चलाते हैं। प्रियंका पर आरोप हैं कि अपने पति के माध्यम से रायपुर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ के हर इलाके से छोटे हॉस्पिटलों में सेटिंग करके उनके बिलों को पास किया जाता है। जिसके एवज में मोटा कमीशन लिया जा रहा है। ऐसे -ऐसे हास्पिटलों को करोडों का भुगतान किया जा रहा है, जिसके नाम आपने कभी नहीं सुना होगा। पूर्व में आरोपों के चलते प्रियंका की संविदा समाप्त कर दी गई थी प्रियंका लालवानी का नाता इसके पहले भी विवादों से घिरा रहा है। 2018-19 के आसपास इसी कारण से प्रियंका लालवानी की संविदा समाप्त कर दी गई थी। तत्कालीन स्वास्थ्य संचालक रानू साहू ने उनकी संविदा समाप्त करते हुए विभाग से विदाई कर दी थी। एक बार फिर प्रियंका ने इसकी जानकारी छुपाकर विभाग में एन्टी् कर ली। अब वह राज्य सरकार की छवि में बट्टा लगाकर कारोडों रुपये के वारे न्यारे कर रही हैं। कैसे दिया जा रहा खेल को अंजाम स्टेट नोडल एजेन्सी में बिलों को पास करने का काम देख रहीं प्रियंका अपने डॉक्टर पति के माध्यम से राज्य के हर छोटे-बडे हास्पिटलों में कमीशन का जाल बिछा रखा है। जिनसे रकम मिलने की सहमति मिल जाती है उनके बिल धडाधड पास किए जाते हैं, नाम मात्र के बिलों का रिजेक्सन दिखाया जाता है ताकि प्रियंका के उपर उंगली न उठ सके। बाकी अस्पतालों के बिलों को कुछ न कुछ आपत्ति लगाकर रिजैक्ट कर दिया जाता है। आप देखेगें तो ऐसी हास्पिटलों की लंबी सूची है जिनके संचालन का कुछ अता पता ही नहीं है, लेकिन उन्हें करोडो का भुगतान कर दिया गया है।
बिलासपुर, 24 जुलाई। Liquor Scam : कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी अनवर ढेबर को जमानत मिल गयी है। जस्टिस दीपक तिवारी की सिंगल बेंच में कारोबारी अनबर ढेबर की जमानत मंजूर की। कोर्ट नें स्वास्थ्यगत कारणों के हवाले से जमानत मंजूर की है। इससे पहले आज कारोबारी अनवर ढेबर के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अंतरिम जमानत मंजूर कर लिया है। मेडिकल ग्राउंड पर ये जमानत दी गयी है। जस्टिस दीपक तिवारी के सिंगल बेंच में हुई सुनवाई। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच पर लगायी रोक इससेे पहले शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने शराब घोटाले में ईडी की जांच पर रोक लगा दी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने ईडी के अफसरों पर जांच के नाम पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया था। इस मामले मं अब छत्तीसगढ़ सरकार को बड़ी राहत मिली है। आपको बता दें कि ईडी ने इस मामले में अब तक पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और नितेश पुरोहित को गिरफ्तार कर चुकी है। बतादें कि ईडी ने दावा किया था कि विशेष सचिव ने आबकारी नीति में बदलाव किया था, जिसकी वजह से दो हजार करोड़ का घोटाला हुआ। जस्टिस संजय किशन कौल एवं जस्टिस सुधांशु धुलिया की डिवीज़न बेंच ने इस मामले में आज सुनवाई करते हुए ED की कार्यवाही पर रोक लगायी है। दरअसल “प्रेडिकेट ओफ्फेंस” के आभाव के कारण कोई भी प्रकार की विवेचना एवं आगे की कार्यवाही पर रोक लगायी गई है।याचिका कर्ता की ओर से सीनियर अधिवक्ता डॉ अभिषेक मनु सिंघवी, सीनियर अधिवक्ता पुनीत बाली, गोपाल शंकर नारायण, अर्शदीप सिंह खुराना, छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से सीनियर अधिवक्ता कपिल सिब्बल, भारत सरकार की ओर से ASG एस वी राजू ने अपना पक्ष रखा। याचिका कर्ता IAS अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, अनवर ढेबर, करिश्मा ढेबर एवं सिद्धार्थ सिंघानिया की ओर से याचिका दायर की गई थी। गौरतलब है कि ईडी ने छापेमारी कार्रवाई कर छग आबकारी विभाग में हुए दो हजार करोड़ रुपए घोटाले का भड़ाफोड़ किया था। इस मामले में ईडी ने अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह उर्फ पप्पू ढिल्लन, अरविंद सिंह और अरुण पति त्रिपाठी को आरोपी बनाया है।वहीं कुछ महीने पहले छत्तीसगढ़ में ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई कर दावा किया है कि साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ है, जिसमें दो हजार करोड़ की मनी लांड्रिग के सबूत मिले हैं।
कोरबा, 24 जुलाई। Baby Death : कोरबा जिले से एक बड़ी खबर आ रही हैं। यहां पर एक मासूम बच्चे के मुंह में जहरीली छिपकली घुंस गई थी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मासूम की मां उसे खाट पर लिटाकर कुछ देर के लिए बाहर गई हुई थी। घटना उसी दौरान घटी। पूरा मामला आज सुबह का है, जहां कोरबा जिले के बाकी मोगरा थाना क्षेत्र के नागिन भाटा गांव निवासी राजकुमार सांडे के तीन वर्षीय लड़के के मुंह में एक छिपकली घुस गई थी। उस समय बच्चे की मां किसी काम से पास की दुकान गई थी। आठ बजे के आस पास की घटना बतलाई जा रही है। सुबह के समय मासूम बच्चे के मुंह में छिपकली घुस जाने की वजह से बच्चे की मौत हो गई है। इस हृदय विदारक घटना से पूरा मोहल्ला शोक में डूब गया। मामले की सूचना पर पुलिस पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई कर रहे है। हालांकि बच्चे की मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के उपरांत ही पता चल पाएगा।
कोरबा, 24 जुलाई। Congress MLA : इस चुनावी समर में पिछले 12 साल से विधायक का PSO रहे जवान ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया हैं। जवान का दावा हैं कि पिछले साढ़े 4 साल मेें सरकार ने तो काफी बेहतर काम किया, लेकिन विधायक जी ने क्षेत्र में कोई काम ही नही किया। ऐसा सनसनीखेज आरोप Congress MLA मोहितराम केरकेट्टा पर उनके ही PSO कौशल सिंह नेटी ने लगाया है। ऐसे में PSO ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ कांग्रेस पार्टी से ही टिकट की दावेदारी की बात कही हैं। PSO ने कटघोरा विधानसभा से चुनाव लड़ने का किया दावा गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिला के पाली तानाखार सीट से कांग्रेस विधायक मोहितराम केरकेट्टा मौजूदा वक्त में विधायक हैं। एसटी के लिए आरक्षित इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता हैं, लेकिन पिछले साढ़े 4 सालों में हुए विकास कार्यो में उनकी सक्रियता क्षेत्र में नजर नही आई हैं। यही कारण है कि अब उनके ही कटघोरा विधानसभा से विधायक पुरषोत्तम कंवर के पीएसओं कौशल सिंग नेटी ने चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रहे है। जीं हां यह दावेदारी विधायक पुरषोत्तम कंवर के पीएसओं कौशल सिंग नेटी ने की है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वह पिछले 12 सालों से अलग-अलग विधायको के साथ पीएसओं की ड्यूटी कर रहे हैं। मूूलतः तानाखार विधानसभा क्षेत्र के निवासी कौशल सिंग नेटी ने बताया कि तानाखार के मौजूदा विधायक मोहितराम केरकेट्टा क्षेत्र के विकास के लिए कुछ भी काम नही किये। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काफी अच्छा काम कर रही हैं, लेकिन तानाखार विधानसभा में विधायक ने कोई भी विकास कार्य इन साढ़े 4 सालों में नही किये। पीएसओं ने आरोप लगाया कि क्षेत्र की जनता विधायक के घर जाती हैं, तो उनसे मुलाकात नही हो पाता और ना ही विधायक जी किसी का काॅल उठाते हैं। जिससे क्षेत्र में विधायक को लेकर लोगों में काफी नाराजगी हैं। कांग्रेस राष्ट्रीय अधिवेशन से मिली चुनाव लड़ने की प्रेरणा कांग्रेस विधायक पुरषोत्तम कंवर के पीएसओं कौशल सिंग नेटी से जब ये जानना चाहा गया कि आखिर उन्होने चुनाव लड़ने का फैसला कब और किसकी प्रेरणा से लिया, तब उन्होने बताया कि वह डयूटी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में विधायक के साथ मौजूद थे। अधिवेशन में आगामी चुनाव में युवाओं को मौका दिये जाने की बात सुनी, बस यहीं से उसने अपने क्षेत्र के विकास के लिए चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया। PSO कौशल सिंग नेटी ने बताया कि वह टिकट की दावेदारी सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी से ही करेगा। इसके अलावा दूसरे राजनीतिक दल से वो कभी भी टिकट की मांग नही करेगा। विधायक ने PHQ में कर दी शिकायत पिछले दो महीनों से छुट्टी लेकर पाली-तानाखार क्षेत्र में पीएसओं कौशल सिंग नेटी लगातार जनसंपर्क कर रहा हैं। उसने बताया कि वह गोण समाज से आता हैं, उसके परिवार के लोग भी क्षेत्रीय राजनीति में सक्रिय हैं। ऐसे में उसने विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए जनसंपर्क शुरू कर रखा हैं। PSO कौशल सिंग ने बताया कि क्षेत्र में उसकी सक्रियता बढ़ती देख कांग्रेस विधायक मोहितराम केरकेट्टा परेशान हैं, और उसने पुलिस मुख्यालय में उसकी शिकायत की हैं। पीएसओं ने साफ किया कि उसने चुनाव लड़ने का ठान रखा हैं। रही बात पुलिस मुख्यालय में शिकायत की तो वह बहुत जल्द नौकरी से रिजाइन कर दोबारा क्षेत्र में चुनाव की तैयारी के लिए लौटेगा। तो निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा कांग्रेस विधायक के पीएसओं कौशल सिंग नेटी से जब पूछा गया कि अगर कांग्रेस उन्हे टिकट न देकर किसी और को देती हैं, तब क्या निर्णय होगा ? जवाब में कौशल ने बताया कि यदि कांग्रेस उसे टिकट न देकर किसी भी व्यक्ति को टिकट देती हैं, तो वह कांग्रेस के समर्थन में काम करेंगे। लेकिन कांग्रेस पार्टी यदि मोहितराम केरकेट्टा को दोबारा टिकट देती है, तब मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में केरकेट्टा के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। कौशल सिंग नेटी ने बताया कि चुनाव लड़ने के लिए वह सरकारी नौकरी (Congress MLA) छोड़ रहा हैं, ताकि क्षेत्र के विकास और आम लोगों के लिए काम कर सके। बावजूद इसके पार्टी दोबारा क्षेत्र के निष्क्रिय विधायक को टिकट देगी, तो फिर निर्दलीय चुनाव लड़कर उन्हे चुनावी मैदान से बाहर करना होगा।
रायपुर। CG Transfer : छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी अमित कुमार का तबादला अब सीबीआई की एंटी करप्शन विंग में कर दिया गया है। आईपीएस अधिकारी अमित कुमार 1998 बैच के अधिकारी हैं। 2011 से वे डेपुटेशन पर सीबीआई में हैं, वहीं 2019 में उन्हें संयुक्त निदेशक का पदभार दिया गया था। अमित कुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले की जांच भी कर चुके हैं। बता दें कि साल 2008-2009 में आइपीएस अमित कुमार रायपुर एसपी भी रहे हैं।
रायपुर, 23 जुलाई। CM Big Announcement : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इंडोर स्टेडियम रायपुर में युवाओं से भेंट-मुलाकात कर रहे हैं। एक युवा ने सीएम से कहा कि 2013 से छत्तीसगढ़ी में एमए हो रहा है, 1500 विद्यार्थी पढ़कर निकल गए लेकिन रोजगार नहीं मिला है, वैकेंसी निकालें। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की कि अगली वैकेंसी छत्तीसगढ़ी भाषा के लिए निकलेगी।
रायपुर, 23 जुलाई। LIVE Bhupesh Baghel : न्याय सम्मान स्वाभिमान…देखें युवाओं से बातचीत