रायपुर, 20 मार्च। CG Assembly Budget Session : फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सदन गरमाया रहा। विधायक अनुज शर्मा के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि फरवरी 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से 98 लोग नौकरी कर रहे हैं। शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विधायक अनुज शर्मा ने पूछा था कि अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग विभाग के अधीनस्थ उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा फरवरी, 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले कितने प्रकरणों में जांच प्रचलित है? कितने प्रकरणों में जांच पूरी कर ली गई है? जांच में दोषी पाये गये अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध समिति द्वारा क्या-क्या अनुशंसा की गई है। विधायक शर्मा ने यह भी पूछा था कि क्या शासन के द्वारा फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी कर रहे अधिकारियों/कर्मचारियों को नौकरी से पृथक कर उनके विरूद्ध किसी प्रकार का आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। यदि हां तो किन धाराओं में और यदि नहीं तो क्यों।
आदिम जाति विकास मंत्री ने लिखित जवाब देते हुए बताया कि पिछडा वर्ग विभाग के अधीनस्थ उच्च स्तरीय छानबीन समिति के द्वारा फरवरी, 2025 की स्थिति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी करने वाले 98 प्रकरणों में जांच प्रचलित है। प्रकरणों में जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई (CG Assembly Budget Session) की जाएगी।