राजनांदगांव, 19 अगस्त। CG Assembly Elections : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांग्रेस की महिला नेता से विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपए की ठगी की गई। आरोप कांग्रेस पार्षद राजेश गुप्ता पर है. टिकट दिलाने की पूरी डील 2 करोड़ रुपये में हुई थी।
कांग्रेस नेत्री को डोंगरगढ़ विधानसभा का टिकट दिलवाने के लिए एक हिस्ट्रीशीटर से कांग्रेस पार्षद राजेश गुप्ता उर्फ चंपू ने राहुल गांधी का दूत बनाकर मिलवाया तथा 2 करोड रुपए में टिकट दिलवाने का सौदा किया। महिला नेत्री को दिल्ली भी ले गया और एडवांस के रूप में 30 लाख रुपए वसूल लिए गए। अब कांग्रेस पार्षद और उसके साथी के ऊपर अपराध दर्ज किया गया है। बता दे कि कांग्रेस पार्षद जुआ खिलाने के मामले में पूर्व से ही फरार चल रहा है। दोनों मामले बसंतपुर थाना क्षेत्र के हैं।
कांग्रेस नेता ने झांसा देकर 30 लाख एडवांस में लिया
केदार बाड़ी डोंगरगढ़ जिला राजनांदगांव की रहने वाली नलिनी मेश्राम पति संतोष मेश्राम प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की सचिव है। वे लगातार डोंगरगढ़ से विधायक की टिकट मांग रही थी। उन्होंने बसंतपुर थाने में शिकायत करते हुए बताया कि कांग्रेस का पार्षद और एमआईसी मेंबर के रूप में विधि विभाग के अध्यक्ष का पद संभालने वाला राजेश गुप्ता उर्फ चंपू लीडरशीप डेवलपमेंट मिशन के तहत नियुक्त रहा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए डोंगरगढ़ आता रहता था।
नलिनी मेश्राम ने बताया कि राजेश गुप्ता उनके घर भी आया और कहा कि आपका क्षेत्र में काफी नाम चल रहा है, आपकी अच्छी पकड़ है। आपकी तैयारी हो और यदि आप विधायक का टिकट चाहते हो तो आपको डोंगरगढ़ विधानसभा से विधायक का टिकट दिलवा दूंगा। इस तरह से झांसा देकर डोंगरगढ़ विधानसभा का दौरा करवाया और विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में एक साथ मिलकर बैठक भी करवाया। राजेश गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी के ख़ास आदमी यहां आने वाले है। वह सर्वे कर जिताऊ उम्मीदवार की तलाश कर रहे है।
इसके बाद 12 जुलाई को राजनांदगांव के सर्किट हाउस में बुलाकर राजेश गुप्ता के द्वारा घनश्याम विश्वकर्मा को राहुल गांधी का ख़ास आदमी बताते हुए परिचय करवाया। घनश्याम विश्वकर्मा ने कहा कि डोंगरगढ़ विधानसभा से टिकट दिलवाएंगे और मंत्री भी बनवाएंगे। जिसका पूरा सेटअप तैयार हो चुका है। उन्होंने कांग्रेस की टिकट के लिए 2 करोड रुपए लगने की बात कहीं।
कांग्रेस नेत्री ने किसी तरह की थी रकम व्यवस्था
30 लाख रुपए एडवांस के रूप में मांगे। फिर राहुल, प्रियंका या सोनिया गांधी से मुलाकात करवाने के बाद एक करोड रुपए की दूसरी किश्त देने की बात कही। बी फार्म मिलने से पहले बाकी के 70 लाख रुपए देने की बात घनश्याम विश्वकर्मा ने बताई। टिकट दिलवाने की जवाबदारी और नहीं मिलने पर पूरे पैसे वापस करने का आश्वासन दिया। राजेश गुप्ता उर्फ चंपू के लोकल होने के चलते कांग्रेस नेत्री ने उनका भरोसा कर लिया।
12 जुलाई की मुलाकात के बाद 16 जुलाई को 26 लाख रुपए लिया। 27 जुलाई को 4 लाख रुपए फिर से एलडीएम के लेटर पेड़ में महिला नेत्री के पक्ष में रिपोर्ट तैयार करवाने की बात कह ले ली। महिला नेत्री ने किसी तरह परिचितों, रिश्तेदारों से उधार लेकर तथा सोना-चांदी गिरवी रखकर रकम की व्यवस्था की और टिकट पाने की आस में दे दी। राजेश गुप्ता के कहने पर घनश्याम विश्वकर्मा ने 31 अगस्त को महिला नेत्री नलिनी मेश्राम और उनके पति संतोष मेश्राम को नागपुर के रवि भवन में मिलने बुलाया, जहां घनश्याम विश्वकर्मा वहां पहले से रुका था।
3 दिन तक दिल्ली रुकवाया, किसी नेता से नहीं मिलवाया
उसी दिन शाम की फ्लाइट से दोनों को नागपुर से दिल्ली लेकर गया। यहां बड़े नेताओं से मिलवाने का झांसा देकर 3 दिन तक रुकवाया पर किसी नेता से नहीं मिलवाया। 3 दिन बाद दिल्ली से तीनों नागपुर आ गए। नागपुर से उन्हें राजधानी रायपुर में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा से मिलवाने के बहाने ले आया। पर यहां भी उसने झांसा देते हुए किसी से नहीं मिलवाया।
टिकट घोषित होने पर टिकट नहीं मिलने पर लगातार राजेश गुप्ता से पैसे वापस करने की मांग पर उसने पैसे भी वापस नही किए। जिसके पास महिला नेत्री ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग से मिलकर की। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर बसंतपुर थाने में पार्षद राजेश गुप्ता उर्फ चंपू और घनश्याम विश्वकर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया गया है।
हिस्ट्रीशीटर पार्षद राजेश गुप्ता
कुछ दिनों पहले बसंतपुर पुलिस ने पार्षद राजेश गुप्ता उर्फ चंपू के निवास पर छापा मार कर जुआ खेल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी की थी। आरोपियों से 10 लाख रुपए नगद जप्त किए गए थे। वही मौके से पार्षद राजेश गुप्ता फरार हो गया था। सुनियोजित ढंग से घर में जुआ खिलावाने पर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने नए भारतीय न्याय संहिता के कानून के तहत गैर जमानती अपराध पार्षद राजेश गुप्ता पर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से पार्षद राजेश गुप्ता फरार चल रहा है।
फरारी में ही उसके खिलाफ अब दूसरा मुकदमा कायम हो गया। वही जिस घनश्याम विश्वकर्मा को पार्षद राजेश गुप्ता ने महिला नेत्री से राहुल गांधी का दूत बना मिलवाया था, वह घनश्याम विश्वकर्मा राजनांदगांव गोलीकांड का आरोपी रहा है। मिली जानकारी के अनुसार महिला नेत्री ने घटना की शिकायत पीसीसी चीफ से भी की है।