वाशिंगटन, 11 अप्रैल। Cheap Act Of CEO : भारतीय मूल के एक अमेरिकी सीईओ को लग्जरी वेश्यालय घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने एशियाई महिलाओं के साथ सेक्स के लिए प्रति घंटे 50,000 रुपये का भुगतान किया।
गिरफ्तार आरोपी अनुराग बाजपेई अमेरिका में स्वच्छ जल के स्टार्टअप, ग्रेडिएंट का सीईओ है। भारतीय मूल के इस व्यक्ति पर इस साल की शुरुआत में शीर्ष वेश्यालयों में सेक्स सेवाओं के लिए भुगतान करने का आरोप है।
कथित तौर पर अनुराग बाजपेयी उन 30 से अधिक डॉक्टरों, वकीलों और सरकारी अधिकारियों में से एक हैं, जिनका नाम सेक्स स्कैंडल के सिलसिले में अदालती दस्तावेजों में दर्ज है। इन हाई-एंड क्लाइंट्स ने कथित तौर पर सेवाओं के लिए प्रति घंटे 600 डॉलर का भुगतान किया। कहा जा रहा है कि ये महिलाएं ज़्यादातर एशियाई थीं और सेक्स-तस्करी की शिकार थीं।
जल शोधन मामले में अनुराग बाजपेई ने बनाया था नया मुकाम
जल शोधन प्रौद्योगिकी में अनुराग बाजपेयी को साइंटिफिक अमेरिकन की वार्षिक शीर्ष 10 विश्व परिवर्तनकारी विचारों की सूची में शामिल किया गया है। वह इस क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व बन चुके हैं।
उनपर ऐसे गंभीर आरोप लगाने के बाद अब ग्रैडिएंट के कुछ कर्मचारियों ने बाजपेयी को सीईओ पद से हटाने की मांग की (Cheap Act Of CEO)है। इस पर कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसे न्याय प्रणाली पर भरोसा है। विश्वास है कि यह मामला उचित समय में अनुकूल रूप से हल हो जाएगा।
लखनऊ से है अनुराग का नाता
भारत में जन्मे अनुराग बाजपेयी का नाता लखनऊ से है। यहीं के ला मार्टिनियर कॉलेज से अनुराग ने अपनी पढ़ाई की। बाद 2008 और 2012 में क्रमशः मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
उनकी कंपनी ग्रेडिएंट, एमआईटी से निकली थी और वर्तमान में इसका बाजार मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक (Cheap Act Of CEO)है। ग्रेडिएंट सेमीकंडक्टर, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य उद्योगों के लिए समाधान लेकर आया है। यह 25 से अधिक देशों में संचालित है और 2,500 से अधिक सुविधाएं चलाता है।