जयपुर, 18 अगस्त। Chunav Ghamasan : इस साल होने वाले अन्य राज्यों के चुनावों की श्रृंखला के कारण 2024 के आम चुनावों तक राजनीतिक माहौल गर्म रहेगा। अभी मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने बाकी हैं। सभी राज्यों में सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है और राजनीतिक समीकरणों को कसौटी पर कसा जाने लगा है।
राजस्थान में कांग्रेस इस बार भाजपा के गुजरात माडल पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। इसके तहत कांग्रेस आधा दर्जन मंत्रियों सहित 40 से 45 विधायकों के टिकट काटने की तैयारी में है। 50 से ज्यादा सीटों पर नये चेहरों को मौका देने की रणनीति के तहत पार्टी ने दो स्तर पर सर्वे कराया है। एक सर्वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जबकि दूसरा पार्टी आलाकमान ने कराया है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि कार्यकर्ताओं की राय लेने के लिए प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में भेजे गए अधिकांश पर्यवेक्षकों ने मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का सुझाव दिया है।
विधायकों के प्रति नाराजगी
सर्वे में विधायकों पर भ्रष्टाचार, जातिवाद, मनमर्जी, कार्यकर्ताओं से दूरी और क्षेत्र में विकास कार्यों के बजाय तबादलों में रुचि लेने के आरोप हैं। आम लोगों ने सरकार की योजनाओं की तो प्रशंसा की, लेकिन विधायकों के प्रति नाराजगी जताई। ऐसे में रणनीतिकारों का मानना है कि अधिक से अधिक वर्तमान विधायकों के टिकट काट कर नये चेहरों को मौका देने से पार्टी को लाभ हो सकता है।
राजस्थान में भाजपा के गुजरात मॉडल
भाजपा के गुजरात मॉडल पर चुनाव लड़ने की रणनीति के तहत प्रदेश के 25 लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। इनमें से अधिकांश गुजरात के कांग्रेस विधायक और नेता हैं। दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात में भाजपा ने तीन दर्जन विधायकों के टिकट काटे थे। यही रणनीति अब कांग्रेस राजस्थान में अपनाने की योजना बना रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के प्रभारी थे।
भाजपा के पक्ष में माहौल
भाजपा ने हरियाणा और कांग्रेस ने गुजरात के नेताओं का जिम्मा सौंपाभाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा के 25 विधायकों को जिम्मा सौंपा है। ये विधायक शनिवार को राजस्थान में पहुंचकर अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में जाकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे। हरियाणा के कई नेताओं को जातिगत समीकरण साधने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा आदिवासी वोट बैंक को साधन में जुटे हैं। वहीं, कांग्रेस ने गुजरात के आधा दर्जन विधायकों सहित 15 नेताओं को राजस्थान में तैनात किया है। ये नेता गुजरात से सटे उदयपुर, सिरोही, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ एवं जालौर जिलों में चुनाव अभियान की कमान संभालेंगे।