भुवनेश्वर, 25 अक्टूबर। Close to CM : ओडिशा के ताकतवर IAS वीके पांडियन के VRS को केंद्र की मंजूरी मिल गई है। नौकरी से इस्तीफा देने के 24 घंटे के अंदर ही आईएएस अधिकारी वीके पांडियन को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई। चर्चा है कि वो विधानसभा में मुख्यमंत्री के उत्तराधिकारी होंगे और सीएम का चेहरा भी बनेंगे। माना जाता है कि वीके पांडियन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बेहद करीबी हैं।
मुख्यमंत्री के अधीन काम करेंगे
2020 बैच के IAS वीके पांडियन के VRS को केंद्र की मंजूरी सोमवार को मिली थी, जिसके 24 घंटे के भीतर ही ओडिशा के CM ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए 5 टी (Transformational Initiatives) का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। सामान्य प्रशासन और लोक शिकायत विभाग ने कहा कि वीके पांडियन को कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ 5 टी और नबीन ओडिशा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह सीधे मुख्यमंत्री के अधीन काम करेंगे।
पांडियन 2011 में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में आए थे। तब से वह पटनायक के निजी सचिव रहे हैं।पांडियन ने नवीन से अपनी प्रभावशाली भूमिका और अटूट विश्वास के लिए महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है, जो 77 वर्ष की आयु में 2024 में मुख्यमंत्री के रूप में संभावित छठे कार्यकाल की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि वीके पांडियान शीर्ष राजनीतिक रणनीतिकार बनेंगे और खुद भी पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें नवीन पटनायक का उत्तराधिकारी भी माना जा रहा है।
2000 बैच के IAS अफसर हैं पांडियन
2000 बैच के IAS अधिकारी वीके पांडियन को पहले पंजाब कैडर मिला था। लेकिन ओड़िशा कैडर की आईएएस अधिकारी सुजाता राउत के साथ उनको प्रेम हो गया और फिर उन्होंने शादी कर ली। जिसके बाद वो इंटर स्टेट कैडर एक्सचेंज पॉलिसी के तहत वो कैडर बदलकर ओडिशा आ गए।पांडियन ने ओडिशा में साल 2002-04 तक अपना कैरियर कलाहांडी जिले के धर्मगढ़ से उपजिलाधिकारी के रूप में शुरू किया।
इसके बाद 2005-07 तक मयूरभंज जिले के जिलाधिकारी, 9 अप्रैल 2007 से 29 अप्रैल 2011 तक गंजाम में जिलाधिकारी के तौर पर काम किया। चूंकि, गंजाम मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का चुनावी जिला रहा है, इसी कारण वह मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सीधे संपर्क में आ गए। इसके बाद मई 2011 में वह मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव की जिम्मेदारी संभाली। उन्हें 2019 में 5-टी सचिव बनाया गया था।
CM के बेहद करीबी है पांडियन
वीके पांडियन का पूरा नाम वी कार्तिकेय पांडियन है। उनका जन्म 25 मई 1974 को तमिलनाडु में हुआ था। 23 सालों से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खास रहे हैं। 2002 में वह कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ के सब कलेक्टर नियुक्त हुए थे। उसके बाद 2005 में पहली बार मयूरभंज जिले के डीएम बने। इसके बाद उनका तबादला 2007 में सीएम के गृह जनपद गंजाम में हुआ था।
2011 में मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) में तैनाती के बाद से वह सीएम नवीन पटनायक के निजी सचिव पर बने रहे हैं। 2019 में जब नवीन पटनायक पांचवीं बार सूबे के मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने ओडिशा के समग्र विकास के लिए 5T नाम से कल्याणकारी अभियान को लांच किया, जिसकी कमान अपने सबसे खास नौकरशाह पांडियन को सौंपा. उन्हें 5T का सचिव बनाया गया था और अब उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर सीधे इसकी जिम्मेदारी सौंप (Close to CM) दी गई है।