भोपाल, 09 मार्च। Congress Ex MLA : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी और पार्टी के पूर्व विधायक संजय शुक्ला समेत तमाम अन्य नेता शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए। इस दौरान भोपाल के पार्टी मुख्यालय में नेताओं के बीच हंसी-मजाक का माहौल देखने को मिला। विधानसभा चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी रहे संजय शुक्ला को भगवा पटका पहनाते हुए कैलाश विजयवर्गीय कहते नजर आए कि ‘…#&*^% तेरी गाली सुनी और तुझे ही ले रहा हूं…’
दरअसल, विधानसभा चुनाव 2023 में इंदौर-1 सीट से संजय शुक्ला कांग्रेस प्रत्याशी थे। कांग्रेस उम्मीदवार शुक्ला ने चुनावी मंचों से बीजेपी कैंडिडेट कैलाश विजयवर्गीय पर पश्चिम बंगाल में केस दर्ज होने समेत भू-माफिया को आश्रय देने जैसे आरोप लगाए थे। यहां तक कि वोटिंग वाले दिन दोनों के बीच तीखी नोकझोंक तक हुई थी।
हालांकि, कांग्रेस के संजय शुक्ला को 57 हजार 719 वोटों से हराकर कैलाश विजयवर्गीय विधायक बन गए और अब प्रदेश की मोहन सरकार में मंत्री हैं। इसी बीच, अब पार्टी मुख्यालय में कैलाश ने संजय शुक्ला को पार्टी का पटका पहनाते हुए कहा, ”…#&*^%तेरी गालियां सुनीं, अब तुझे ही ले रहा हूं पार्टी में…।”
यह सुनकर संजय शुक्ला खिलखिलाकर हंस पड़े और BJP के वरिष्ठ नेता विजयवर्गीय के पैर छूते हुए बोले-”आपका ही बच्चा हूं.” इस दौरान विजयवर्गीय ने भी पीठ थपथपाकर शुक्ला को आशीर्वाद दिया।
इंदौर के धनाढ्य परिवार से संबंध रखते
संजय शुक्ला इंदौर के धनाढ्य परिवार से संबंध रखते हैं। विधानसभा चुनाव के हलफनामे में कांग्रेस प्रत्याशी रहे शुक्ला ने अपनी संपत्ति 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई थी। संजय साल 2018 का चुनाव बीजेपी के सुदर्शन गुप्ता को हराकर जीते थे। पता हो कि अब बीजेपी का दामन थाम चुके संजय शुक्ला के पिता विष्णु प्रसाद शुक्ला उर्फ बड़े भैया बीजेपी के कद्दावर नेता रहे हैं। एक तरह से अब यह संजय की ‘घर वापसी’ ही मानी जा रही है।
बता दें कि शनिवार सुबह भोपाल स्थित बीजेपी राज्य मुख्यालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राज्य भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पूर्व विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल और अर्जुन पलिया, आलोक चंसोरिया, भोपाल कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
सुरेश पचौरी गांधी परिवार के करीबी थे। केंद्र सरकार में रक्षा राज्य मंत्री भी थे। सबसे पुरानी पार्टी के चार बार राज्यसभा सदस्य भी रहे। पचौरी पहले कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे थे, जिसमें पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद भी शामिल था। वह युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी थे।
वहीं, आदिवासी नेता गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी को कांग्रेस के टिकट पर धार (अनुसूचित जनजाति) लोकसभा सीट से तीन बार – 1998, 1999 और 2009 में सांसद चुना गया था। कांग्रेस (Congress Ex MLA) में शामिल होने से पहले राजूखेड़ी 1990 में भाजपा विधायक के रूप में भी चुने गए थे।