बोकारो, 24 अप्रैल। Country is in Mourning : जब एक देश शोक में डूबा होता है, तब संवेदना ही सबसे बड़ा धर्म होती है।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 मासूमों की जान चली गई—ऐसी त्रासदी, जिसने पूरे भारत को झकझोर दिया। हर कोने से प्रार्थनाएं उठीं, हर आंख नम हुई। लेकिन ठीक इसी वक्त, झारखंड के बोकारो से एक ऐसी आवाज़ आई जिसने इस राष्ट्रीय पीड़ा पर नमक छिड़कने का काम किया।
35 वर्षीय मोहम्मद नौशाद ने न सिर्फ इस हमले पर खुशी जताई, बल्कि सोशल मीडिया पर आतंकियों का आभार जताते हुए और भी भयावह अपील कर डाली। जहां एक ओर माताएं अपने बच्चों की तस्वीरों से लिपटी रो रही हैं, वहीं इस तरह की सोच का सामने आना समाज के लिए एक चुभती हुई चेतावनी है।
मोहम्मद नौशाद ने सोशल मीडिया पर इस हमले के लिए आतंकियों का धन्यवाद किया। साथ ही उसने सोशल मीडिया पोस्ट में आतंकियों से भाजपा और आरएसएस को भी निशाना बनाने की भी मांग की। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद बोकारो पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक मोहम्मद नौशाद की उम्र 35 साल है और उसने बिहार के एक मदरसे से शिक्षा प्राप्त की है। उसका एक भाई दुबई में रहता है। नौशाद अपने पिता के साथ बोकारो में रहता है। कथित तौर पर, उसने पहले भी सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ पोस्ट किए हैं। दुबई में अपने भाई के जरिए प्राप्त सिम कार्ड का उपयोग करके, नौशाद फेसबुक, एक्स (पूर्व में ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहा है।
नौशाद का Post

पुलिस ने बताया कि नौशाद ने पहलगाम की घटना के लिए आतंकवादियों को बधाई दी और कई अन्य भड़काऊ बातें लिखीं। एक्स पर उसने उर्दू में लिखा, “शुक्रिया पाकिस्तान, शुक्रिया लश्कर-ए-तैयबा। अल्लाह तुम्हें हमेशा खुश रखे।”
इसके बाद उसने एक दूसरे पोस्ट में लिखा, “आमीन, अमीन। हमें और भी खुशी होगी अगर आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए।” नौशाद ने पोस्ट में स्माइली इमोजी भी लगाया था।
नौशाद की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन
नौशाद पर कई और आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप है। उसके खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने पुलिस की तकनीकी शाखा के साथ मिलकर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह को सौंपा गया था। सआईटी ने पूरी रात नौशाद की तलाश की और आखिरकार बुधवार सुबह उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।