अमृतसर, 06 फ़रवरी। Deportation : अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए 104 लोगों को लेकर एक अमेरिकी विमान पंजाब के अमृतसर में उतरा। जानकारी के अनुसार, अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार दोपहर यहां श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। विमान दोपहर 1.55 बजे यहां उतरा। इससे पहले की खबरों में दावा किया गया था कि 205 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 रवाना हुआ है। यह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों की पहली खेप है जिन्हें अमेरिकी सरकार ने निर्वासित किया है।
इन राज्यों के रहने वाले लोग
इनमें से ज्यादातर लोग गुजरात, पंजाब और हरियाणा के रहने वाले हैं। अभी तक इस विमान में 104 भारतीयों के होने की पुष्टि हुई है। जानकारी के अनुसार, गुजरात के 33, पंजाब के 30, यूपी के तीन, हरियाणा के 33, चंडीगढ़ के दो और महाराष्ट्र के तीन लोग विमान में सवार हैं।
पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। पंजाब के कई लोग लाखों रुपये खर्च करके ‘डंकी रूट’ या अन्य अवैध तरीकों से अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन अब उन्हें निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है।
कड़ी की गई सुरक्षा-व्यवस्था
विमान के लैंड करने से पहले अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एविएशन क्लब की ओर जाने वाले रास्ते पर अमृतसर पुलिस ने बैरेकेडिंग कर दी और सुरक्षा बढ़ा दी थी। बताया गया कि अमेरिका से डिपोर्ट करके लाए जा रहे भारतीयों को पहले एविएशन क्लब में लाया जाएगा जहां पर उनका पूरा बैकग्राउंड चेक किया जाएगा और उनका पूरा क्रिमिनल रिकॉर्ड और इमीग्रेशन रिकॉर्ड चेक करने के बाद ही उन्हें जाने की अनुमति दी जाएगी।
मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने जताई चिंता
पंजाब के अनिवासी भारतीय (एनआरआई) मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा व्यक्त की और कहा कि इन लोगों को निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास प्रदान किया जाना चाहिए था जिन्होंने उस देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कई भारतीय ‘वर्क परमिट’ पर अमेरिका में प्रवेश करते हैं और वह बाद जब इसकी अवधि समाप्त हो जाती है तो वे अवैध प्रवासी बन जाते हैं।
मंत्री ने कहा कि अमेरिका में रहने वाले पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए उनका अगले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना है। धालीवाल ने पंजाबियों से अवैध तरीकों से विदेश यात्रा न करने की भी अपील की थी और दुनिया भर में अवसरों का लाभ उठाने के लिए कौशल और शिक्षा प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया।