Dirty BJP Minister : श्मशान घाट में अश्लील हरकत…! महिला के साथ नग्न अवस्था में पकड़े गए BJP के जिला मंत्री…पार्टी से निष्कासित नेता…यहां देखें वायरल VIDEO

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बुलंदशहर/उत्तर प्रदेश, 12 जुलाई। Dirty BJP Minister : जिले के शिकारपुर कोतवाली क्षेत्र के कैलावन गांव में स्थित श्मशान घाट से एक शर्मनाक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शादीशुदा महिला के साथ भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री राहुल वाल्मीकि को ग्रामीणों ने रंगे हाथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा। यह घटना 11 जुलाई की दोपहर की बताई जा रही है।

क्या हुआ था?

स्थानीय ग्रामीणों ने श्मशान घाट में लंबे समय से खड़ी एक संदिग्ध कार देखी। जब कुछ लोगों ने पास जाकर कार के अंदर झांका, तो उन्होंने एक पुरुष और महिला को अर्धनग्न अवस्था में आपत्तिजनक स्थिति में पाया। घटना के बाद ग्रामीणों ने तुरंत वीडियो बनाना शुरू किया और दोनों को कार से बाहर निकाला।

महिला ने चेहरा छिपाया

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में महिला दुपट्टे से अपना चेहरा छिपाती नजर आ रही है, जबकि पुरुष जिसकी पहचान राहुल वाल्मीकि के रूप में हुई, गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगते दिख रहा है।

भाजपा ने की त्वरित कार्रवाई

वीडियो वायरल होने और मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा नेतृत्व ने राहुल वाल्मीकि को तत्काल पार्टी से निष्कासित कर दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष विकास चौहान ने मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि, “राहुल वाल्मीकि को तत्काल प्रभाव से पार्टी से बाहर कर दिया गया है। जब तक जांच पूरी नहीं होती, उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं रहेगा।”

राजनीतिक साख को झटका

यह घटना भाजपा के लिए राजनीतिक और सामाजिक रूप से शर्मनाक बन गई है। एक ओर जहां पार्टी नेतृत्व ने त्वरित कार्रवाई कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है, वहीं स्थानीय जनता में आक्रोश है और पार्टी की नैतिक छवि पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

पुलिस जांच पर अभी तक चुप्पी

इस मामले को लेकर अब तक पुलिस की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह स्पष्ट नहीं है कि इस घटना पर कोई कानूनी कार्रवाई हुई या नहीं। लेकिन जिस तरह से वीडियो सार्वजनिक डोमेन में आया, उससे यह मामला अब सिर्फ पार्टी अनुशासन का नहीं, बल्कि सामाजिक-नैतिक आचरण का भी विषय बन चुका है।

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल (Dirty BJP Minister) उठाया है कि जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों से समाज क्या अपेक्षा करता है, और जब वे स्वयं उन सीमाओं को लांघते हैं, तो जवाबदेही कैसे तय होगी?