रीवा, 1 नवंबर। Drug De-Addiction Center : मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। नशा मुक्ति केंद्र में एक व्यक्ति के साथ संचालक द्वारा प्रताड़ना की सारी हदें पार कर दी गईं। आरोप है कि व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट में गैस लाइटर डालकर जख्मी कर दिया गया। साथ ही उसके साथ कुकर्म और मारपीट करने कोशिश की गई। फिलहाल पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए संजय गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मामले में पुलिस ने केस दर्ज करते हुए दो आरोपियों को गिरिफ्तार किया है। संचालक सहित दो आरोपी अभी भी फरार है।
दरअसल, विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में संकल्प नशा मुक्ति केंद्र है। थाना क्षेत्र का ही रहने वाला एक व्यक्ति नशे का का आदी था। उसकी नशे की लत से घरवाले काफी परेशान थे। घरवालों ने नशा छुड़वाने के लिए उसे दो साल पहले संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। अभी तीन दिन पहले नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों ने व्यक्ति की पत्नी को फोनकर बताया कि आपके पति को पेट दर्द की शिकायत है। उन्हें संजय गांधी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
नशा मुक्ति केंद्र या टॉर्चर रूम
सूचना मिलने पर परिजन संजय गांधी हॉस्पिटल पहुंच गए। परिजनों ने जब व्यक्ति को देखा तो उसके पेट में बड़ा सा घाव था। यह देख वो लोग दंग रह गए।उन्होंने जब इसके बारे में डॉक्टरों ने पूछा तो उन्होंने बताया कि मरीज की आंतें फटी हुई हैं, गुप्तांग में किसी ने नुकीली चीज से चोट पहुंचाई गई है। इस पर परिजनों ने व्यक्ति ने पूरी घटना की जानकारी ली। घटना को लेकर पीड़ित ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि नशा मुक्ति केंद्र में उसे काफी प्रताड़ित किया गया। लोहे की रॉड से उसके पंजों में चोट पहुंचाई गई।
पीड़ित ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक रीवेंद्र अवस्थी ने अपने चार-पांच साथियों के साथ मिलकर उसके साथ कुकर्म किया। पीड़ित ने बताया कि रीवेंद्र अवस्थी के दोस्त उसे पकड़कर गमछे से बांध देते थे। इसके बाद रीवेंद्र उसके साथ कुकर्म करता था। ऐसा उसने कई बार किया। उसके गुप्तांग में गैस वाला लाइटर डालकर उसके गुप्तांग में चोट भी पहुंचाई, जिससे उसके गुप्तांग में काफी चोटें आई हैं।
पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार
फिलहाल पीड़ित के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने 377 सहित अन्य धाराओं में संचालक सहित पांच लोगों पर मामला दर्ज किया है, जिसमें से दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। संचालक सहित तीन लोग अभी फरार हैं। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। विश्वविद्यालय पुलिस टीम फॉरेंसिक की टीम के साथ संकल्प नशा मुक्ति केंद्र पहुंची और वहां पर मामले की जांच कर सबूत जुटाए। साथ ही वहां मौजूद अन्य लोगों से पूछताछ (Drug De-Addiction Center) की।