Drunk Deputy Tahsildar: Shameful action of bureaucrats…! Deputy Tehsildar Saheb became unconscious under the influence of alcohol… see here VIDEO of what the police did to bring him back to sensesDrunk Deputy Tahsildar
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अहमदाबाद/वडोदरा, 17 जनवरी। Drunk Deputy Tahsildar : गुजरात में शराबबंदी को शर्मिंदा कर देने वाला वाकया सामने आया है। राज्य के वडोदरा में डिप्टी तहसीलदार (मामलतदार) ने नशे की हालत में अपनी गाड़ी को जेतलपुर ब्रिज के नीचे ठोंक दिया। जब घटना की जानकारी पर वडोदरा पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे नायब तहसीलदार को होश में लगाने के लिए पानी के छींटे मारने पड़े। वडोदरा शहर पुलिस ने डिप्टी तहसीलदार (मामलतदार) को अरेस्ट कर लिया है। गुजरात में मामलतदार को कुछ मामलों में मजिस्ट्रेट की पावर होती है। अधिकारी के नशे की हालत में होने के इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।

नशे में ठोंक दी निजी कार

जानकारी के अनुसार वडोदरा रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरने वाले जेतलपुर ब्रिज के नीचे एक कार असंतुलित होकर टकरा गई। कार के सर्विस रोड पर टकराने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो गाड़ी में डिप्टी मामलतदार की प्लेट रखी हुई थी। पुलिस ने जब चालक को जगाना चाह ताे नशे में बेसुध मिला। पुलिस के जवानों ने पानी का सहारा लिया और फिर अधिकारी को होश में लाया। नशे की हालत में मिल डिप्टी तहसीलदार की पहचान नरेश वनकर के तौर पर हुई है। पुलिस ने नशे की हालत में गाड़ी चलाने को लेकर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अरेस्ट किया है।

शराब पीने का है आराेप

इस घटना में कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिसमें दावा किया जा रहा है नशे में धुत नायब तहसीलदार ने पानी की बोतल में शराब मिला ली थी और फिर उसका सेवन किया था। पुलिस ने अभी तक इस मामले में आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है तो वहीं दूसरी तरफ वडोदरा के अधिकारी के नशे में होने की इस घटना ने एक बार फिर शराबबंदी पर सवाल खड़े किए हैं। यह घटना ऐसे वक्त पर सामने आई है जब राज्य में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी खुद नशे के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं।

कलेक्टर ने किया निलंबित

इस घटना पर कड़ा संज्ञान लेते वडोदरा के कलेक्टर बीजल शाह (Bijal Shah) ने पादरा में तैनात नायब तहसीलदार (मामलतदार) नरेश वनकर को सस्पेंड कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कलेक्टर ने पादरा के उप मामलतदार नरेशभाई वानकर को लोक सेवक के अनुरूप आचरण न करने के कारण निलंबित करने का निर्णय लिया है।