लखनऊ, 23 मई। E-Rickshaw : लखनऊ के गुडम्बा थाना क्षेत्र से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक नर्सिंग छात्रा ने चलते ई-रिक्शा से कूदकर अपनी जान बचाई। यह घटना महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, आजमगढ़ की रहने वाली 24 वर्षीय नर्सिंग छात्रा सोमवार शाम को अपने मामा के घर बर्लिंगटन इलाके से टेढ़ी पुलिया की ओर जा रही थी। वह ई-रिक्शा में सवार हुई, लेकिन जैसे ही ई-रिक्शा टेढ़ी पुलिया पहुंचा, छात्रा ने कई बार चालक से उसे उतारने के लिए कहा। चालक ने उसकी बातों को नजरअंदाज किया और रुकने से इनकार करता रहा। इसके बाद आरोपी ने छात्रा का मुंह दबाना शुरू कर दिया।
स्थिति बिगड़ती देख जब ई-रिक्शा चालक जनता हॉस्पिटल की गली की ओर मुड़ा, तो छात्रा को उसकी नीयत पर शक हुआ। मौका पाकर छात्रा ने जान बचाने के लिए चलते रिक्शे से छलांग लगा दी, जिससे उसे सिर और पैरों में गंभीर चोटें आईं।
पुलिस कार्रवाई
घटना के बाद छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना लखनऊ में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है, जिससे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
पीड़िता का आरोप (E-Rickshaw) है कि ई-रिक्शा चालक नशे की हालत में था और उसके साथ मारपीट भी कर रहा था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 19 मई 2025 को पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। थाना गुडम्बा में मुकदमा संख्या 195/2025, धारा 74/115(2) बीएनएस के तहत मामला पंजीकृत किया गया। पुलिस जांच में सामने आए चार आरोपियों को 21 मई 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया।
ये चारों आरोपी हैं

- अनुज गुप्ता उर्फ आकाश (उम्र 34), निवासी श्याम विहार कॉलोनी, फैजुल्लागंज, थाना मड़ियांव।
- सत्यम सिंह उर्फ चंदी वैश्य (उम्र 21), निवासी श्याम विहार कॉलोनी, फैजुल्लागंज, थाना मड़ियांव।
- अनिल सिन्हा (उम्र 31), निवासी केशव नगर, थाना मड़ियांव।
- रंजीत चौहान उर्फ भूरा (उम्र 19), निवासी श्याम विहार कॉलोनी, फैजुल्लागंज, थाना मड़ियांव. इन सभी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया (E-Rickshaw) है।