भोपाल, 27 दिसंबर। ED Rid On Saurabh Sharma Houses : मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर ईडी ने शिकंजा कस दिया है। आरटीओ के करोड़पति पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर में शुक्रवार सुबह से ही छापेमारी चल रही है। जानकारी के अनुसार, ईडी ने भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में आज सुबह एक साथ छापेमारी की। जानकारी के अनुसार, सौरभ शर्मा के ठिकानों से कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
सीआरपीएफ जवानों की मौजूदगी में छापेमारी
ताजा जानकारी के अनुसार, ईडी टीम सौरभ शर्मा के विनय नगर सेक्टर 2 स्थित मकान पर पहुंची है और छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। सीआरपीएफ के जवानों की मौजूदगी में ये कार्रवाई हो रही (ED Rid On Saurabh Sharma Houses)है। भोपाल के बाद अब ग्वालियर में भी सौरभ के ठिकानों को जांच एजेंसियां ने निशाने पर लिया है। सौरभ शर्मा के पड़ोसियों ने बताया कि जांच एजेंसी की कार्रवाई सुबह से ही चल रही है।
जबलपुर में सौरभ के रिश्तेदार के घर पर ईडी पर रेड
जानकारी के अनुसार, जबलपुर में सौरभ शर्मा के रिश्तेदार बिल्डर रोहित तिवारी के घर भी ईडी की छापेमारी चल रही है। शास्त्री नगर स्थित आवास पर ईडी ने रेड मारी (ED Rid On Saurabh Sharma Houses)है। रोहित तिवारी की गिनती शहर के बड़े बिल्डरों में होती है। घर के सभी सदस्यों से ईडी पूछताछ कर रही है।
छापेमारी में मिले थे करोड़ों रुपये नगद और सोना-चांदी
बता दें कि एक कांस्टेबल से बिल्डर बने सौरभ शर्मा की कई केंद्रीय एजेंसियों के तरफ से भ्रष्टाचार के मामले में जांच की जा रही है। इस मामले की जांच ईडी, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) और लोकायुक्त द्वारा की जा रही (ED Rid On Saurabh Sharma Houses)है।
19 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल में सौरभ शर्मा की संपत्तियों की तलाशी ली। जिसमें 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलोग्राम चांदी सहित 7.98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी।
जांच में तेजी तब आई जब उसी दिन भोपाल के बाहरी इलाके में खड़ी एक लावारिस एसयूवी में 52 किलोग्राम सोना और 11 करोड़ रुपये नकद मिले। कार शहर के बाहरी इलाके में मेंडोरी के जंगल में मिली थी, जब जंगल के रास्ते सोना ले जाने की सूचना मिली थी।
कई गवाहों ने हथियारबंद लोगों को वाहन छोड़ते हुए देखा। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आयकर अधिकारियों ने आयकर अधिनियम की धारा 132 के तहत कार को जब्त कर लिया। इनोवा कार कथित तौर पर सौरभ शर्मा के सहयोगी चेतन गौर की है।