नई दिल्ली, 08 मई। Effect of Operation Sindoor : पाकिस्तान स्थित आतंकी सरगना मसूद अजहर के ठिकाने पर भारतीय सेना ने भारी तबाही मचाई है।भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से ये कार्रवाई की है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर दूर बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय सहित अन्य ठिकानों पर हमला किया था।

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
आतंकवाद के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के टॉप आतंकी मसूद अजहर का कुनबा उजड़ गया। भारत की एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए हैं जबकि उसके चार गुर्गे भी ढेर हो गए हैं।
जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी कर इस घटना की पुष्टि की है। एयरस्ट्राइक में मारे गए अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज ही दफ्नाया जाएगा। मसूद अजहर, भारत और दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों में शुमार है।

इस एयर स्ट्राइक में आतंकियों ने जिस मस्जिद को अपना ठिकाना बनाया था, उसे भी उड़ा दिया गया। बीबीसी वेरिफाई द्वारा आंके गए मस्जिद के वीडियो फुटेज से पता चला है कि इसका एक गुंबद ढह गया है और अंदर व्यापक क्षति हुई है, जिसमें छत में दो छेद और जमीन में एक छेद हो गए।
इस हमले को लेकर जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर का बयान भी सामने आया है। उसने कहा कि भारत द्वारा किए गए मिसाइल हमले में उसके 10 रिश्तेदार मारे गए हैं। अच्छा होता मैं भी मर जाता।

पाकिस्तान के बहावलपुर में एक मस्जिद पर हुए हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर की बड़ी बहन और उसके पति, उसका भतीजा और उसके भतीजे की पत्नी, उसकी भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे मारे गए हैं।
बुधवार को बहावलपुर में रात भर भीड़ हमलों में मारे गए लोगों के लिए शोक मना रही थी और सड़कों पर शवयात्रा निकाल रही थी। स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे हमले से नाराज हैं। पाकिस्तानी झंडे में लिपटे ताबूतों की तस्वीरें भी सामने आई हैं।

आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई
भारत ने मंगलवार रात को पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। ये हमला दो सप्ताह पहले कश्मीर स्थित पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जवाब था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने 1999 में भारत की जेल से रिहा होने के बाद जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का संबंध अल कायदा और तालिबान से भी है।संयुक्त राष्ट्र ने 2019 में अजहर को आतंकवादी घोषित किया था।
भारत ने 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद को दोषी ठहराया था. जैश-ए-मोहम्मद ने कहा था कि उसने फरवरी 2019 में एक बम हमला किया था जिसमें 40 अर्धसैनिक जवान मारे गए थे।
