रायपुर, 28 जनवरी। Election Announcement : छत्तीसगढ़ के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चुनावों की घोषणा हो चुकी है। इसके साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। किसी ने दुखी होकर पार्टी से इस्तीफा दिया तो किसी ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट किए। इन सबके इतर कुछ लोग टिकट मिलने की है खुशी में स्कूटी पर सवार होकर नामांकन दाखिल करने चुनाव आयोग पहुंचे तो किसी ने बुजुर्गों और दिग्गजों का आशीर्वाद लिया।
नामांकन भरने से पहले मीनल ने लिया सीएम साय से आशीर्वाद
नगर निगम रायपुर की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने आज नामांकन भरने से पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा और सुनील सोनी मौजूद रहे। बता दें कि, मीनल चौबे को महापौर प्रत्याशी बनाया है। वे तीन बार पार्षद रह चुकी हैं। नगर निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभा चुकी हैं। मीनल चौबे की पहचान भाजपा महिला मोर्चा के विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए एक प्रभावशाली और तेजतर्रार नेता के रूप में बनी है।
दीप्ति दुबे ने खींचा सबका ध्यान
रायपुर नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने अपने सादगीभरे अंदाज से सबका ध्यान खींचा। दीप्ति दुबे अपने पति और रायपुर के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे के साथ स्कूटी पर सवार होकर नामांकन दाखिल करने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने जनता के बीच अपनी पहुंच और विकास कार्यों पर भरोसा जताया।
कांग्रेस नेता आशीष शर्मा का भावुक पोस्ट
रायगढ़ के वार्ड नंबर 19 से टिकट के प्रबल दावेदार कांग्रेस नेता आशीष शर्मा ने एक भावुक पोस्ट के जरिए पार्टी से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। हालांकि अभी वार्ड नंबर 19 के प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई लेकिन उन्होंने इनडायरेक्टली टिकट काटने की संभावना के मद्देनजर एक ग्रुप में पीड़ित मन से लिखा, “कांग्रेस ने मुझे हरा दिया, यही मेरा इस्तीफा है।”आशीष शर्मा ने अपनी पोस्ट में 26 सालों तक कांग्रेस के लिए किए गए अपने समर्पण और संघर्ष को याद करते हुए गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वार्ड 19 से टिकट के लिए उन्होंने पांच साल तक दिन-रात मेहनत की और स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के प्रति अपना समर्थन मज़बूत किया।
इसके बावजूद उनकी टिकट दिल्ली के नेताओं के दबाव में काट दी गई, जो यह तक नहीं जानते कि वार्ड 19 कहां है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए लिखा, “मैंने कांग्रेस के लिए और कांग्रेस के साथ कई लड़ाइयां लड़ीं। हमेशा ‘जय कांग्रेस’ का नारा लगाया। शहर के सभी बड़े नेताओं का समर्थन और आशीर्वाद होने के बावजूद मेरी टिकट काट दी गई। अब ऐसा महसूस होता है, जैसे मेरी हार कांग्रेस ने ही तय कर दी।”
आशीष शर्मा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं दीपक बैज, उमेश नंद कुमार पटेल, अनिल शुक्ला, अरुण गुप्ता, विकास शर्मा, दीपक पांडे और किरण पंडा का आभार जताया, जिन्होंने उन्हें लगातार समर्थन दिया। अंत में, उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए कहा, “नमस्ते कांग्रेस। 26 साल आपके लिए काम किया, इसके लिए धन्यवाद। यही मेरा इस्तीफा है।” आशीष शर्मा के इस भावुक कदम ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है, और उनकी नाराजगी ने कांग्रेस संगठन के टिकट वितरण की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वरिष्ठ नेताओं पर साजिश का आरोप
सक्ती नगर पालिका से चिराग अग्रवाल को टिकट मिलते ही वरिष्ठ नेता संजय रामचंद्र ने इस्तीफा दे दिया है। उनका आरोप है कि टिकट वितरण में लेन-देन और वरिष्ठ नेताओं की साजिशें शामिल हैं। इसी तरह रतनपुर नगर पालिका में टिकट काटे जाने पर भाजपा नेता कन्हैया यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। वहीं सुकमा में वर्तमान पार्षदों समेत 19 लोगों ने बीजेपी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में टिकट वितरण के बाद लगातार असंतोष देखने को मिल रहा है।
रतनपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी ने जैसे ही प्रत्याशी की घोषणा की। उसके बाद बीजेपी नेता कन्हैया यादव बगावत पर उतर आए। उन्होंने बीजेपी के टिकट वितरण पर सवाल खड़े करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। रतनपुर में नगर पालिका के उपाध्यक्ष रहे बीजेपी नेता कन्हैया यादव ने टिकट काटे जाने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में पार्टी संगठन ने उन्हें अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित करने का भरोसा दिया था, लेकिन उनके साथ छल किया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें बीजेपी में रहते हुए उन्होंने संगठन के लिए निष्ठापूर्वक काम किया, लेकिन टिकट वितरण करते समय इसका ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने नगर विकास के लिए बेहतर नेतृत्व की दुहाई देते हुए सबको साथ लेकर चलने की बात कही है।