कवर्धा। कभी बेहद शांत माने जाने वाले कबीरधाम जिला में साल 2015 से लगातार नक्सलियों की संख्या बढ़ी है। बस्तर में पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते नक्सली अब नया ठिकाने के तलाश में कबीरधाम जिला व मध्यप्रदेश के बालाघाट को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं और संगठन विस्तार के लिए जंगल मे भटकते रहे हैं, लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली।
हाल ही में एक बार फिर बस्तर से 25 से अधिक नक्सली एमएमसी जोन एंट्री कर चुके हैं। ऐसे में पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी, हालांकि कवर्धा पुलिस के द्वारा दावा है की जिले में नक्सलियों की संख्या 30 से कम है, लेकिन 25 से अधिक नक्सलियों के पहुंचने की खबर से जिले के लिएचिंता का विषय है। आगामी समय में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में नक्सलियों का कोई बड़ा रणनीति हो सकता है। 2018 चुनाव से ठीक पहले जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच कई बार मुठभेड़ हुआ था।
बरसात के दिनों में पुलिस की सक्रियता कम हो जाती है, जिसके चलते नक्सली भी इसका फायदा उठाते हैं। जिले में अब तक 5 एनकाउंटर हो चुके हैं, जिसमें 3 नक्सलियों की डेथ बाडी रिकवर हुई थी। हालंकि सरकार के पुनर्वास नीति के तहत 6 नक्सलियों ने सरेंडर भी किया। बोड़ला डिवीजन कमेटी के SZCM सुरेन्द्रर उर्फ कबीर व राकेश ओड़ी आज भी जिले काकमान संभाल रहे हैं और बस्तर से एक बार फिर 25 से अधिक नक्सली एमएमसी जोन पहुंचे हैं। हालांकि पुलिस ने बस्तर से नक्सलियों के आने की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र के रास्ते से लगभग 25 से अधिक नक्सली MMC जोन एंट्री कर चुके हैं। आने वाले समय में छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है। ऐसे मे पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।