भोपाल, 10 अप्रैल। Ex Deputy Collector : मध्य प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी रह चुकीं निशा बांगरे का राजनीति से मोह भंग हो गया है। कांग्रेस छोड़कर अब निशा सरकारी नौकरी में वापस आना चाहती हैं। इसके लिए कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार को आवेदन दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री से मिलने का भी समय मांगा है।
कांग्रेस से मांगी थी विधानसभा टिकट
छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर निशा बांगरे कांग्रेस में शामिल हुई थीं। बैतूल जिले की आमला सीट से वह अपने लिए विधानसभा का टिकट भी मांग रही थीं, लेकिन नामांकन की तारीख निकलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर हो पाया था। इसके चलते उनको कांग्रेस का टिकट नहीं मिल पाया।
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव में टिकट न मिल पाने पर प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व ने निशा को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब आम चुनाव में भी उन्हें निराशा हाथ लगी।
हाल ही में कांग्रेस ने निशा को पार्टी का प्रदेश प्रवक्ता भी नियुक्त किया था, लेकिन अब इस पूर्व महिला अधिकारी का सियासी गलियारों से मोह भंग हो चुका है। अब दोबारा शासकीय सेवा में आने के लिए आवेदन दिया है।
बीजेपी ने X पर कसा तंज
उधर, कांग्रेस नेत्री निशा बांगरे के प्रशासनिक जगत में वापस आने की गुहार पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने X पर लिखा है, लालच बुरी बला है और वही बुरी बला निशा बागरे को ले डूबी। चुनाव के ठीक 2 महीने पहले कमलनाथ के झांसे मे आकर तहसीलदार की नौकरी से त्याग-पत्र दिया। इस्तीफा मंजूर करने की कागजी कार्रवाई जब तक खत्म हुई तब तक नामांकन की तारीख निकल गयी। कमलनाथ ने फिर झांसा दिया की सरकार बनने दो बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी.. अब ना विधायक बन सकी और ना तहसीलदार रही। कांग्रेस ने निशा के सपनों का कर दिया ‘मोए-मोए’।