बिलासपुर, 05 जून। Ex MLA : कांग्रेस के पूर्व विधायक अरुण तिवारी को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर फेसबुक पोस्ट में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह मामला भाजपा कार्यकर्ता रणजीत यादव की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
पुलिस को जानकारी मिली कि तिवारी रतनपुर स्थित अपने फार्म हाउस में छिपे हुए हैं। इसके बाद पुलिस की टीम ने रतनपुर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार किया और सिविल लाइन थाने ले आई। बाद में उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
आपत्तिजनक पोस्ट किया
तिवारी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से लगातार फेसबुक पर प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी और मां के खिलाफ टिप्पणियां की थीं। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें किसी से कोई डर नहीं है। तिवारी पहले सीपत विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में कांग्रेस से निष्कासित हैं। कुछ कांग्रेसी नेता इस पोस्ट पर लाफ्टर इमोजी पोस्ट करते भी नजर आए, हालांकि इस पर विवाद होता देख पूर्व कांग्रेसी विधायक अरुण तिवारी ने अपना पोस्ट हटा दिया लेकिन तब तक यह पोस्ट वायरल हो गया था।

इस घटना ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है, और यह सोशल मीडिया पर नेताओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उसके दुरुपयोग के बीच संतुलन की आवश्यकता को उजागर करता है।
फेसबुक ID हैक
गिरफ्तारी के बाद पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने पुलिस को बयान देते हुए कहा कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था। इस कारण उनकी ID से PM नरेंद्र मोदी और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ऐसी पोस्ट की गई।
कांग्रेस पार्टी से है निष्कासित
बता दें कि अरुण तिवारी का विवादों से पुराना नाता है। बीते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अरुण तिवारी ने पार्टी में टिकट के बदले पैसे लिए जाने का आरोप लगाकर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थी। अरुण तिवारी ने बाकायदा इससे जुड़ा ऑडियो भी मीडिया में जारी किया था। पूर्व विधायक अरुण तिवारी वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस में रहकर ही बगावत की थी।
महापौर रामशरण यादव को जब बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिली तब उन्होंने उनकी और महापौर रामशरण यादव की बातचीत का वीडियो वायरल किया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था। पूर्व विधायक अरुण तिवारी की आदत में फेसबुक अकाउंट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेताओं के अलावा भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को लगातार गलत कहना और अभद्र टिप्पणी करना शुमार है।