उज्जैन, 19 मार्च। Executive Engineer : उज्जैन नगर पालिका निगम में प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव की ‘डर्टी’ बातें एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। एक वायरल ऑडियो में कथित तौर पर भार्गव अपने मातहत कर्मचारियों के जरिए एक महिला सब-इंजीनियर पर रात में घर आने का दबाव बनाते सुनाई दे रहे हैं। यह ऑडियो निगम के ऑफिशियल वॉट्सएप ग्रुप में तीन दिन पहले वायरल हुआ, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर है।
वायरल हुए तीन ऑडियो की अवधि क्रमशः 45 सेकंड, 1 मिनट 24 सेकंड और 1 मिनट 13 सेकंड है। इनमें निगम कर्मचारी महिला सब-इंजीनियर से कार्यालयीन काम से इतर बातचीत करते और कार्यपालन यंत्री के घर आने का दबाव बनाते सुनाई दे रहे हैं। ऑडियो के वायरल होने के बाद निगम के वॉट्सएप ग्रुप में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
संबंध बनाने के लिए पूछा
महिला अभियंता ने अपनी शिकायत में कहा कि वरिष्ठ अधिकारी उन पर लगातार देर रात घर बुलाने का दबाव बनाते हैं। महिला अधिकारी ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि कुछ दिनों से नगर निगम में कार्यरत कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव द्वारा मुझे लगातार वॉट्सऐप मैसेज, फोन कॉल और आमने-सामने आपत्तिजनक बातें कही जा रही हैं। महिला ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार कहा है कि मैं तुमसे शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं, तुम कब तैयार हो? मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा। कई बार मना करने के बावजूद उनकी बेशर्मी खत्म नहीं हो रही है।
कांग्रेस पार्षद की शिकायत
वार्ड नंबर-9 की कांग्रेस पार्षद सपना सांखला ने अपने साथियों के साथ मिलकर महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव और संभाग कमिश्नर संजय गुप्ता को शिकायती आवेदन सौंपा। इसमें पीयूष भार्गव को तत्काल पद से हटाने, महिला उत्पीड़न के मामले में पुलिस कार्रवाई और ऑडियो में दबाव बनाने वाले अन्य उपयंत्रियों पर भी कार्रवाई की मांग की गई है। सपना सांखला ने कहा, “यह महिला सम्मान के खिलाफ है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
जांच के लिए विशाखा समिति को मामला
महापौर मुकेश टटवाल ने शिकायत की जांच का आश्वासन दिया। निगम कमिश्नर आशीष पाठक ने बताया, “वायरल ऑडियो के साथ शिकायत मिली है। मामला जांच के लिए नगर निगम की विशाखा समिति को सौंप दिया गया है। एक जांच कमेटी बनाई गई है, जो निश्चित समय में अपनी रिपोर्ट देगी. इसके आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई होगी।” हालांकि, अभी तक इस ऑडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
विशाखा समिति का महत्व
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार (Executive Engineer) हर कार्यस्थल पर महिला यौन उत्पीड़न रोकने के लिए विशाखा समिति गठित करना अनिवार्य है। यह समिति महिलाओं को उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने का मंच प्रदान करती है। उज्जैन निगम ने इसी प्रक्रिया के तहत जांच शुरू की है।
ऑडियो -1
45 सेकंड के इस ऑडियो में कार्यपालन यंत्री कह रहे हैं हां बताओ…..कंर्फटेबल हो, नहीं रहा गया तो मैंने भेज दिया….सब-इंजीनियर कह रही हैं…समझ नहीं आ रहा है आखिर क्या हो रहा है….कार्यपालन यंत्री ओके…..ओके कह रहे हैं, वह कह रहे हैं बात नहीं करना तो गलत बात है…सब-इंजीनियर कह रही हैं कि अभी हम लोग बस में जा रहे हैं…इस पर कार्यपालन यंत्री कह रहे हैं जाओ…..जाओ
ऑडियो -2
1.24 मिनट के दूसरे ऑडियो में सब इंजीनियर से उनके एक कलिग कह रहे हैं कि ….मैडम साइन के लिए साहब आपको घर पर बुला रहे हैं। सब-इंजीनियर कह रही हैं कि इस समय रात 9 बजे घर पर नहीं आ पाऊंगी। अगर कोई आ जाएगा तो मैं साइन कर दूंगी। कलिग से वह कह रही है कि घर पर इस समय तो किसी को नहीं बुलाना चाहिए। इतना अर्जेंट हैं तो ग्रांड होटल पर बोलना चाहिए था। क्या उनको अक्ल नहीं है। उनकी छोटी-छोटी हरकत मैं कब से इग्नोर कर रही हूं, पर अब यह बहुत ज्यादा होता जा रहा है। उनको खुद सोचना चाहिए कि महिला को रात को घर पर बुलाएंगे। उनका एटिट्यूड जस्टिफाई करने लायक नहीं है। पता नहीं क्यों सबको घर पर बुला रहे हैं। सर अगर आप फाइल ले सकते हैं तो ले लीजिए मैं कहीं भी आकर साइन कर दूंगी।
ऑडियो- 3
1.23 मिनट के तीसरे ऑडियो में सब-इंजीनियर के दूसरे कलिग कह रहे हैं कि कार्यपालन यंत्री साहब घर पर बुला रहे हैं। सब इंजीनियर उनसे पूछ रही हैं कि कौन-कौन आ रहा है। उनके साथी कह रहे हैं कि सभी रहेंगे। अरर्जेंट है। कमिश्नर साहब सिंहस्थ मीटिंग के लिए जा रहे हैं। महिला सब इंजीनियर सवाल पूछ रही है कि आखिर उनके घर क्यों जाना है। वह विवशता जता रही है कि घर पर नहीं आ पाऊंगी। उनके साथी भरोसा दिला रहा हैं कि सभी रहेंगे।