राजनांदगांव/डोंगरगढ़, 26 जून। Fake Baba Arrested : छत्तीसगढ़ के धार्मिक कस्बे डोंगरगढ़ की प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास एक आश्रम में योग और साधना की आड़ में चल रहे नशे के अड्डे का पर्दाफाश हुआ है। आरोपी तरुण अग्रवाल उर्फ ‘बाबा सोनू’ (उम्र 45), जो लंबे जटाधारी, गेरुए वस्त्रों में संत का रूप धारण कर लोगों को शांति का पाठ पढ़ाता था, असल में गांजा और अवैध नशीले पदार्थों का रैकेट चला रहा था।
क्या मिला छापेमारी में
डोंगरगढ़ पुलिस की कार्रवाई में ये सब मिला।
- 1.993 किलो गांजा फार्महाउस के बरामदे में रखे दीवान से बरामद।
- नशीली गोलियां व इंजेक्शन, विदेशों से मंगाए गए संदिग्ध बॉक्स व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।
- फार्महाउस में विदेशी रिट्रीट जैसा माहौल और वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरण, जिनकी जांच साइबर सेल कर रही है।
फार्महाउस में चल रहा था ये सब
रात में बाहरी युवक-युवतियों का आना-जाना।
रेव पार्टी जैसे माहौल की तैयारी।
नशे देकर ध्यान और साधना की ट्रेनिंग।
पवित्र स्थल प्रज्ञागिरी के दायरे में वासना और व्यसन का धंधा।
योगगुरु का नकाब, नशे का नेटवर्क
- आरोपी तरुण अग्रवाल खुद को “अंतरराष्ट्रीय योगगुरु” बताता है, दावा करता है कि वह 100 देशों की यात्रा कर चुका है और 10 से अधिक एनजीओ का डायरेक्टर है।
- पहले गोवा में रहा, जहां उसने विदेशी पर्यटकों के लिए योग रिट्रीट और मेडिटेशन कैंप की आड़ में अवैध नेटवर्क खड़ा किया था।
- डोंगरगढ़ लौटकर उसने ‘हेरिटेज योग सेंटर’ का नकली मॉडल खड़ा कर लिया और स्थानीय युवाओं को गांजा देकर ध्यान लगाने की ट्रेनिंग देने लगा।
पुलिस की भूमिका और जांच
डोंगरगढ़ पुलिस के एसडीओपी आशीष कुंजाम ने बताया, ‘कुछ दिनों से बाबा के फार्महाउस में संदिग्ध गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं। दबिश के दौरान गांजा और कई आपत्तिजनक सामग्री मिली। आरोपी की पृष्ठभूमि और नेटवर्क की विस्तृत जांच की जा रही है।’
पुलिस की कार्रवाई
- आरोपी को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है
- पासपोर्ट, बैंक अकाउंट, एनजीओ रजिस्ट्रेशन और विदेशी फंडिंग की जांच शुरू की है
- फार्महाउस से बरामद वीडियो सामग्री की फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है
बहरहाल, प्रज्ञागिरी जैसी धार्मिक और शांतिपूर्ण जगह (Fake Baba Arrested) को नशे और पाखंड का अड्डा बनाने वाला यह तथाकथित बाबा अब सलाखों के पीछे है, लेकिन पुलिस मान रही है कि उसकी संपर्क श्रृंखला और नेटवर्क अभी पूरी तरह उजागर नहीं हुआ है।