अंबिकापुर, 20 जुलाई। Fake Female Doctor : सरगुजा पुलिस ने एक फर्जी एमबीबीएस महिला चिकित्सक का पर्दाफाश किया है। वर्षा वानखेड़े नामक युवती, डा खुशबू साहू के एमबीबीएस प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज चोरी कर अंबिकापुर के होलीक्रास हास्पिटल में एमबीबीएस चिकित्सक की नौकरी कर रही थी। मामला सामने आने के बाद अब वह खुद को बीएएमएस चिकित्सक बता रही है लेकिन उसके इस दावे पर भी पुलिस को संदेह है। कथित चिकित्सक को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
हॉस्पिटल से चोरी हो गए थे सारे दस्तावेज
जानकारी के मुताबिक लखनपुर निवासी डा खुशबू साहू पति अंकुर गुप्ता वर्तमान मे लहपटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक के पद पर पदस्थ हैं। मार्च 2021 में वह रायपुर के एमएमआई हॉस्पिटल में चिकित्सक के पद पर ज्वाइन करने अपने सम्पूर्ण शैक्षणिक दस्तावेज, एमबीबीएस के प्रमाण पत्र के साथ गई थी। वहीं से उसके सारे दस्तावेज चोरी हो गए थे। घटना की रिपोर्ट थाना टिकरापारा रायपुर में दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस महिला चिकित्सक का सर्टिफिकेट खोज पाती इससे पहले यह सर्टिफिकेट फर्जी डॉक्टर वर्षा वानखेड़े के हाथ लग गए।
सीसी कैमरों की जांच में चेहरा बांधे एक महिला दस्तावेज लेकर जाते भी दिखी थी लेकिन उसकी पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी थी। इसी बीच डा खुशबू साहू को जानकारी मिली कि उनके नाम के शैक्षणिक दस्तावेज से एक युवती अंबिकापुर के होलीक्रास अस्पताल में नौकरी कर रही है।
डेढ़ वर्ष से निजी अस्पताल में कर रही थी नौकरी
महिला डॉक्टर के सर्टिफिकेट को पुलिस थाने में जमा करने के बजाए आरोपी वर्षा वानखेड़े ने महिला डॉक्टर के सर्टिफिकेट का डेढ़ साल तक दुरुपयोग किया। डॉक्टर खुशबू साहू के सर्टिफिकेट के आधार पर पहले महिला आरोपी ने अपना नाम बदल कर खुशबू साहू रख लिया, जबकि वर्षा ने BAMS किया है, लेकिन MBBS की मार्कशीट मिलते ही फर्जीवाड़े का रास्ता निकाल ली।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर वह अंबिकापुर शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में बतौर चिकित्सक अपनी सेवा देने लगी। वहीं ढेड़ साल बाद जब इस मामले की जानकारी डॉ. खुशबू साहू को लगी कि उसके नाम पर एक फर्जी महिला शहर के निजी अस्पताल में नौकरी कर रही है। इस मामले की शिकायत सरगुजा पुलिस से की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी वर्षा वानखेड़े को धर दबोचा, जबकि आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर पर फर्जी दस्तावेज और डॉक्टर खुशबू साहू का सर्टिफिकेट भी बरामद किया है। फिलहाल इस मामले में पुलिस फर्जी महिला डॉक्टर वर्षा वानखड़े के खिलाफ धोखाधड़ी (Fake Female Doctor) का अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर ली है।