झांसी, 30 सितंबर। Finance Company : यूपी के झांसी में एक फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव के पास से 5 पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने बताया कि पिछले दो महीने से कंपनी के अधिकारी उस पर रिकवरी टारगेट पूरा करने का दबाव बना रहे थे। टारगेट पूरा न होने पर वेतन काटने की धमकी दे रहे थे। इन सबसे तंग आकर सुसाइड करने का फैसला किया। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल, नवाबाद थाना क्षेत्र के गुमनावरा पिछोर के रहने वाले 42 वर्षीय तरुण सक्सेना एक फाइनेंस कंपनी में एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। उनकी एक बेटी और एक बेटा है। पिता मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड क्लर्क हैं। आज सुबह जब घर पर काम करने के लिए नौकरानी आई तो उसने एक कमरे में तरुण को फांसी पर लटका देखा। पत्नी और बच्चे दूसरे कमरे थे।
नौकरानी ने शोर मचाते हुए परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे घरवालों ने जब कमरे के अंदर का मंजर देखा तो उनके होश उड़ गए। चीख-पुकार मच गई। फौरन पुलिस को खबर दी गई। घटनास्थल पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
पुलिस को मृतक के पास से 5 पेज का सुसाइड नोट मिला है, साथ ही एक लेपटॉप भी मिला है। परिजनों और सुसाइड नोट के अनुसार फाइनेंस कंपनी के अधिकारी लगातार तरुण पर रिकवरी टारगेट पूरा करने का दबाव बना रहे थे। टारगेट पूरा न करने पर उसे धमका रहे थे। जिस कारण तरुण दो महीने से बहुत परेशान रहता था। इस बारे में उसने परिवार को भी जानकारी दी थी।
मौत से पहले मृतक अधिकारियों से VIDEO कॉन्फ्रेंस
मौत को गले लगाने से पहले मृतक तरुण की कंपनी के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग हुई थी। ऐसे में जांच का विषय है कि आखिर उस दौरान ऐसा क्या हुआ जिससे तरुण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह 6 बजे भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम जो मीटिंग में हुई उसमें अधिकारियों ने उसको सुसाइड करने के लिए उकसाया, जिसके बाद तरुण ने ये कदम उठाया।
मृतक के भाई गौरव सक्सेना के मुताबिक, तरुण पर दबाव बनाया जा रहा था कि मार्केट से जो कलेक्शन होना है उसे ज्यादा से ज्यादा कराइए। टारगेट पूरा न होने पर उसी की सैलरी से पैसा काटा जाएगा। शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मृतक ने अपने उच्च अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अधिकारियों के द्वारा टारगेट ज्यादा दिया जा रहा था और लगातार उस टारगेट को पूरा करने का प्रेशर बनाया जा रहा था।परिजनों द्वारा यदि शिकायत मिलती है तो उसकी जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
कमरे में जाकर दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया
दरअसल मृतक तरुण सक्सेना झोंकन बाग स्थित एक निजी फाइनेंस कम्पनी में एरिया मैनेजर के पद पर थे। रविवार को उन्होंने अपने कमरे में जाकर दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया और गले में डालकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मौके से सुसाइट नोट बरामद किया। बरामद हुए सुसाइट नोट पांच पन्नों का है। जिसमे तरुण ने आरोप लगाया है कि बारिश अधिक होने से किसान अपनी ईएमआई समय से जमा नही कर पा रहे।
आगे लिखा कि कम्पनी के दोनों मेनेजर लगातार (Finance Company) उसका उत्पीड़न करते है। ईएमआई जमा न होने पर दो माह से उसी से ईएमआई जमा करवाई जा रही थी। उसे जो टारगेट दिया गया था। उसे पूरा करने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहा था लेकिन टारगेट पूरा नहीं होने पर कंपनी के लोग फोन पर उसके साथ गाली गलौज करते थे। उसने पांच पन्नों के सुसाइट नोट में कंपनी के मैनेजरों पर गंभीर आरोप लगाए है।