रायपुर, 17 सितंबर। Ganesh Visarjan : छत्तीसगढ़ के कई जिलों में गणेश विसर्जन शुरू हो गया है। इसे लेकर प्रशासन ने निर्देश जारी कर दिया है। बता दें कि राजधानी रायपुर में सोमवार से ही गणेश विसर्जन शुरू हो गया है। वहीं 19 सितंबर की रात गणेश झांकी निकालने फैसला लिया गया है। हर साल की तरह इस साल भी बप्पा की झांकी शारदा चौक जीई रोड से निकाली जाएगी। भगवान गणेश की यह झांकी जयस्तंभ चौक होते हुए मालवीय रोड, सदरबाजार, कंकालीपारा, पुरानी बस्ती, अश्वनी नगर होकर महादेव घाट तक पहुंचेगी।
डीजे पर लगा बैन
वहीं झांकी पर डीजे नहीं बजेगा। इस साल विसर्जन और झांकी में साउंड सिस्टम (डीजे) बजाने पर बैन लगा दिया गया है। बप्पा की झांकी बिना डीजे धुमाल बैंड के साथ निकलेगी। हालांकि ज्यादातर झांकी समिति की ओर से डीजे की अनुमति मांगी गई है, लेकिन किसी को अनुमति नहीं दी जा रही है। डीजे को लेकर इस बार प्रशासन और पुलिस सख्त हैं, क्योंकि 11 सितंबर को ही शासन ने सभी कलेक्टर-एसपी को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिया है कि निर्धारित डेसीबल से ज्यादा साउंड वाले डीजे का उपयोग पूरी तरह बैन किया जाए।
देर रात शहर की 50 से अधिक पंडाल पहुंचे Deputy CM
इधर इस फैसले के खिलाफ डीजे-धुमाल के ऑपरेटरों ने नाराजगी जताई। उन्होंने इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन भी किया है। उनका कहना है कि उनका परिवार इसी से चल रहा है। जिसके बाद देर रात शहर की 50 से अधिक गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारियों ने गृह मंत्री से मुलाकात की।
इस दौरान झांकी में डीजे और धुमाल बजाने को लेकर भी उनसे लंबी चर्चा हुई। डिप्टी सीएम ने कहा कि भगवान गणेश के विसर्जन का मामला हाई कोर्ट का फैसला है। कानूनी आधार पर रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। यह कार्यक्रम परंपरा और आस्था के आधार पर आयोजित किया जा सकता है। ताकि हाई कोर्ट की गाइडलाइन का पालन हो सके और उसके मुताबिक उस पैरामीटर पर काम किया जाएगा और समय का भी ध्यान रखा जाएगा।
कलेक्टर की चेतावनी
कलेक्टर-एसपी ने निर्देश जारी किया है कि प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाए। यही वजह है कि प्रशासन बिना साउंड सिस्टम के धुमाल, विसर्जन और झांकियों के लिए बाजे और बैंड का ही अनुमति दिया गया है। प्रशासन ने यह अपील किया है कि झांकी और विसर्जन के दौरान पारम्परिक वाद्ययंत्रों का ही उपयोग किया जाए, जिससे दूसरों को कोई परेशानी न हो।
90 से ज्यादा झांकियां होंगे शामिल
बता दें कि रायपुर में हर साल झांकी में 90 से ज्यादा छोटी-बड़ी प्रतिमाएं शामिल होती हैं। हर साल की तरह इस साल भी राजधानी में 90 से ज्यादा झांकियां शामिल होंगे। राजनांदगांव से भी झांकियां आती हैं। झांकियों के साथ डीजे भी रहते हैं। समितियां दूसरे राज्यों व शहरों से बड़े-बड़े डीजे, धुमाल और लाइट सिस्टम मंगवाती है। वहीं रातभर डीजे बजता रहता है। जबकि कोर्ट ने निर्देशानुसार रात 10 बजे के बाद साउंड सिस्टम बजाना प्रतिबंधित है। इस वजह से इस बार प्रशासन-पुलिस डीजे बजाने पर सख्ती कर रही है।
19 अगस्त को ये रास्ते रहेंगे बंद
शास्त्री चौक से जयस्तंभ चौक की ओर जाने वाली रोड।
मौदहापारा मस्जिद से जयस्तंभ चौक तक की सड़क।
तात्यापारा चौक से शारदा चौक तक की सड़क।
शास्त्री बाजार से मालवीय रोड जाने वाली सड़क।
सुभाष स्टेडियम से कोतवाली जाने वाली सड़क।
गांधी मैदान से कोतवाली चौक।
बूढ़ेश्वर चौक से पुरानी बस्ती जाने वाली सड़क।
लाखेनगर से पुरानी बस्ती जाने वाली सड़क।