गरियाबंद, 20 अगस्त। Gariaband जिला अस्पताल गरियाबंद में एक महिला सुरक्षा गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। घटना की खबर सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) और सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
गंभीर लापरवाही मानते हुए जांच के आदेश
प्रशासन ने इस पूरे घटनाक्रम को स्वास्थ्य सेवा में घोर लापरवाही करार दिया है। कलेक्टर ने इस मामले की जांच के स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, महिला गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाया जाना अस्पताल प्रशासन की मानव संसाधन और प्रक्रिया में चूक को दर्शाता है। नोटिस का जवाब नहीं देने की स्थिति में CMHO और सिविल सर्जन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
प्रशासन की सख्त चेतावनी
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अस्पताल जैसी संवेदनशील जगह पर इस तरह की लापरवाही न सिर्फ मरीज की जान के लिए खतरा है, बल्कि स्वास्थ्य तंत्र की साख पर भी सवाल खड़ा करता है।

